सेटना खमवास और जादू की किताब : मिस्र की लोक-कथा
Setna Khamwas and the Magic Book : Egyptian Folk Tale
यह कहानी एक ऐतिहासिक चरित्र सेटना खमवास पर आधारित है जो पीटा का एक बड़ा पुजारी था और रैमसैज़ 2 दी ग्रेट का चौथा बेटा था। यह कहानी तीसरी सदी बीसी के एक पैपीरस पर लिखी पायी गयी है। यह कहानी बताती है कि मरे हुए लोगों की बातों में दखल देने में क्या क्या खतरा होता है।
सेटना खमवास एक बहुत ही विद्वान आदमी था। एक बार उसने एक जादू की किताब के बारे में सुना तो वह उसको लेने के लिये बहुत उत्सुक हो गया। वह जादू की किताब थौट देवता की लिखी हुई थी।
उसको यह विश्वास दिलाया गया था कि यह किताब राजकुमार नैफ़रकाप्ता के मकबरे में कहीं छिपी हुई थी। और यह मकबरा मैमफिस के पश्चिम में नैक्रोपोलिस में था।
यह सुनते ही सेटना ने तय कर लिया था कि वह यह किताब हासिल कर के ही रहेगा।
उसने वह मकबरा भी ढूँढ लिया और अपने भाई इनारौस की सहायता से उसे जबरदस्ती खोल भी लिया। वहाँ उसको वह चमकीली किताब मिल गयी।
पर जब सेटना खमवास ने उसको उठाना चाहा तो उसके सामने राजकुमार नैफ़रकाप्ता, उसकी पत्नी ईवे और उनके बेटे मैरिब की आत्माऐं उससे लड़ने के लिये आ गयीं।
सेटना खमवास ने राजकुमार नैफ़रकाप्ता से वह किताब छीननी चाही तो वह बोला — “अगर तुम्हें यह किताब चाहिये तो तुमको ड्रौट्स खेल खेलना होगा।”
सेटना राजी हो गया और वे दोनों बोर्ड बिछा कर वह खेल खेलने बैठे। सेटना खमवास तीन बाजी हार गया। हर बाजी जीतने पर नैफ़रकाप्ता ने उसके सिर पर मारा और उसको जमीन में नीचे धँसा दिया। इस तीन बार में केवल उसका सिर ही जमीन से बाहर निकला रहा बाकी सारा शरीर जमीन के अन्दर चला गया।
अब सेटना खमवास ने अपने भाई को अपने जादुई ताबीज़ लेने के लिये भेजा जिनकी सहायता से वह वहाँ से आजाद हो सका और वह किताब भी उस राजकुमार से ले सका।
जब वह वहाँ से बाहर आया तो उसने उस किताब को बड़े उत्साह से पढ़ना शुरू कर दिया। उसने उन सब सलाहों पर कोई ध्यान नहीं दिया जो उसको यह कहती थीं कि उसको वह किताब वापस कर देनी चाहिये।
खैर, कुछ देर बाद ही उसने अपनी खिड़की के पास से गुजरती एक बहुत ही सुन्दर स्त्री देखी। उसको देखते ही उसके मन में उसको पाने की इच्छा जाग उठी। उसने उससे प्यार करने की इच्छा प्रगट की।
वह बोली कि वह ऐसा जरूर करेगी पर केवल इस शर्त पर कि वह उसको अपनी सारी जायदाद उसको दे दे और अपने बच्चों को मार दे।
सेटना खमवास इस बात पर राजी हो गया। उसको यह पता ही नहीं था कि वह स्त्री एक आत्मा थी और उसका नाम तबूबू था और वह अब उसके जादू में था।
सेटना ने अभी अपने कपड़े उतारे भी नहीं थे कि वह स्त्री गायब हो गयी और फैरो उस कमरे में अन्दर आया। सेटना उसको देख कर बहुत ही शर्मिन्दा हो गया। पर उसकी शर्मिन्दगी तब खत्म हो गयी जब उसको यह बताया गया कि वह तो एक बुरा सपना था और उसके बच्चे अभी ज़िन्दा हैं।
तब उसने उस किताब को नैफ़रकाप्ता के मकबरे को वापस कर दिया। उस मरे हुए राजकुमार ने उसका खुशी से स्वागत किया और इस चोरी की सजा के बदले में उससे एक पा्रर्थना की कि वह उसकी पत्नी और बेटे का शरीर ढूँढ कर उसको ला कर दे दे।
सेटना खमवास ने उसकी पत्नी और उसके बेटे के शरीर धरती में से निकाले और उनको नैफ़रकाप्ता के मकबरे में रख दिये जिनको कि उसने फिर बन्द कर दिया। फिर उसने वह किताब भगवान को वापस कर दी।
Setna Khamwas was the Chief priest of Ptah and was the fourth son of Ramses II.
Ptah – pronounced as Pitah – the god of craftsmen and architects
Thoth god
Neferkaptah – name of the Prince
Necropolis is a large ancient cemetery with elaborated tomb monuments.
Inaros – name of the brother of Setna
Ihweh – name of the wife of Neferkaptah; and Merib is the name of their son
Draughts – name of a game
Tabubu – name of the spirit
(साभार सुषमा गुप्ता जी, जिन्होंने लोक-कथाओं पर उल्लेखनीय काम किया है.)