चितकबरे बैंड का रहस्य (कहानी) : आर्थर कॉनन डॉयल
The Adventure of the Speckled Band (English Story in Hindi) : Arthur Conan Doyle
मेरे मित्र शेरलॉक होम्स की कार्य शैली के बारे में लगभग सत्तर पृष्ठ के नोट्स जो मैंने पिछले आठ वर्षों में तैयार किये थे, पर नज़र डालते हुए मैंने पाया कि उनमें कुछ दुखांत, कुछ हास्यास्पद और कुछ अजनबियों के मामले थे जो एक ही जगह के न हो कर भिन्न-भिन्न जगहों के थे। मैंने यह भी पाया कि शेरलॉक होम्स अपनी पेशेवराना प्यास बुझाने के लिए काम करते थे न कि धन के लिए। उन्होंने कई ऐसे मामलों को, जो नीरस या अत्यंत सीधे-सादे थे, को हाथ में लेने से मन कर दिया था। तरह-तरह के मामलों में मुझे याद नहीं पड़ता कि ‘सरे’ के स्टोक मोरोन के रोयलोटट्स परिवार के मामले के सिवाय किसी अन्य मामले में एक ही तरह की खासियतें सामने आई हों। कथित मामला उन दिनों का है जब होम्स और मेरे बीच नयी-नयी पहचान हुई थी और हम दोनों ही अविवाहित थे और बेकार स्ट्रीट में एक ही मकान में सांझेदार थे। संभव है कि मैंने अभिलेख में उन घटनाओं को पहले से ही लिख रखा हो परन्तु उनके रहस्य को गुप्त रखने का समझौता अवश्य था, जिससे मुझे निजात पिछले महीने ही उस महिला की असामयिक मृत्यु हो जाने पर मिली, जिससे यह समझौता किया गया था। मुझे लगा कि सचाई अब सामने आ ही जाना चाहिए, इसका कारण भी शायद यह रहा हो कि डाक्टर ग्रिम्सबाई रोयलोटट् की मृत्यु के बारे में जो अफवाहें फैलाई जाने लगीं थीं उनसे यह मामला और अधिक भयानक रूप से उलझ सा गया था।
सन 83 के अप्रैल के शुरुआती दिन थे जब एक दिन मैं सो कर उठा ही था कि मैंने पाया कि शेरलॉक होम्स अपने कपड़े पहन कर मेरे बिस्तर के पास बिलकुल तैयार खड़े हैं। वैसे वे सामान्यतः देर से जागने वाले व्यक्तियों में से थे। जैसे ही मेरी मानसिक घड़ी ने संकेत किया कि अभी तो सवा सात ही बजे हैं, मैंने आश्चर्य से उनकी तरफ ऑंखें झपकाईं और शायद थोड़ी नाराजगी भी दिखाई क्योंकि मैं अपनी आदतों का पाबन्द था।
“खेद है वाटसन कि आज मैंने तुम्हें जल्दी जगा दिया परन्तु आज बात ही कुछ ऐसी है। मिसेज हडसन जाग चुकीं हैं और उन्होंने मुझे जगा दिया और मैंने तुम्हें।” होम्स ने कहा।
“क्या हो गया, क्या आग लग गई है?”
“नहीं, एक मुवक्कल। मुझे लगता है एक महिला बड़े ही उतावलेपन में आई है और मुझसे मिलाना चाहती है, और वह बैठक में इंतज़ार कर रही है। अब जब एक महिला, महानगर में अलख सुबह भटकती हुई सोते हुए लोगों को जगा रही है तो अवश्य ही कोई आवश्यक बात बताना चाह रही होगी। पता नहीं तुम्हें क्या लगता है, पर मुझे यकीन है कि अवश्य ही यह कोई दिलचस्प मामला है और मैं इसे शुरूआत से समझना चाहूँगा। मैंने सोचा कि हर हाल में तुम्हे बुलाना चाहिए और एक मौक़ा देना चाहिए।”
“प्रिय मित्र मैं यह मौक़ा बिलकुल भी गंवाना नहीं चाहूँगा।”
मुझे होम्स की पेशेवराना जांचों में अंतर्ज्ञान जैसी त्वरित व सटीक कार्यावाहियों, जो सदैव एक तार्किक आधार पर समस्याओं के समाधानों व उनके रहस्यों को खोलने में प्रयुक्त चतुराइयों पर आधारित होती थीं, जानने से ज्यादा मज़ा किसी चीज में नहीं आता था। मैंने जल्दी से कपड़े पहने और होम्स के साथ बैठक में जाने के लिए तत्पर हो गया। जैसे ही हम लोग बैठक में पहुंचे, एक महिला जो अपने आप को काले लबादे से ढके हुए खिड़की के पास बैठी थी, उठकर खड़ी हो गई।
महोदया! नमस्कार, होम्स ने प्रसन्न मुद्रा में कहा। मेरा नाम शेरलॉक होम्स है और यह मेरे अन्तरंग मित्र व सहायक हैं मिस्टर वाटसन, और आप इनके सामने उसी तरह से खुल कर बात कर सकती हैं जैसे कि मेरे सामने। मुझे प्रसन्नता है कि मिसेज हड्सन को रोशनी व आग के वारे में अच्छी समझ है। कृपया आप इधर भट्टी की तरफ आ जायें, क्योंकि मैं देख रहा हूँ कि आप ठण्ड से काँप रही हैं, लिहाज़ा मैं आपके लिए एक कप काफी मंगवाता हूँ।”
“मैं ठण्ड से नहीं काँप रही हूँ,” कहे अनुसार उस महिला ने अपनी जगह बदलते हुए धीमी आवाज़ में कहा।
“फिर क्या बात है?”
“इसकी वजह मेरा भय है, मिस्टर होम्स, यह आतंक है,” महिला ने अपना लबादा हटाते हुए कहा। और हम देख सकते थे कि महिला की हालत वास्तव में दयनीय थी, उसका चेहरा उतारा हुआ और सफ़ेद पड़ चुका था और उसकी आँखें घायल पक्षी शिकार की तरह थकी-थकी महसूस हो रही थीं। उसके नैन-नक्श एक तीस साल की महिला होने की गवाही दे रहे थे परन्तु उसके बाल समय से पूर्व ही सफ़ेद हो चुके थे एवं उसके हावभाव एक थके हुए इंसान के जैसे थे। शेरलॉक होम्स ने उस महिला के ऊपर एक सम्पूर्ण व त्वरित नज़र डाली।
“आपको भयभीत नहीं होना चाहिए।” होम्स ने आगे की ओर झुकते हुए और महिला की कोहनी को थपथपाते हुए सांत्वना बारे शब्दों में कहा। “मुझे कोई संदेह नहीं कि हम लोग आपकी आप की परेशानी दूर कर देंगे। मुझे लगता है कि आप आज सुबह ही रेलगाड़ी से आई हैं?”
