नीला ताबीज़ : मिस्र की लोक-कथा

The Turquoise Amulet : Egyptian Folk Tale

मिस्र की यह कहानी वहाँ के फैरो स्नेफ्रू को “अच्छे फैरो” का खिताब देती है। यह कहानी स्नेफ़्रू के अच्छे स्वभाव और उसके दूसरों को खुश देखने के बारे में बताती है।

फैरो स्नेफ्रू बहुत पुराने फैरो खूफू के पिता थे। खूफू ने गीज़ा के बड़े पिरैमिड बनवाये थे। उन्होंने बहुत दिनों तक वहाँ बिना किसी विदेशी हमले के शान्तिपूर्वक राज्य किया।

एक बार फैरो स्नेफ्रू अपने मैमफिस के महल में दिल बहलाने के लिये घूम रहे थे पर उनको वहाँ दिल बहलाने का कोई साधन नहीं मिल रहा था। तो उन्होंने अपने सबसे बड़े जादूगर ज़ाज़ामन्ख को याद किया और उसको बुला भेजा।

उन्होंने कहा — “अगर कोई आदमी मुझे खुश करना चाहता है तो वह मुझे कोई नयी चीज़ दिखाये तो वही मेरा सबसे बड़ा लिखने वाला इतिहासकार है। सो ज़ाज़ामन्ख को बुला कर ले आओ।”

फैरो के नौकर ज़ाज़ामन्ख को तुरन्त बुला कर ले आये। ज़ाज़ामन्ख के आने पर फैरो स्नेफ्रू ने उससे कहा — “मैंने अपने सारे महल में खुशी ढूँढने की बहुत कोशिश की पर मुझे कहीं खुशी नहीं मिली। अब केवल तुम्हारी ही कोई तरकीब ऐसा काम करेगी जो मेरा दिल खुश करेगी।”

ज़ाज़ामन्ख बोला — ओ फैरो, ज़िन्दगी, तन्दुरुस्ती और ताकत सब आपको मिले। मेरी सलाह यह है कि आप नील नदी में नाव से मैमफिस47 के नीचे की तरफ जो झील है उसमें यात्रा करें। अगर आप मेरी बात मानेंगे तो आप बहुत खुश होंगे क्योंकि यह आपकी कोई मामूली यात्रा नहीं होगी।”

फैरो स्नेफ़्रू बोले — “इस बात पर भरोसा रखते हुए कि तुम मुझको कोई नयी चीज़ दिखाओगे मैं अपने शाही नाव को तैयार करने का हुक्म देता हूँ। फिर भी मैं नील नदी में और मैमफिस के नीचे वाली झील में यात्रा करने से थक जाता हूँ।”

ज़ाज़ामन्ख बोला — “आप विश्वास रखें कि आपकी यह यात्रा कोई मामूली यात्रा नहीं होगी क्योंकि आपके नाव खेने वाले वे नहीं होंगे जो आपने पहले कभी अपनी पतवार चलाते देखे होंगे।

वे सब सुन्दर गोरी लड़कियाँ होंगी। वे फैरो की स्त्रियों के शाही महल से होंगी और जब आप उनको नाव खेते देखेंगे, चिड़ियों को झील के ऊपर उड़ते देखेंगे, किनारे पर खुशबू वाले मैदान और हरी घास देखेंगे तब आपका दिल बहुत खुश हो जायेगा।”

फैरो उसकी बात मानते हुए और इस यात्रा में कुछ रुचि दिखाते हुए बोले — “सचमुच यह तो नया अनुभव होगा। इस यात्रा का इन्तजाम भी मैं तुम्हीं को सौंपता हूँ ज़ाज़ामन्ख।

तुमको मेरी तरफ से पूरी आज़ादी है। इस यात्रा के लिये तुमको जो कुछ भी चाहिये वह तुम सब मेरी तरफ से माँग सकते हो।”

उसके बाद ज़ाज़ामन्ख ने फैरो स्नेफ़्रू के औफीसरों और नौकरों को बीस काली आबनूस की लकड़ी की पतवार बनाने का हुक्म दिया।

उन पतवारों पर सोने का काम हुआ हो और जिनका आगे का हिस्सा हल्की लकड़ी का बना हुआ हो और उस हल्की लकड़ी पर अस्सी प्रतिशत सोने और बीस प्रतिशत चाँदी की मिली जुली धातु का काम हुआ हो।

नाव की पतवार चलाने के लिये उसने फैरो के महल से कम से कम बीस सुन्दर लड़कियाँ लाने के लिये कहा जो पतली दुबली और सुडौल हों, देखने में सुन्दर हों और उनके बाल लम्बे हों।

बीस सोने के तारों वाले जाल का इन्तजाम करने के लिये कहा जिनको वे बीस लड़कियाँ कपड़ों की जगह पहनेंगीं। उनको सोने और सोने चाँदी के मिली जुली धातु के गहने भी पहनने होंगे।

