नीरो (कहानी) : साजिद रशीद

Neero (Story in Hindi) : Sajid Rashid

आग दिलों और घरों में दब चुकी है मगर धुआँ अब भी उठ रहा है। फ़ौज गश्त लगा रही है। हालात क़ाबू में हैं और शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है।

आठवीं मंज़िल की खिड़की से शहर कितना शान्त नज़र आता है। दूर तक धुन्ध लैम्प-पोस्ट ऐसे सिर झुकाये खड़े हैं जैसे सारी घटनाओं के लिए वे स्वयं ज़िम्मेदार हों। सड़कें बेजान और गलियाँ वीरान पड़ी हैं। सन्नाटा इतना गहरा है कि नीचे गश्त करते फ़ौजी जवानों के बूटों की धमक, आठवीं मंज़िल के इस फ़्लैट की बन्द खिड़की के शीशों से टकरा रही है। शीशे के दूसरी ओर वे चारों नौजवान सोफ़ों पर पसरे हुए हैं। उनके बीच तिपाई है। तिपाई के नीचे बीयर और स्कॉच की ख़ाली बोतलें पड़ी हैं। तिपाई पर एक अधख़ाली बोतल और बियर से भरा हुआ मग रखा है। पण्डित रविशंकर अमेरिका में प्रोग्राम दे रहे हैं इसीलिए ‘अकाई’ के स्टीरियो पर ‘बोनी एम’ गला फाड़ रहे हैं। तेज़ संगीत से दीवारें तक झनझना रही हैं और उन चारों के पैर संगीत की लय पर हिल रहे हैं।

"यार क्या गजब का संगीत है।" उनमें से एक, जिसकी हल्की-सी दाढ़ी है अपनी पतलून की क्रीज़ को ठीक करते हुए सिर हिलाकर बोला।

"अमेरिका से एक फ्रेण्ड ने प्रेजेण्ट में भेजा है यह रिकार्ड। बोनी एम का बिल्कुल लेटेस्ट रिकार्ड है।" वह जिसने जींस पहन रखी है रहस्योद्घाटन के अन्दाज़ में बोला।

"ओह आई सी" दाढ़ी वाले ने भवों को उचकाकर कन्धों को झटककर अमरीकन अन्दाज़ में कहा।

"यह अमेरिका और रूस की पालिटिक्स कोई नया मोड़ लेने वाली है। ये साले फिर एशियन कण्ट्रीज को लड़ायेंगे।" चश्मेवाले ने बियर पीते हुए अपनी चिन्ता व्यक्त की।

"छोड़ो यार, अपना एशियन कण्ट्रीज से क्या वास्ता है।" जींसवाले ने हाथ झटककर कहा। "हाँ तो मैं कह रहा था कि यह ‘बोनी एम’ का लेटेस्ट है। इसके बाद भी सुना है कि एक और मार्केट में आया है। मैं अपने फ्रेण्ड को ट्रंककाल करने वाला हूँ कि फ़ौरन भेज दे।"

"जब इसके बाद भी एक रिकार्ड मार्केट में आ चुका है तो फिर यह लेटेस्ट कैसे हुआ?" दाढ़ी वाले ने ठोड़ी खुजाकर आक्षेप किया।

"यार ऐट लीस्ट इण्डिया में तो लेटेस्ट है।"

"हाँ यार, यह साला इण्डिया तो बैलगाड़ी है। उधर फारेन में वीडियो आये ज़माना हो गया और इधर अभी तक कलर टी.वी. तक नहीं आया।" दाढ़ी वाले ने शिकायती स्वर में कहा।

"कुछ भी हो। मैं वीडियो ज़रूर मँगवाऊँगा।" जींसवाले ने फ़ैसलाकुन अन्दाज़ में कहा।

"अरे यार कोई प्राब्लम नहीं होगा। मेरा एक कजिन कस्टम में है।"

"हाँ यार, अपने देश में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है पुलिस तो पुलिस...।" इतना कहकर चश्मे वाले ने बियर की चुस्की ली।

"भ्रष्टाचार। यह तो अच्छी बात है। अपने को जो चीज़ ड्यूटी लगने के बाद डबल रेट में मिलती है वही कुछ दे दिलाकर अगर सस्ते में छूट जाती है तो बुरा क्या है? इट्स बेटर फार अस।" दाढ़ी वाले ने जोश में आकर वकालत की।