“इसका मतलब है कि आप मुझे जानते हैं।”
“नहीं, लेकिन मैंने आपके बाएं हाथ के दस्ताने में वापसी यात्रा के टिकट का आधा हिस्सा देख लिया है। आपको स्टेशन पहुँचने के लिए बहुत पहले चलना पड़ा होगा, वह भी कुत्ता-गाड़ी में भीड़ भरे इलाकों से।”
उस महिला ने शुरुआत आक्रामकता के साथ की पर अब घबरा कर मेरे मित्र को देखा।
“यह कोई रहस्य नहीं है, प्रिय महोदया!” होम्स ने हंसते हुए कहा। आपके जैकिट की बाईं बांह पर कम से कम सात जगह कीचड़ के छोटे-छोटे निशान पड़े हुए हैं जो बिलकुल ताज़े हैं। कुत्ता गाड़ी के अलावा और कोई दूसरा वाहन नहीं है जो कीचड़ उछलता हो और वह भी जब आप चालक के बाईं ओर बैठी होंगी।”
महिला कहा “ भले ही आपने अनुमान लगाया हो परन्तु आप बिलकुल ठीक का रहे हैं।” “मैं घर से छह बजे से पहले ही चल पड़ी थी और लेदरहेड स्टेशन पर बीस बजे के बाद पहुंची और वाटरलू पहली रेलगाड़ी से आई हूँ। श्रीमान मैं यह दबाव और अधिक सहन नहीं कर सकती और यदि हालात ऐसे ही चलते रहे तो मैं पागल हो जाऊँगी । मेरा कोई भी नहीं है जिसका मैं भरोसा कर पाऊं। मैंने आपके बारे में सूना है, मिस्टर होम्स, मुझे आपके बारे में मिसेज फारिन्तोस से पता चला है, जिनकी आपने मुश्किल घड़ी में मदद की थी। आपका पता भी मुझे उनसे ही मिला है। आह! श्रीमान क्या आपको नहीं लगता है कि आप मेरी भी मदद कर सकते है और मेरे अँधेरे जीवन में थोड़ी सी रोशनी बिखेर सकेंगे। फिलहाल तो मेरे बूते के बहार की बात है कि मैं आपकी सेवाओं के बदले कुछ भी दे सकूँ, परन्तु महीने-डेढ़ महीने में मेरी शादी हो जयेगी तब मेरी कमाई होना शुरू हो जाएगी तब आप पायेंगे कि मैं कृतघ्न नहीं हूँ।”
होम्स मुड़े और अपनी डेस्क तक गए जिसमें से उन्होंने केसबुक निकाली।
“फारिन्तोस” उन्होंने कहा। जी हाँ, मुझे मामला याद आ गया, यह एक दूधिया पत्थर के मुकुट का मामला था। वाटसन मुझे लगता है यह मामला आपके मुझसे जुड़ने से पहले का था। महोदया! मैं इतना ही कह सकता हूँ कि मैं आपके मामले में बी उतनी ही तत्परता दिखाऊँगा जितनी कि आपकी मित्र के मामले में दिखाई थी। जहां तक मेरी फीस देने का मामला है तो बता दूँ कि मेरा पेशा ही मेरी फीस है। पर आप अपने आप को स्वतंत्र समझें और जब भी आपसे बन पड़े मेरे द्वारा बताये गए खर्चे को आप अदा कर सकती हैं। अब मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि आप हमें वह सब कुछ बताएं जिससे हम लोग इस मामले में कुछ राय बना सकें।”
काश! आगंतुक महिला ने कहा, “मेरी यह भयावह स्थिति वजह हैं मेरे अस्पष्ट और छोटे-छोटे बिन्दुओं पर आधारित संदेह जिनका वर्णन यदि किसी के सामने किया जाए तो उसे वे निराधार व तुच्छ महसूस हों, यहाँ तक कि जिससे मुझे मदद माँगने व सलाह लेने का हक़ है, उसे भी लगता है कि यह सब मात्र एक घबराई हुई महिला की कल्पनाएँ हैं। हालांकि वह ऐसा कुछ भी कहता नहीं है फिर भी मैं उसके सांत्वना भरे जवाब व फिरी हुई आँखों से पढ़ सकती हूँ। मिस्टर होम्स मैंने सुना है कि आप दुराचारी मनुष्य के दिल के अन्दर गहरे तक झाँकने में सक्षम हैं। कृपया मुझे बताएं कि उन खतरों के बीच, जो मुझे घेरे रहते हैं मैं बेफिक्र होकर रह सकूँ।”
“मैं सुन रहा हूँ महोदया।”
“मेरा नाम हेलेन स्टोनर है और मैं अपने सौतेले पिता जो पश्चमी सरे के स्टोक मोरोन के रोयलोटट्स के सबसे प्राचीन सेक्सन परिवार के अंतिम वारिश हैं के साथ रहती हूँ।”
होम्स ने सहमती में सर हिलाया और कहा “मैं इस परिवार को जानता हूँ।”
“एक समय यह परिवार इंग्लॅण्ड के सबसे धनी परिवारों में एक था और जिसका साम्राज्य उत्तर में बर्कशायर और पश्चिम में हेम्पशायर तक फैला हुआ था। परन्तु अंतिम सदी में एक के बाद एक चार पीढ़ियों वाले उत्तराधिकारी आवारा और अपव्ययी निकले। राजप्रतिनिधित्व काल के समय में एक जुआरी ने सब कुछ नष्ट कर डाला। सिवाय कुछ एकड़ जमीं और दो सौ साल पुरानी हवेली और वह भी कर्ज के बदले गिरवी राखी हुई है, कुछ नहीं बचा। उस परिवार का अंतिम जागीरदार किसी तरह बच तो गया परन्तु उसने भिखारियों का भयानक जीवन जिया, परन्तु उसका इकलौता पुत्र यानि कि मेरा सौतेला पिता प्रयास कर रहा है कि वह इन नै परिस्थितियों के अनुरूप ढल सके, इसके लिए उसने एक रिश्तेदार से अग्रिम कर्ज भी लिया जिससे वह अपनी मेडिकल की डिग्री हासिल कर सका और कलकत्ता चला गया, जहां उसने अपनी पेशेगत वुद्धि और चारित्रिक विशेषता के बल पर अपनी प्रैक्टिस जमा ली। परन्तु घर में कुछ चोरियों की वजह से गुस्से में आ कर अपने रसोइये की हत्या कर दी और जैसे-तैसे मृत्युदंड से खुद को बचाया परन्तु एक लम्बी अवधि के लिए उसे जेल भोगना पड़ी, जिसके बाद वह चिड़चिड़ा व निराश आदमी बन कर इंग्लेंड लौट आया।”