यह सब ज़ाज़ामन्ख के कहे अनुसार कर दिया गया और फैरो अपनी शाही नाव में बैठ गये। लड़कियों ने नील नदी में नाव खेना शुरू कर दिया और वे सब झील के बीच तक पहुँच गये।

फैरो स्नेफ्रू का दिल झील पर बैठे बैठे नाव खेने वालियों को देख कर बहुत खुश हुआ क्योंकि वे वह काम कर रही थीं जो उनका काम नहीं था। ऐसा लगता था जैसे ओसिरिस के धरती के ऊपर राज करने के सुनहरे दिन आ गये हों।

पर तभी झील पर यात्रा करते हुए उन खुश लोगों के साथ एक बुरी घटना घटी।

शाही नाव की उठी हुई तरफ जिधर दो लड़कियाँ नाव खे रही थीं उनमें से एक लड़की की तरफ की पतवार का हत्था उसके शरीर से छू गया और वह अपने सिर में जो नीला ताबीज़ पहने हुए थी वह निकल कर पानी में गिर गया। तुरन्त ही वह पानी में डूब गया और आँखों से ओझल भी हो गया।

उस लड़की के मुँह से एक छोटी सी चीख निकली और वह उसको देखने के लिये नीचे झुकी। उसका गाना रुक गया साथ में उस तरफ की दूसरी लड़कियों का भी गाना और नाव का खेना भी रुक गया।

फैरो ने पूछा — “अरे यह नाव का खेना क्यों रुक गया?”

लड़कियों ने जवाब दिया — “हमारी एक नाव खेने वाली ने नाव खेना रोक दिया इसलिये हम भी नाव नहीं खे पा रहे।”

फैरो स्नेफ्रू ने उस लड़की से पूछा — “और तुमने नाव खेना क्यों रोक दिया?”

वह लड़की सुबकती हुई बोली — “फैरो, मुझे माफ करें। ज़िन्दगी, तन्दुरुस्ती और ताकत सब आपको मिले। मुझे पतवार छू गयी और उसके छूने की वजह से वह सुन्दर ताबीज़ जो मुझे मैजेस्टी ने दिया था निकल कर पानी में गिर गया और हमेशा के लिये खो गया।

फैरो बोले — “तुम पहले की तरह से नाव चलाओ मैं तुमको दूसरा ताबीज़ दे दूँगा।”

पर वह लड़की रोती ही रही — “मुझे अपना वही ताबीज़ वापस चाहिये मैजेस्टी दूसरा कोई नहीं।”

इस पर फैरो बोले — “केवल एक ही आदमी है जो उस नीले ताबीज़ को जो झील के पानी में डूब गया है ढूँढ सकता है। मेरे जादूगर ज़ाज़ामन्ख को बुला कर लाओ। उसी ने मेरी इस यात्रा को सुझाया था वही हमारा यह काम भी करेगा। उसको मेरी शाही नाव पर ले कर आओ।”

सो ज़ाज़ामन्ख को फैरो की शाही नाव पर फैरो के सामने लाया गया। फैरो स्नेफ्रू अपनी शाही नाव पर अपने रेशमी शामियाने के नीचे बैठे थे। ज़ाज़ामन्ख ने आ कर फैरो को सिर झुकाया।

जैसे ही ज़ाज़ामन्ख ने आ कर फैरो को सिर झुकाया तो फैरो ने कहा — “ज़ाज़ामन्ख़ मेरे भाई मेरे दोस्त। तुमने जैसा कहा मैंने वैसा ही किया। मेरा दिल भी खुश हो गया और मेरी आँखों को भी इन नाव खेने वालियों को देख कर बहुत अच्छा लगा।

जब हम झील के पानी पर घूम रहे थे तो ये नाव खेने वाली लड़कियाँ मेरे लिये गा रही थीं और मैं किनारे पर लगे पेड़ों फूलों और उड़ती हुई चिड़ियों को देख रहा था।

तो मुझे बस ऐसा लगा जैसे मैं उन सुनहरे दिनों में पहुँच गया हूँ जब रा धरती पर राज किया करते थे। और या फिर उन दिनों में पहुँच गया हूँ जब ओसिरिस डुऐट से लौट कर यहाँ राज करने आयेंगे।

पर इन लड़कियों में से एक लड़की के बालों से निकल कर एक नीला ताबीज़ अभी अभी झील के पानी में डूब गया है। इससे उसने गाना बन्द कर दिया तो उसकी तरफ की नाव खेने वाली लड़कियाँ भी अपनी पतवार चलाने के समय का ख्याल नहीं रख पा रहीं। मै उससे कह रहा हूँ कि मैं उसको दूसरा ताबीज़ दिलवा दूँगा पर वह मान ही नहीं रही। कहती है उसको तो अपना वही ताबीज़ चाहिये।

ज़ाज़ामन्ख़ मुझे वह नीला ताबीज़ उस लड़की के लिये चाहिये। देखना जब वह नीला ताबीज़ उसको मिल जायेगा तो वह कितनी खुश हो जायेगी।”