नीचे फ़ौज के जवान पूरी ज़िम्मेदारी से गश्त लगा रहे हैं। उनके भारी बूटों की आवाज़ सन्नाटे को तोड़-तोड़ देती है। जर्जर बिलि्ंडगों की अँधेरी तंग कोठरियों जैसे घरों में लोग दुबके बैठे हैं। वे अपनी साँसों की आवाज़ तक पर चौंक पड़ते हैं।

"हा हा हा।" किसी अश्लील लतीफ़े पर उन यारों ने क़हक़हा लगाया।

"यार यह प्ले ब्वॉय के जोक साले एकदम नये होते हैं।" चौथा जो अब तक ख़ामोशी से पी रहा था हँसते हुए बोला। लतीफ़ा भी इसी ने सुनाया था।

"कमाल है यार, अपनी कण्ट्री कोई ओरिजनल चीज़ बना ही नहीं सकती। सोचने की बात है कि अभी तक अपने इधर एक गैस लाइटर तक नहीं बन सका है।" जींसवाले ने फिर मुँह बिचकाया।

"अरे यह क्या है, हमारे यहाँ का किसान अभी तक बैल और हल की जान को पड़ा हुआ है।" चश्मे वाले ने कहा, "किसानों को चाहिए कि...।"

"व्हाट नानसेंस यह बहन...गैस लाइटर से किसान का क्या लिंक है?" दाढ़ी वाले ने ‘डनहिल’ को लाइटर से सुलगाकर धुआँ बिखेरते हुए कहा।

"आजकल डनहिल का क्या रेट चल रहा है?" चौथे ने अपनी जेब से रॉथमैन्स का पैकिट निकालते हुए पूछा।

"बीस रुपया पैकिट।"

"साली पचास सरकारें बदल जायें, क़ीमतें गिरने वाली नहीं। बस बढ़ती ही चली जायेंगी।"

"आजकल मंत्रिमण्डल में फिर गड़बड़ चल रही है। अगले महीने तक...।" चश्मेवाले ने कहना चाहा।

"यार, इसके अन्दर का पत्रकार कभी चैन से नहीं बैठता।" चौथे ने कहा।

"भाई, यह तुम्हारे अख़बार का ऑफिस नहीं है।"

"हाँ, यार यह अपने बीच बिल्कुल टेलीप्रिण्टर लगता है। खट-खट-खट दुनिया भर की ख़बरें उगलता रहता है।" दाढ़ी वाले की इस समीक्षा पर सबके सब खिलखिलाकर हँस दिये।

"प्लीज, डोंट डिस्कस पॉलिटिक्स", दाढ़ीवाले ने बेजारी से कहा।

"हॉल्ट" एक दहाड़ गूँजी है।

"ठाँय।" दूर कहीं गोली चली है। खपरैलों में सहमे कबूतर परों को फड़फड़ाकर उड़ गये हैं और कौवे शोर मचाने लगे हैं।

"लगता है कहीं गोली चली है।" चश्मे वाले ने बियर के मग को तिपाई पर रखते हुए कहा।

जींस वाले ने उठकर स्टीरियो का स्पूल बदला और "लव टू लव यू बेबी" की धुन पर स्वयं ही थिरकने लगा, और चौथा हिप पाकिट से माऊथआरॅगन निकालकर बजाने लगा।

"क्या सेक्सी आवाज़ है। अपनी ऊषा अय्यर भी इसका मुक़ाबला नहीं कर सकती है।" जींसवाले ने अपने गिलास में शराब उड़ेलते हुए कहा।

"अरे तुम भी किससे तुलना करने लगे। इसकी आवाज़ तो हेनरी मिलर के किसी भी उपन्यास पर भारी है।" दाढ़ी वाले ने आँखें नचाकर कहा।

"तुम हेनरी मिलर की क्या बात करते हो।" चौथे ने झुककर राजदाराना स्वर में कहा।

"कल मैंने हेराल्ड रॉबिन्स का एक उपन्यास पढ़ा। उसमें एक पेज का डिसक्रिप्शन ऐसा है कि मुर्दे को सुना दो तो वह भी जीने की आरजू करने लगे।"

"सच।" जींस वाले की आँखें चमक उठीं।

"बाई गॉड, ऐसा गजब का उपन्यास मैंने तो आज तक नहीं पढ़ा।"

"यार, तुम मुझे वह किताब कल ही ला दो।"