जब डाक्टर रोयलोटट् हिन्दुस्तान में थे उन्होंने मेरी माँ मिसेज स्टोनर, जो बंगाल तोपखाने के मेजर जनरल स्टोनर की जवान विधवा से शादी कर ली। मेरी बहिन जूलिया और मैं जुड़वां बहिने थीं और जब मेरी माँ की दूसरी शादी मिस्टर रोयलोटट् से हुई हम दोनों दो साल के थे। मेरी माँ की आमदनी लगभग 1000 पौंड सालाना थी, जिसकी वसीयत मेरी माँ ने डाक्टर रोयलोटट् के नाम उस समय कर दी थी जब हम एक साथ ही रहा करते थे, और वह इस शर्त के साथ कि हम दोनों की शादी होने पर उसमें से एक ख़ास रकम हम दोनों को दी जाये। हम लोगों के इंग्लैंड लौटने के कुछ दिनों बाद ही मेरी माँ की मृत्यु क्रवे के पास आठ साल पहले एक रेल दुर्घटना में हो गई थी, तब डाक्टर रोयलोटट् ने अपनी मेडिकल प्रैक्टिस स्थापित करने की सोच स्थगित कर दी और हम दोनों को लेकर स्टोक मारोन के अपने पैतृक घर में आ कर रहने लग गए।जो धन मेरी माँ छोड़ कर गई थी वह हम लोगों की खुशहाल जिंदगी के लिए काफी था।”
“परन्तु इस समय मेरे सौतेले पिता में भयानक परिवर्तन आया। दोस्त बनाने और उन पड़ोसियों के जिन्होंने कि स्टोक मोरान के रोयलोटट् के वापिस घर आने पर खुशियाँ मनाई थीं से बात करने के उलट उन्होंने अपने आप को घर में बंद कर लिया और उन लोगों से झगड़ा करते जो उनके रास्ते में आता।मारकाट और झगड़ा एक अनुवांशिक रोग की तरह होता है जो मेरे सौतेले पिता को भी था, और मैं मानती हूँ कि यह लक्षण उनमे एक लम्बे अरसे तक उष्णकटिबंधीय इलाके में रहने की वजह से और अधिक बढ़ गई थी। कई बार नीचता की हद तक झगड़े हुए जिनमें से दो में तो मामला पुलिस और अदालत तक पहुँच गया और उसके बाद तो वह आतंक का पर्याय बन गए और लोग इनसे दूर भागने लगे, कारण कि वे एक मजबूत और गुस्से पर काबू न रखने वाले व्यक्ति थे।”
“पिछले हफ्ते तो उन्होंने एक लोहार को मुंडेर से बहती हुई धरा में फेंक दिया और यह राज़ जनता में न खुल जाये इसके लिए वह सारा धन जो एकत्रित किया था उसे गंवाना पड़ा। उनका सिवाय कुछ जिप्सियों (खानाबदोशों) के जिनको कि वे कटीली झाड़ियों से ढकी कुछ एकड़ पैतृक जमीन में रहने देते हैं और बदले में उनकी कनातों में रहने और उनके साथ सप्ताहांत घूमने का आतिथ्य पाते रहते हैं, अन्य कोई भी मित्र नहीं हैं। उनको उन भारतीय जानवरों से अत्यधिक प्रेम है जिन्हें मिस एक दूत ने उनके साथ भेजा था और इस समय उनके पास एक चीता और एक लंगूर हैं जो उनके उस मैदान में स्वच्छंदता ए साथ घूमते हैं जिसकी वजह से गाँव के लोग उनके मालिक से भी भय खाते हैं।”
“आप समझ सकते हैं कि मेरी बहिन जूलिया और मेरी जिंदगी में किसी भी तरह की कोई खुशी नहीं बची है। हमारे घर कोई नौकर नहीं ठहरता और घर का सारा काम हम दोनों बहिनों को करना पड़ रहा है। मेरी बहिन जब मरी तब तीस साल की थी फिर भी उसके बाल सफ़ेद होने लगे थे जैसे कि मेरे होने लगे हैं।”
“क्या आपकी बहिन मर चुकी है?”
“ वह केवल दो वर्ष पूर्व ही मरी है और उसकी मौत ही आपसे बात करने की वजह है। जिस जिंदगी को मैं जी रही थी और जिसका जिक्र मैंने आपसे किया है, आप समझ सकते हैं कि हम दोनों ही अपनी ही उम्र और स्तिथि वाले किसी दूसरे की खोज में थे। हालांकि मेरी एक मौसी भी है जो मेरी माँ की इकलौती बहिन है मिस होनोरिया वेस्ट फाइल, जो होरो के पास रहती हैं और कभी-कभी हम दोनों बहिनों को थोड़ी देर के लिए उनके घर जाने की इजाजत मिल जाती थी। दो वर्ष पूर्व क्रिसमस पर जूलिया उनके घर गई थी जहां उसने आधे वेतन पर समुद्री जहाज पर काम करने वाले मेजर से सगाई कर ली। मेरे सौतेले पिता को इस सगाई का पता चल गया परन्तु जब जूलिया घर लौटी तो उन्होंने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई, परन्तु एक पखवाड़े बाद जब शादी की तिथि नियत थी उस दिन वह भयानक दुर्घटना घटित हुई जिसने मेरी एक मात्र सहेली मुझसे छीन ली।”
शेरलॉक होम्स अपनी कुर्सी से पुष्ट लगाये हुए थे, उनकी ऑंखें बन्द थीं और उनका सर कुर्सी की गद्दी में पूरी तरह धंसा हुआ था। परन्तु अब उन्होंने अपनी आँखें आधी खोलीं और आगंतुक को घूर और कहा “कृपया स्पष्ट रूप से पूरा विवरण बयान करें।”
“यह तो मेरे लिए आसान है क्योंकि उस भयानक समय की प्रत्येक घटना मेरे मनो-मस्तिष्क में पैबस्त हो चुकी है। जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि वह पुश्तैनी घर बहुत पुराना है और उसके केवल एक ही हिस्से में हम लोग रहते हैं। इसमें शयन कक्ष केवल भूतल पर ही हैं जिसमें बैठक मध्य खंड में, पहला शयन कक्ष डाक्टर रोयलोटट् का, दूसरा मेरी बहिन का और तीसरा मेरा अपना है। इनके बीच कोई आवाजाही का रास्ता नहीं है परन्तु वे सब एक ही गलियारे में खुलते हैं। क्या मैंने स्पष्ट वर्णन किया है?”
“बिलकुल ठीक से।”
तीनों कमरों की खिड़कियाँ लान की तरह खुलती हैं। उस घातक रात को डाक्टर रोयलोटट् अपने कमरे में जल्दी चले गए थे, हालांकि हम दोनों जानते थे कि वे अभी सोये नहीं होंगे जिसकी वजह थी मेरी बहिन को आई कड़क भारतीय सिगार की बदबू, जिसकी उन्हें आदत थी। इसलिए उसने अपना कमरा छोड़ दिया था और मेरे कमरे में आ गई थी जहाँ अपनी शादी की चर्चा करते हुए थोड़ी देर बैठी। लगभग ग्यारह बजे वह जाने के लिए उठ खड़ी हुई परन्तु दरवाजे पर वह ठिठकी और मुड़कर देखा।”
“हेलेन! क्या तुमने कभी रात में किसी के सीटी बजाने की आवाज सुनी है?” उसने कहा।
“कभी नहीं।” मैं कहा।
“ मैं मानती हूँ कि संभवतः तुम सोते हुए सीटी नहीं बजा सकती।”
“निश्चित रूप से नहीं, पर क्यों?”
