Sukhbir
सुखबीर

सुखबीर (9 जुलाई 1925 - 22 फरवरी 2012) पंजाबी कहानी के एक बहु-आयामी लेखक, कवि, कथाकार, उपन्यासकार और सफल अनुवादक हैं। मुम्बई में जन्मे इस लेखक ने पंजाबी में एम.ए. करके कुछ समय पत्रकारिता की, फिर स्कूल और कालेज में अध्यापन किया। फिर, एक स्वतंत्र लेखक के रूप में जीने का निर्णय किया। इनकी रचनाओं में महानगरीय जीवन की विसंगतियों की भरपूर अभिव्यक्ति मिलती है। इनके प्रमुख कहानी संग्रह इस प्रकार हैं - ‘डूबता चढ़ता सूरज’(1957), ‘मिट्टी और मनुख’(1973), ‘कल्लियाँ कारियाँ’(1973), ‘बारी विचला सूरज’(1975), ‘इकाई’(1987), ‘लोरी’(1988), ‘मनुख अते जड़ां’(1988), ‘सज्जे-खब्बे’(1989) और ‘रुकी होई रात’(इक्यावन चुनिंदा कहानियाँ)(2000)।