ज़ाज़ामन्ख जादूगर बोला — “फैरो, मेरे स्वामी, ज़िन्दगी, तन्दुरुस्ती और ताकत सब आपको मिले। मैं वही करूँगा जो आप कहते हैं क्योंकि मेरे जैसे होशियार जादूगर के लिये यह काम कोई मुश्किल काम नहीं है।

फिर भी यह एक जादू है जो आपने कभी नहीं देखा होगा। जब आप इसको देखेंगे तो आप आश्चर्य से भर उठेंगे। जैसा कि मैंने आपसे वायदा किया था यह यात्रा आपका दिल खुशियों से भर देगी और आपको नयी चीज़ें भी दिखायेगी।”

तब ज़ाज़ामन्ख नाव के ऊपर के किनारे की तरफ जा कर खड़ा हो गया और उसने अपने जादू और ताकत के शब्द पढ़ने शुरू किये।

फिर उसने अपनी जादू की छड़ी पानी के ऊपर घुमायी तो झील वहाँ से दो हिस्सों में फट गयी जैसे किसी ने तलवार से पानी के दो हिस्से कर दिये हों।

इस जगह झील बीस फीट गहरी थी। और जादूगर के छड़ी घुमाने से जो पानी हटा वह ऊपर उठने लगा और झील की सतह पर आ कर रुक गया। इस तरह से वहाँ पर पानी का एक बड़ा पहाड़ सा बन गया जो चालीस फीट ऊँचा था।

शाही नाव उस खाली जगह में धीरे से नीचे उतर गयी और झील की तली में जा कर बैठ गयी। पानी के जिधर की तरफ चालीस फीट की ऊँचाई थी उस तरफ बहुत सारी खाली जगह थी जहाँ उस झील की तली खुली पड़ी थी। वह तली सूखी और सख्त थी जैसी कि जमीन होती है।

और वहीं उस शाही नाव के ऊपरी हिस्से के नीचे उस लड़की का नीला ताबीज़ पड़ा हुआ था। जिस लड़की का वह ताबीज़ था वह लड़की खुशी से चिल्ला कर नाव के उसी तरफ उस सख्त जमीन पर कूद गयी, उसने अपना ताबीज़ उठाया और उसको अपने बालों में लगा लिया।

तुरन्त ही वह लड़की शाही नाव पर चढ़ आयी और एक बार फिर से उस नाव की अपनी पतवार अपने हाथों में सँभाल ली।

ज़ाज़ामन्ख ने धीरे से अपना डंडा नीचे किया तो शाही नाव पानी की सतह के ऊपर आ गयी। फिर दूसरे ताकत वाले शब्दों के कहने पर जैसे जादूगर के डंडे के ज़ोर से ही यह सब हो रहा हो वह पानी का टुकड़ा फिर से अपनी जगह वापस चला गया।

शाम की ठंडी हवा झील के पानी ऊपर फिर से ऐसे बहने लगी जैसे वहाँ कुछ हुआ ही न हो।

पर फैरो स्नेफ्रू का दिल तो यह सब देख कर बहुत ही खुश हो गया और आश्चर्य से भर गया। वह बोला — “ओ ज़ाज़ामन्ख मेरे भाई, तुम तो सबसे ज़्यादा बड़े और सबसे ज़्यादा अक्लमन्द जादूगर हो।

तुमने तो मुझे आज बहुत बड़ा आश्चर्य दिखा कर मेरा दिल खुश कर दिया। तुम्हारा इनाम तो बस यही है कि जो तुम चाहो माँग लो। मिस्र में मेरे से दूसरे नम्बर की जगह।”

उसके बाद वह शाही नाव शाम की चमक में झील पर तैरती वापस चल दी।

वे बीस नाव खेने वाली लड़कियाँ अपने सोने के तारों से बुने कपड़ों में और जवाहरातों से जड़े कमल के फूलों को अपने बालों में लगाये और अपने काले सोने और चाँदी का काम किये पतवारों को पानी में डुबोये पुराने मिस्र का कोई गीत गाती चली जा रही थीं।

“वह दूसरी तरफ खड़ी है। हमारे बीच नील नदी है और उस गहरे और चौड़े पानी में एक मगर है। इस पर भी मेरा प्यार इतना सच और मीठा है। एक ताकत का शब्द, एक जादू, यह नाला मेरे पैरों के नीचे धरती की तरह है।

और मुझे बिना कुछ नुकसान पहुँचाये हुए सँभाले हुए है क्योंकि मैं वहाँ आऊँगा जहाँ वह खड़ी है। फिर हम अलग नहीं होंगे। फिर मैं अपनी प्रिये का हाथ अपने हाथ में लूँगा और उसको अपने सीने से लगा लूँगा।”

Ra is the Sun God

Duat – is the World of the Dead

(साभार सुषमा गुप्ता जी, जिन्होंने लोक-कथाओं पर उल्लेखनीय काम किया है.)

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