“क्योंकि कुछ रातों से लगभग तीन बजे प्रातः मुझे धीमी पर स्पष्ट सीती की आवाज सुनाई देती है। मैं जरा कच्ची नींद सोती हूँ और सीटी की आवाज मुझे जगा देती है। मैं नहीं बता सकती कि यह कहाँ से आती है, शायद अगले कमरे से या फिर लान से। मैंने सोचा कि तुमसे पूछूं कि क्या सीटी की आवाज तुमने सुनी है।”
“नहीं मैंने नहीं सुनी है। हो सकता है यह उन गरीब जिप्सियों के बगीचे से आती होगी।”
“बहुत संभव है। पर यदि यह लान से आती है तो आश्चर्य है कि इसे तुमने नहीं सुना।”
“हाँ, पर मैं तुमसे अधिक गहरी नींद सोती हूँ।
“ठीक है, यह किसी भी लिहाज़ से महत्वपूर्ण बात नहीं है।” “वह मेरी तरफ मुस्कराई, मेरे कमरे का दरवाजा बंद किया और कुछ क्षणों के बाद मैंने सुना कि उसने अपने कमरे के ताले में चाभी घुमाई।”
“वास्तव में।” होम्स ने कहा।”क्या यह आप लोगों का रोज का काम था की रात में अपने कमरों को अन्दर से तालित करके ही सोती थीं?”
“हमेशा।”
“और वह क्यों?”
मुझे लगता है कि मैंने आपको बताया था कि डाक्टर के पास एक चीता और एक लंगूर है, अतः यदि हम अपने कमरे को तालित नहीं करते थे तो सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते थे।”
“समझ सकता हूँ। कृपया अपने वक्तव्य को आगे बढायें।”
“उस रात मैं सो न सकी। आने वाले दुर्भाग्य की एक अज्ञात सोच ने मुझे घेर रखा था। आपको याद होगा कि हम दोनों जुड़वां बहिनें थीं, और जो बंधन इतना मजबूत और दीर्घकालीन होता है आत्माएं भी ज्यादा नज़दीक होती हैं। यह एक डरावनी रात थी। बहार हवा का तेज शोर हो रहा था और तेज बरसात खिड़कियों पर छप-छप की आवाज कर रही थी। यकायक हवा के इतने शोरगुल के बीच मुझे किसी अत्यधिक भयभीत महिला की चीख सुनाई दी। मुझे मालूम था कि यह मेरी बहिन की आवाज थी।मैं अपने बिस्तर से उछल कर कूंद पड़ी और अपने चरों ओर एक दुशाला लपेट कर गलियारे की तरफ भागी। जैसे ही मैंने अपने कमरे का दरवाजा खोला मुझे ठीक वैसी ही सीटी की आवाज सुनाई दी जैसी कि मेरी बहिन ने मुझे बताई थी और कुछ क्षणों के बाद एक दूसरी आवाज सुनाई दी, ऐसा लगा मानो कोई धातु का टुकड़ा गिरा हो। जब मैं गलियारा पार कर रही थी मेरी बहिन का कमरा हिन्ज के सहारे खुला पड़ा था। बिना यह जाने कि वास्तव में माला क्या है, इस भयावह मंजर को देखा। गलियारे की बत्ती की रोशनी में मैंने अपनी बहिन को दरवाजे के पास देखा, भय से उसका चेहरा रक्तहीन हो चुका था, उसके हाथ मदद के लिए ही रहे थे, उसका सारा शरीर शराबी की तरह से हिल-डुल रहा था।मैं उसकी ओर दौड़ी और मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया परन्तु उसके घुटनों ने जवाब दे दिया और वह फर्श पर गिर गई। उसका चेहरा इतना विकृत हो चुका था मानो वह अत्यंत भयानक दर्द में हो और उसके सरे अंगों में बुरी तरह मरोड़ आ चुकी थी। पहले मैंने सोचा शायद उसने मुझे पहचाना नहीं परन्तु जैसे ही मैं उसके ऊपर झुकी यकायक वह ऐसी आवाज में चीखी जिसे मैं कभी भूल नहीं सकती। हे मेरे ईश्वर! यह एक पट्टी थी चितकबरी पट्टी। वहां ऐसा कुछ जरूर था जो वह खुश होकर कहना चाह रही हो। उसने अपनी उंगली हवा में घोंपते हुए डाक्टर के कमरे की तरफ इशारा किया परन्तु एक और मरोड़ ने उसे बेदम कर दिया और उसकी आवाज छीन ली। मैं बहार की ओर दौड़ी और अपने सौतेले पिता को जोर से आवाज लगाई। वे अपने सोते समय पहने हुए गाउन में ही जल्दी-जल्दी अपने कमरे से निकले, जब वह मुझसे मिले। वह मेरी बहिन की बगल में आये और यद्यपि वह बेहोश थी फिर भी उसके गले में ब्रांडी उधेल दी और उसे चिकित्सकीय सहायता के लिए गाँव भेज दिया। सरे प्रयास विफल गए और वह डूबती गई और बिना होश में आये ही मर गई। ऐसा दुखद अंत हुआ मेरी प्यारी बहिन का।”
“एक क्षण रुकिए जरा,” होम्स ने कहा। “क्या आप इस सीती की आवाज और धातु के टुकड़े के गिरने की आवाज के बारे में निश्चित रूप से कह सकती हैं, क्या इसके लिए आप शपथ ले सकती हैं?”
“यही तो काउंटी के जांच अधिकारी ने भी मुझसे जांच के समय पूछा था। मेरा दृढ विश्वास है कि मैंने इन्हें सूना था फिर भी तूफ़ान की तेज आवाज और पुरानी इमारत के चरमराने की आवाज के बीच मुझे कुछ धोखा हो गया हो।”
“क्या आपकी बहिन कपड़े पहने हुए थी?”
“नहीं, वह अपनी रात्रिकालीन पोषक में थी और उसके दायें हाथ में मैच का सुलगता हुआ स्टंप और बाएं हाथ में माचिस का डिब्बा था।”
“लगता है कि अपनी सुरक्षा के लिए उसने रोशनी जलाई होगी जब उसके साथ यह दुर्घटना घटी होगी।यह महत्वपूर्ण है। हाँ तो वह जांचकर्ता किस निष्कर्ष पर पहुंचा था?”
“उसने जांच पूरी सतर्कता से की थी परन्तु डाक्टर रोयलोटट् के शैतानी व्यवहार की वजह से वह मृत्यु के कारण पर किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुँच पाया। मेरे सुबूत बताते हैं कि दरवाजे को अन्दर की ओर से मजबूती से बांधा गया था और खिड़कियों और पुराने फेशन के शटर्स को लोहे की चौड़ी छड़ से अवरोधित किया गया था जिनको प्रत्येक रात को सुरक्षित किया जाता था। दीवारों को बजा कर देखा गया ता तो पता चला कि वे काफी मजबूत हैं, फर्श का निरीक्षण भी पूरी तरह से किया गया था और पाया गया कि कि वह भी काफी ठोस व मजबूत है। चिमनी चौड़ी है परन्तु चार बड़े स्टेपल्स से अवरोधित है। यह निश्चित है कि जब मेरी बहिन कि मृत्यु हुई वह अकेली ही थी, इसके साथ ही उसके शरीर पर आक्रमण के कोई निशान न थे।”
“जहर के बारे में आपका क्या कहना है?”
“डाक्टरों ने इसकी भी जांच की थी परन्तु जहर के लक्षण भी नहीं पाए गए।”
“आप क्या मानती हैं कि यह अभागिन महिला कैसे मरी?”
“मेरा यह विशवास है कि वह केवल भय व घबराहट की वजह से मरी, पर उसके इस भय व घबराहट का क्या कारण था मैं नहीं कह सकती।”
“क्या उस समय बगीचे में जिप्सी लोग थे?”
