Walter Bhengra ‘Tarun’ वाल्टर भेंगरा ‘तरुण’

मूलतः हिंदी में लिखनेवाले देश के वरिष्ठ आदिवासी कथाकार। अमृतपुर, खूँटी के मुंडा समुदाय में पैदा हुए तरुण ने दिल्ली से पत्रकारिता और 1988 में एफ.टी.आई.आई., पुणे से टेलीविजन प्रोडक्शन में प्रशिक्षण लिया और आजीविका के लिए दूरदर्शन से जुड़ गए। 2007 में वरीय संवाददाता पद से सेवानिवृत्ति के बाद जनवरी 2014 तक सेंट जेवियर्स कॉलेज, राँची के मास कम्युनिकेशन विभाग में रहे। संप्रति : गाँव लौटकर लेखन।
कहानियों से लेखन की शुरुआत की और जल्दी ही उपन्यास भी लिखने लगे। अब तक पाँच उपन्यास और चार कहानी संग्रह प्रकाशित। कुछ समय के लिए ‘कृत संकल्प’, ‘जग ज्योति’ आदि पत्रिकाओं का संपादन भी किया। 1988 में राजभाषा विभाग द्वारा ‘जंगल की ललकार’ उपन्यास पुरस्कृत।

वाल्टर भेंगरा ‘तरुण’ : कहानियाँ हिन्दी में

Walter Bhengra ‘Tarun’ : Stories in Hindi