कलम, तलवार और त्याग मुंशी प्रेमचंद

Kalam Talwar Aur Tyag Munshi Premchand

हिन्दी के अमर कथाकार प्रेमचन्द का योगदान केवल कहानियों अथवा उपन्यासों तक ही सीमित नहीं है। स्वतंत्रता-प्राप्ति के पूर्व तत्कालीन-युग-चेतना के सन्दर्भ में उन्होंने कुछ महापुरुषों के जो प्रेरणादायक और उद्बोधक शब्दचित्र अंकित किए थे, वह ‘‘कलम, तलवार और त्याग’’ में प्रस्तुत किये गये हैं।