“हां, वहां तो लगभग हर समय कोई न कोई जिप्सी रहता ही है।”
ओह! और उस पट्टी, चितकबरी पट्टी के बारे में आपका क्या मानना है?”
“कभी-कभी मैं सोचती हूँ कि यह सब एक विक्षिप्त आदमी की व्यर्त की बातें हैं, कभी यह कि इनका सम्बन्ध किसी लोगों के झुण्ड से है, शायद इन जिप्सियों के बारे में। मुझे नहीं पता कि जो चितकबरे रूमाल इनमें से ज्यादातर जिप्सी अपने सिरों पर बांधते हैं, क्या उसने इन्ही की ओर इशारा किया था।”
होम्स ने असंतुष्टि की झलक दिखाते हुए अपने सर को झटका दिया।
“यह मामला अत्यंत गंभीर है, आप अपना विवरण जारी रखें।” होम्स ने कहा।
“ तब से दो वर्ष गुजर गए हैं और तब से पहले की अपेक्षा मैं और अधिक अकेला महसूस करने लगी हूँ। एक माह पूर्व मेरे एक प्रिय मित्र ने जिसे मैं एक लम्बे अरसे से जानती हूँ, शादी के लिए मेरा हाथ माँगा। उसका नाम है-‘आर्मिटेज’ ‘पर्सी आर्मिटेज’ जो रीडिंग के पास क्रेन वाटर के रहने वाले मिस्टर ‘आर्मिटेज का दूसरा बेटा है। हम दोनों की शादी के खिलाफ मेरे सौतेले पिटा ने कोई विरोध नहीं जताया, और हम दोनों वसंत में शादी करने जा रहे हैं। दो दिन पहले इमारत के पश्चिमी भाग ए कुछ मरम्मत का काम शुरू हुआ है और मेरे शयनकक्ष की दीवारों में छेद कर दिया गया है जिससे मैं उस कक्ष में आसानी से जा सकूँ जिसमें मेरी बहिन मारी थी और मैं उस बिस्तर पर सो सकूँ जिस पर वह सोती थी। आप अंदाज़ लगाएं मेरे भय का, जब पिछली रात मैं जागते हुए अपनी बहिन के भयावह अंत के बारे में सोच रही थी कि यकायक मैंने रात के सन्नाटे में धीमी सीती की आवाज सुनी जो कि मेरी बहिन की मौत की सूचना देने वाली साबित हुई। मैं उछल पड़ी और बत्ती जलाई परन्तु कमरे में कुछ भी दिखाई न दिया। मैं पुनः दर के मारे बिस्तर पर न जा सकी अतः मैंने कपड़े पहने और जैसे ही सुबह हुई मैं ‘क्राउन इन’ से जो कि विपरीत दिशा में है कुत्ता गाडी पकड़ कर लेदरहेड स्टेशन और वहां से आज प्रातः आपसे मिलाने आ पहुंची जिससे आपकी सलाह ले सकूँ।”
“आपने बुद्धिमत्ता का परिचय दिया है,” मेरे मित्र ने कहा,”परन्तु क्या आपने मुझे सभी कुछ बता दिया है?”
“हाँ, सब कुछ।”
“मिस रोयलोटट्, आपने सब कुछ नहीं बताया है। आप अपने सौतेले पिता को बचाने का प्रयास कर रही हैं।”
“क्यों, आपका मतलब क्या है?”
जवाब देने की बजाय होम्स ने उसके उस हाथ के ऊपर से किनारीदार काली झालर हटा दी जो उसके घुटनों पर रखा हुआ था। उँगलियों और अंगूठे के, नीलापन लिए पांच निशान उसकी गोरी कलाई पर छपे हुए थे। “आपके साथ दरिंदगी से पेश आया गया है।” होम्स ने कहा।
उस महिला का रंग फीका पड़ गया एवं उसने जख्मी हाथ को फिर से ढक लिया। “वह एक कठोर व्यक्ति है” उसने कहा, “उसे अपनी ताकत का भान भी नहीं है।”
कुछ समय तक एक लम्बी खामोशी छाई रही, जिसके दौरान होम्स अपनी ठुड्डी को हथेलियों पर रखे हुए भट्टी में चटखते हुए अंगारों को घूरते रहे।
“यह एक गंभीर मामला है”, उसने कहा, “इससे पहले कि कि हम अपना अगला कदम निश्चित करें, हज़ारों ऐसी बातें हैं जिन्हें मैं जानना चाहूँगा। फिर भी हम थोड़ा भी वक्त बर्बाद नहीं कर सकते। यदि हम आज ही स्टोक मोरान पहुँच जाएँ तो क्या यह संभव हो पायेगा कि हम वे कमरे आपके सौतेले पिता की जानकारी में आए बिना देख सकते हैं?”
“जैसा कि उसने बताया था वह कुछ ख़ास काम से आज शहर जाने वाला था और संभव है की सारा दिन बाहर ही रहे तब आपको वहां कोई नहीं रोकेगा। अभी हम लोगों की एक गृहप्रबंधक है जो बूढ़ी व बेवकूफ है और मैं उसे आराम से आपके रास्ते से दूर रख सकूंगी।”
“अति उत्तम”, वाटसन! आपको तो इस यात्रा से कोई आपत्ति नहीं है?”
“किसी भी तरह से नहीं।”
“तो हम दोनों जायेंगे, आपको कुछ करना चाहते हैं?”
“मुझे एक दो काम शहर में ही करने हैं लेकिन मैं बारह बजे कि गाड़ी से लौट आऊंगा जिससे आपके निकलने के समय तक आ सकूँ।”
“और आप हम लोगों के दोपहर तक वहां पहुँचने की आशा कर सकती हैं। मुझे भी कुछ आवश्यक काम निबटाने हैं। क्या आप प्रतीक्षा नहीं कर सकती कि नाश्ता करके जाए?”
“नहीं मुझे जाना चाहिए। मेरा दिल हल्का हो गया है क्योंकि मैंने अपनी कठिनाइयों को आपके हवाले कर दिया है। मैं इस दोपहर तक आप दोनों से पुनः मिलने की प्रतीक्षा करूंगी।” उसने अपना काला मोटा नकाब अपने चहरे पर डाला और कमरे से बाहर निकल गई।
अपनी कुर्सी की पुष्ट से टिकते हुए शेरलॉक होम्स ने पूछा वाटसन! आप क्या सोचते हैं इस मामले में?”
“मुझे तो यह बहुत ही उलझा हुआ एवं डरावना प्रतीत होता है।”
“जी हाँ, अत्यंत उलझा हुआ और डरावना।”
“यदि यह महिला ठीक कह रही है कि उस इमारत की दीवारें व सर्ष काफी मजबूत हैं कहा दरवाजों, खिड़कियों और चिमनी के रास्ते अन्दर आना असंभव है हुई, तो यह मानना पड़ेगा कि जब उसकी बहिन की मृत्यु वह बिना किसी संदेह के उस कमरे में अकेली ही रही होगी।”
“फिर उन रात्रिकालीन सीटियों व विशेष शब्द ‘मरणासन्न औरत’ के क्या मायने हो सकते हैं?”
“मैं नहीं सोच पा रहा।”
“रात्रिकालीन सीटियाँ, और उन जिप्सियों की पट्टी, जिनके साथ डाक्टर की अंतरंगता है, आदि विचारों को जब आप एकसाथ जोड़ कर देखेंगे तो पाएंगे कि हमारे पास यह सोचने के पर्याप्त कारण हैं कि डाक्टर को अपनी सौतेली बेटी की शादी को रोकने की वजह है, मरने वाली का उस पट्टी की ओर संकेत और अंत में मिस हेलेन स्टोनर का धातु के टुकड़े की आवाज सुनना जो शायद उन धातु की छड़ों में से एक जो शटर को अपनी जगह व्यवस्थित होने से रोकती है, के द्वारा हुई होगी मानना, आदि , मुझे लगता है कि हमारे पास यह सोचने का कि इस गुत्थी को इन्हीं अधरों पर सुलझाया जा सकता है, पर्याप्त आधार हैं।”
“परन्तु फिर क्या यह सब इन जिप्सियों ने किया?”
“मैं नहीं मानता।”
“इस तरह के सिद्धांतों में कई विरोधाभास नज़र आते हैं मुझे।”
“और मुझे बि।’ संक्षिप्त में हम लोग आज ही स्टोक मोरान जा रहे हैं। मैं देखना चाहता हूँ क्या विरोधाभास मजबूत हैं या फिर उनको समझाया जा सकता है। परन्तु उस राक्षस के बारे में क्या सोचा जाये?”
मेरे साथी की बातों से हम कुछ निर्णय कर पाते कि झटके से दरवाजे को खोला गया और उसमें से एक भारीभरकम व्यक्ति नमूदार हुआ। उसकी पोशाक एक पेशेवर और किसान की पोशाक का मिश्रण थी, उसके सर पर काला टाप-हैट था, एक लम्बा फ्राकनुमा कोट और सलवार नुमा पायजामा उसने पहन रखा था और उसके हाथ में शिकारी चाबुक झूल रही थी। वह इतना लम्बा था कि उसका हैट दरवाजे के क्रासबार को छू गया था। वह चौड़ा-चकला और उसका चेहरा लम्बोतरा व हज़ारों झुर्रियों से भरा व धूप से जला पीला व हर तरह की बुरी लतों वाला था। वह हम दोनों को बारी-बारी से घूर रहा था। उसकी अन्दर की ओर घुसी हुई छोटी ऑंखें, ऊंची,पतली ओर मास रहित नाक ऐसे जान पड़ती थी जैसे एक भट्टी में भुनी हुई चिड़िया का शिकार।
“तुम दोनों में से होम्स कौन है?’ उस विचित्र आदमी ने पूछा।
“मेरा नाम होम्स है श्रीमान, परन्तु आप मुझसे क्या चाहते है?” मेरे साथी ने कहा।
“मैं स्टोक मोरान से डाक्टर ग्रिम्स्बाई रोयलोटट् हूँ।”
“वास्तव में डाक्टर!” होम्स ने नीरसता के साथ कहा।”कृपया बैठ जाइये।”
“मैं बैठूँगा नहीं। मेरी सौतेली पुत्री यहाँ आई थी। मैंने उसे यहाँ आते हुए देखा था। वह आपसे क्या कह रही थी?”
”यह साल का थोड़ा ठंडा समय है,” होम्स ने कहा।
बुड्ढा जोर से चीखते हुए बोला “वह क्या कह रही थी?”
“परन्तु मैंने सुना है कि क्रोकस का पौधा बहुत कुछ कहता है।” मेरे साथी ने बिना वाधित होते हुए कहा।
“अच्छा तुम मुझे बहला रहे हो।” आगंतुक ने एक कदम आगे बढ़ते हुए अपनी शिकारी चाबुक को लहराते हुए कहा, “मैं तुम्हें जानता हूँ, बदमाश। मैंने तुम्हारे बारे में पहले से ही सुन रखा है। तुम हर किसी के मामले में टांग अड़ाने वाले होम्स हो।”
मेरा मित्र मुस्कराया।
“दखलंदाज़ होम्स।”
उसकी मुस्कराहट और बढ़ गई।
“स्कॉटलैंड यार्ड्स के कार्यालय में उछल कूद करने वाला होम्स।”
होम्स मन ही मन मुस्कराया। “आपकी वार्तालाप अत्यधिक मजेदार है।” उसने कहा। “जब आप बहार जाएँ तो दरवाजा बंद कर दें, हमें बिलकुल एकांत चाहिए।”
“मैं तभी जाऊँगा जब अपनी बात पूरी कर लूँ। तुम मेरे मामलों में दखलंदाज़ी करने की हिमाकत मत करना। मुझे पता है कि मिस स्टोनर यहाँ आई थीं। मैंने उन्हें देखा था। मैं एक खतरनाक इंसान हूँ और किसी भी हद तक जा सकता हूँ। यह देखो”, और वह आगे बढ़ा, उसने लोहे का पोकर उठाया और अपने बड़े-बड़े भूरे हाथों से उसे टेढा कर दिया।
“देखो! तुम अपने आप को मेरी पकड़ से दूर ही रखना”, वह गुर्राया और उसने टेढ़े किये हुए पोकर को भट्टी में डाल दिया और लम्बे-लम्बे डग भरता हुआ कमरे से बहार निकल गया।
“वह एक बहुत ही मिलनसार व्यक्ति लगता है,” होम्स ने हंसते हुए कहा।”हालांकि मैं उतना भारीभरकम नहीं हूँ फिर भी यदि वह रुकता तो मैं उसे बताता कि मेरी पकड़ भी उससे कमजोर नहीं है।” जब वह यह बात कह रहे थे तब उन्होंने वह लोहे का पोकर उठाया और थोड़े से ही प्रयास से उसे सीधा कर दिया।
“सोचो वह मुझे एक सरकारी जासूस सिद्ध करने कि अभद्र कोशिश कर रहा है। इस घटना से हमारी खोज को बल मिलेगा, फिर भी मैं आशा करता हूँ कि हमारी बेचारी मित्र अपने अविवेक से किसी मुसीबत में नहीं फंसेगी कि यह दुष्ट उसे ढूँढ़ सके। और अब वाटसन! हम नाश्ता मंगवाएंगे और उसके बाद मैं डाक्टर कोमंस के पास जाऊँगा जहां से कुछ जानकारियाँ मिल सकती हैं जो इस मामले में हमारी मदद कर सकें।”
लगभग एक बजा होगा जब शेरलॉक होम्स सैर से लौटे। उनके हाथ में नीले कागज की एक शीट थी जिस पर कई सूचनाएं व चित्र थे। “मैंने मरने वाले की पत्नी की वसीयत देखी।” उन्होंने कहा। इसका यथार्थ अर्थ समझने के लिए सम्बंधित निवेश की वर्तमान कीमत आंकने में मदद मिली, जो पत्नी की मृत्यु के समय 1100 पौंड से थोडा कम थी और अभी कृषि उत्पादों की कीमत में आई गिरावट की वजह से 750 पौंड रह गई है, और यदि शादी होती है तो प्रत्येक पुत्री को मात्र 250 पौंड ही मिलते अतः यदि दोनों पुत्रियाँ शादी कर लेतीं तो इस खूबसूरत महिला को ज़रा सा ही हिस्सा मिलता, जबकि उन दोनों में से एक भी इस बुड्ढे को आर्थिक रूप से अपंग बना कर रख देती। मेरी सुबह की सैर व्यर्थ नहीं गई, चूंकि यह सिद्ध हो चुका है कि उसके कुछ भारी स्वार्थ इस बात में निहित हैं कि कोई भी उसके रास्ते का रोड़ा न बने। और अब वाटसन ज्यादा आराम खतरनाक हो सकता है, ख़ास तौर से जब जब कि उस बुड्ढे को पता चल चुका है कि उसके इस मामले में हम लोग रूचि ले रहे हैं अतः यदि तुम तैयार हो तो हम एक कैब बुलवाएँ और वाटरलू के लिए रवाना हो जाए। मैं आभारी रहूँगा यदि तुम अपनी रिवाल्वर अपनी जेब में डाल लेते हो तो। बाकया -2 एक उत्तम बहस है उन सज्जन से करने की जो लोहे के पोकर को टेढा कर सकते हैं। इसलिए एक पोकर और एक टूथ ब्रश ही मात्र हमें चाहिए, ऐसा मैं सोचता हूँ।”
हमारा सौभाग्य ही था कि वाटरलू में लेदरहेड के लिए तुरंत रेल मिल गई, जहाँ पर हमने एक ट्रैप किराए पर लिया और सरे की सुन्दर सड़क पर चार-पांच किलोमीटर की यात्रा की। यह एक खुशनुमा दिन था, सूर्य तेजी से चमक रहा था और आसमान में रुई जैसे बादल भी थे। सड़क के किनारे लगे बाड़ और पेड़ हरियाली का सुन्दर नज़ारा पेश कर रहे थे, और हवा में गीली मिटटी की सौंधी खुशबू बिखरी हुई थी। मेरे लिए एक अजीब सा विरोधाभास था कि एक तरफ तो वसंत के आने का हवाला दिया जा रहा था तो दूसरी तरफ हम एक भयावने मामले कि खोज में लगे हुए थे। मेरा साथी ट्रैप के सामने वाले हिस्से में बैठा अपने बाजुओं को मोड़े, अपनी आँखों को अपने हैट से ढके और अपनी दाढी को अपनी छाती से लगाए, गंभीर चिंतन में मगन था। यकायक उसने मेरे कंधे को थपथपाते हुए चारागाह की तरफ इशारा किया।
“वहां देखो उसने कहा।”
वह एक अत्यधिक पेड़ों वाला, ढलान तक फैला और सर्वाधिक ऊंचाई पर घना चारागाह था। पेड़ों की टहनियों के बीच वहां एक त्रिअंकीय छत का उभार दिखाई दे रहा था।
”क्या यही स्टोक मोरान है?” उसने कहा।
“हाँ, श्रीमान।’ वह डाक्टर ग्रिम्स्बाई रोयलोटट् का मकान हो सकता है”, ट्रैप के चालक ने कहा।
“वहां पर कोई इमारत दिखाई दे रही है”, होम्स ने कहा। यह वही जगह है जहाँ हम जा रहे हैं।”
“वहां एक गाँव है।” चालक ने कुछ दूर बाएं ओर छतों की एक गुच्छे कि और इशारा करते हुए कहा, परन्तु यदि आप घर में जाना चाहते हैं तो इन सीढ़ियों वाला रास्ता सबसे छोटा रास्ता है, और इसी तरह-तरह खेतों की पगडंडियों से भी जा सकते हैं।जहां वह महिला चहलकदमी कर रही है यही वह घर है।”
“और वह महिला, मैं मानता हूँ मिस स्टोनर हैं।” होम्स ने अपनी नज़रें गढ़ाते हुए अपना विश्वास ज़ाहिर किया। “हाँ हमें वही करना चाहिए जैसा आपने कहा।”
हम ट्रैप से उतर गए, किराया चुकाया, और और ट्रैप लेदरहेड की ओर वापिस चली गई।
“मैं भी इसी तरह सोचता हूँ,” जब हम सीढ़ियाँ चढ़ रहे थे तब होम्स ने कहा कि इस बन्दे ने समझा होगा कि लोग कारीगर हैं या किसी और मामले में यहाँ आये है, इससे उसकी गपबाजी बंद हो जाएगी। “नमस्कार मिस स्टोनर! देखिये हम लोग अपने वायदे के पक्के निकले।”
हमारी मुवक्किला हमसे मिलने जल्दी से आगे बढ़ी, उसके चेहरे पर खुशी झलक रही थी। गर्मजोशी के साथ हम लोगों से हाथ मिलाते हुए वह लगभग चिल्लाते हुए बोली “मैं आप लोगों का ही इंतज़ार कर रही थी। सब कुछ ठीक है, डाक्टर रोयलोटट् शहर गए हुए हैं और मुझे नहीं लगता कि शाम से पहले वे ओटेंगे।”
“हम लोगों को डाक्टर साहब से मिलने का सौभाग्य मिल चुका है,’ होम्स ने कहा और कुछ ही शब्दों में उन्होंने बता दिया कि क्या हुआ है।” मिस स्टोनर ने जब यह सुना तो तो उसके होंठ सूख कर सफ़ेद पड़ गए।
“हे भगवान्!” उसने कहा “इसका मतलब है कि उसने मेरा पीछा किया?”
“ऐसा ही लगता है।”
“वह इतना धूर्त है कि मैं समझ नहीं पाती कि मुझे उससे निजात कब मिलेगी। जब वह लौट रहा था तो उसने क्या कहा?”
“जिस रास्ते पर वह चल रहा है, उसे अपनी हिफाज़त की चिंता करना चाहिए क्योंकि कोई और उससे भी अधिक धूर्त है। आज रात आपको उससे अपनी हिफाज़त करना चाहिए। यदि वह आक्रामक होता है तो हम लोग आपको आपकी मौसी के पास ‘हेरो’ ले जायेंगे। अब हमें अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए, अतः हमें उस कमरे में ले चलें जिसका निरीक्षण हमें करना है।”
“ वह इमारत भूरी थी व पत्थरों पर काई जमी थी, उसमें उभार लिए हुए मध्य भाग,और दो वक्र खंड थे जैसे केकड़े ने नाखूनों द्वारा उसे जकड़ा हुआ हो। इनमें से एक खंड की खिड़कियाँ टूटी हुईं ही और लकड़ी के तख्तों से अवरोधित थीं, जब कि छत झुकी हुई क्षत-विक्षत तश्वीर की तरहसे नज़र आ रही थी। मध्य खंड की ठीक से मरम्मत की गई जान पड़ती थी परन्तु उसका दायें हाथ की तरफ वाला हिस्सा तुलनात्मक रूप से आधुनिक था और खिड़कियाँ बंद थीं, चिमनी से नील रंग के धुएं के छल्ले निकल रहे थे जिससे महसूस होता था जैसे परिवार इसी भाग में रहता है। अंतिम दीवार के सहारे एक मचान बनाया गया था एवं पत्थर टूटे-फूटे हुए थे, और हमारे पहुँचने पर वहां कोई काम भी नहीं कर रहा था। होम्स खिड़की के बाहर ध्यान से निरीक्षण करते हुए, उस बेतरतीबी से छंटाई किये हुए लान में चहलकदमी करने लगे।
“मैं समझता हूँ कि यह आपका वही कमरा है जिसमें आप सोया करती थी, बिच वाला आपकी बहिन का और उससे आगे वाला डाक्टर रोयलोटट् का है।”
“बिलकुल ठीक। परन्तु अब मैं बीच वाले कमरे में सोती हूँ।”
“मरम्मत के चलते, ठीक है न। वैसे भी उस अंतिम दीवार की मरम्मत की जरूरत नहीं जान पड़ती है।”
“कोई जरूरत नहीं है, मैं समझती हूँ कि यह सब मुझे मेरे कमरे से हटाने के लिए किया जा रहा है।”
“ओह! यह मानने योग्य है। अब इस सकरे खंड के दूसरी तरफ गलियारा पड़ता है जिसमें यह तीनों कमरे खुलते हैं और उनमें खिड़कियाँ भी।”
“हाँ, पर वे बहुत छोटी हैं, इतनी छोटी कि उनमें से किसी आदमी के निकल पाने की कोई संभावना नहीं है।”
“जैसा कि आप दोनों रात्रि में अपने कमरे तालित करके सोती थीं, आपके कमरों में किसी के उस तरफ से घुसने की संभावना नहीं थी। अभी क्या आप अपने कमरे में जा कर शटर्स को बंद कर सकती हैं?”
मिस स्टोनर ने ऐसा ही किया और होम्स ने खुली हुई खिड़कियों के रास्ते शटर्स को खोलने का हर तरह का प्रयास किया परन्तु सफल नहीं हुए। उनमें ज़रा सी भी दरार नहीं थी कि लोहे के सरियों को हटाने के लिए उनमें चाकू भी घुसाया जा सके। इसके बाद होम्स ने अपने आवर्धक कांच शटर्स की हिन्जिज की जांच की परन्तु वे ठोस लोहे की बनी हुई थीं और मजबूती से भारी मेशनरी में पैबस्त थीं। “हूँ, होम्स ने अपनी ठुड्ढी को सहलाते हुए और थोड़ी दुविधा से कहा कि मेरी अवधारणा में जरूर कुछ कठिनाइयां हैं । यदि इन शटरस को बोल्ट कर दिया जाये तो कोई उनके आर-आर नहीं जा सकता। ठीक है, अन्दर जाने पर क्या कोई रोशनी की किरण नज़र आती है?”
“एक छोटा दरवाजा जो चूना पुते गलियारे में खुलता था, जिसमें तीनों दरवाजे खुलते थे। होम्स ने तीसरे कमरे का निरीक्षण करने से मना कर दिया, इसलिए हम दूसरे कक्ष में पहुँच गए जिसमें मिस स्टोनर आज-कल सोती थीं और जिसमें उसकी बहिन अपनी अंतिम स्थिति में पहुंची थी। यह एक छोटा आरामदायक कमरा था जिसकी छत नीची थी और थोड़ी दूरी पर आग तापने की भट्टी थी जैसी कि कुन्ती के आम घरों में होती थी। एक कोने में भूरे रंग का ड्रावर का चेस्ट था और दूसरे कोने में सफ़ेद रंग की इकहरी शायिका थी और बाईं तरफ खिड़की के पास श्रृंगारदानी थी। इन चीजों के अलावा मात्र लकड़ी की बनी हुई दो कुर्सियां सिवाय एक सुन्दर और चौरस कालीन के। इन दीवारों की साग की लकड़ी भूरी व दीमक द्वारा खाई हुई इतनी पुरानी और बदरंग थी कि इसने अपनी मूल छटा ही खो दी थी। होम्स ने एक कुर्सी को कोने में खींच और उस पर शांत होकर बैठ गए, परन्तु उनकी आँखें उस कमरे के दायें-बाएं, ऊपर-नीचे सभी तरफ का जायजा ले रही थीं। घंटी कि रस्सी जो पलंग कि बगल में लटकी हुई थी की ओर इशारा करते हुए होम्स ने पूछा “ यह घंटी कहाँ बजती है?” दरअसल रस्सी का फुंदना तकिये के ऊपर पड़ा हुआ था।
“यह घर की देखभाल करने वाली महिला के कमरे में बजती है।”
“यह दूसरी वस्तुओं की अपेक्षा नै लगती है?”
“जी हाँ, यह कुछ साल पहले ही लगाईं गई है।”
मुझे लगता है कि आपकी बहिन ने इसकी मांग की होगी।”
“नहीं, मैंने उसे इसका उपयोग करते हुए कभी नहीं सुना। हमें जो चाहिए होता था हम स्वयं ही ले आते थे।”
“वास्तव में, ऐसा लगता है कि इतनी खूबसूरत घंटी की रस्सी लगाना व्यर्थ ही है। क्षमा करें मैं कुछ देर इस फर्श का निरिक्षण करूंगा।” वह फर्श पर बैठ गया और अपने आवर्धक कांच के जरिये पूरे फर्श पर घूम-घूम कर पत्तियों के बीच की दरारों का निरीक्षण करने लगा। यही काम उसने दीवारों पर लगे लकड़ी के पैनलों के साथ किया। सबसे अंत में उसने घंटी की रस्सी को हाथ में लेकर एक जोर का झटका दिया।
‘”यह बजती क्यों नहीं है?” उसने कहा।
“क्या यह बज नहीं रही है?”
“नहीं, जबकि यह एक तार से बंधी हुई है। यह बहुत मजेदार बात है। आप देख सकती हैं कि इसे एक हुक के जरिये जो रोशनदान से थोड़ा ऊपर है, बांधा गया है।”
‘यह तो बहुत ही बेतुका काम है। मैंने इसे कभी देखा ही नहीं है।”
“बहुत अद्भुत है।” होम्स रस्सी को खींचते हुए बुदबुदाया।”इस कमरे में एक-दो ख़ास बातें हैं। उदाहरण के लिए क्या इस इमारत को बनाने वाला मूर्ख था कि जिसने इस रोशनदान को दूसरे कमरे में खुलता हुआ बनाया, जब कि उतनी ही मेहनत से वह इसे बाहर की और भी खोल सकता था।”
‘महिला ने कहा “वह भी आधुनिक है।”
घंटी की रस्सी के साथ भी वही गलती हो गई है।” होम्स ने कहा।
“जी हाँ, उस समय कई दूसरे परिवर्तन भी किये गए थे।”
“वे अत्यंत मजेदार खासियतों के जान पड़ते हैं- व्यर्थ की घंटियाँ, रोशनदान जो राशनी पैदा ही नहीं करते। यदि आप इजाजत दे मिस स्टोनर तो अब हम लोग अंदरूनी भाग में जांच-पड़ताल करेनेग।”
डाक्टर ग्रिम्स्बाई रोयलोटट् का कमरा उसकी सौतेली बेटी से बड़ा था, पर पूरी तरह सुसज्जित था। उसमें एक सफारी पलंग, लकड़ी कि एक सेल्फ जो किताबों से भरी हुई थी, उनमें से ज्यादातर किताबें तकनीकी मिजाज़ की थीं, पलंग के बगल में एक हत्थेदार कुर्सी , एक लकड़ी कि सपाट कुर्सी दीवाल के साथ लगी हुई एक गोल मेज एवं एक लोहे कि विशाल अलमारी आदि कुछ खास चीजें थी जिन्हें आँखें देख पाई । होम्स ने धीमे-धीमे चलते हुए उन सभी चीजों का बारीकी से निरीक्षण किया।
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