फ़ौजी जवानों ने ठोकरों और रायफ़लों के कुन्दों के वार से दरवाज़ा तोड़ा है और अब तक कमज़ोर-सा बूढ़ा उनके घेरे में खड़ा बार-बार अपने धुँधलाते चश्मे को साफ़ कर रहा है। कमरे में चारों ओर कपड़े और किताबें बिखरी पड़ी हैं।

"ग्रीज" के नये रिकार्ड के झनझनाते संगीत से कमरे की एक-एक ईंट जैसे काँप रही है। दीवार पर चिपके ट्रवोल्टा, बू्रसली और एलविस प्रेस्ली जैसे उन्हें घूर रहे हैं। सिगरेट का धुआँ कमरे में धीरे-धीरे भटक रहा है और वे चारों अब ताली की ताल पर नाच रहे हैं।

"सूट का मैंने बिल्कुल नया डिज़ाइन देखा है।" दाढ़ी वाले ने जींस वाले को सम्बोधित किया।

"कहाँ?" वह उत्सुकता से कुछ झुक गया।

"पिंकी कल न्यूयार्क का एक फ़ैशन मैगज़ीन लायी थी। उसी में देखा था। ब्यूटीफूल। बस जी चाहा तुरन्त सिलवा लूँ।"

"अभी पिछले हफ़्ते ही तो तुमने कोई नया सूट सिलवाया है न।" चश्मे वाले ने सिगरेट को ऐश्ट्रे में मसलते हुए कहा।

"हाँ यार, वह कपड़ा ठीक नहीं है। पैंट की फॉल ठीक से नहीं गिरती है।"

चश्मे वाला शब्द "गिरती" पर चौंका और आँखें मिचमिचाकर बोला।

"यू नो "स्काई लैब" गिरने के बाद भी अमेरिका...।"

"यार, कभी-कभी लगता है कि यह पॉलिटिक्स पहनता, पॉलिटिक्स पीता और पॉलिटिक्स ओढ़ता है।" दाढ़ी वाले ने हँसकर चोट की।

"अब तुम ऐसा करो कि चुनाव लड़ ही लो।" जींस वाले ने चश्मे वाले से कहा, "डैडी हर चुनाव पर दूसरी पार्टियों को फण्ड तो देते ही हैं। तुम्हारे फण्ड में चार-छह हज़ार ज़्यादा दिलवा दूँगा।" वे सब ठहाका मारकर हँस पड़े।

मकान में घुसकर फ़ौजी जवानों ने लड़के पर हाथ डालना चाहा मगर वह पता नहीं कैसे इतने तनाव में साहस जुटाकर भाग निकला था। एक रायफ़ल के मुँह से शोला निकला और लड़का बिजली के खम्भे की धुँधली रोशनी के दायरे में उलटकर ढेर हो गया है। गाढ़ा लाल-लाल ख़ून सड़क पर फैलता जा रहा है।

"तुममें से किसी ने "रिटर्न ऑफ़ ड्रैगन" देखी?" चौथे ने पूछा।

"हाँ।" तीनों ने एक स्वर होकर कहा।

"मज़ा आ गया दोस्त। ब्रूस ली का जवाब नहीं।"

"क्या मर्द आदमी को मार डाला सालों ने।"

"मुझे तो इसके पीछे षड्यन्त्र नज़र आता है।"

"बिल्कुल षड्यन्त्र था।" और फिर चौथे ने ब्रूस ली के जन्म से लेकर हत्या तक की सारी कहानी बड़ी भावुक अन्दाज़ में सुना डाली। उन चारों के चेहरे ऐसे लटक गये जैसे ब्रूस ली से उनकी गहरी दोस्ती रही हो।

"अगर हत्यारों में से एक भी मिल जाये तो बास्टर्ड का कचूमर निकाल दूँ।"

एक ने ग़ुस्से से नथुने फड़काते हुए कहा। उसकी आँखों में ग़ुस्से से शराब से या दुख से पानी तैरने लगा था।

गाढ़ा ख़ून सड़क पर फैलकर जम रहा है और वे उसे वहीं छोड़कर दूसरे संदिग्ध लोगों की खोज में निकल गये हैं। मृत्यु यातना में तड़पते उसके गले से ऐसी खरखराहट निकल रही है जैसे वह कोई इन्सान नहीं, जिबह किया हुआ जानवर हो, ज़ोर-ज़ोर से साँस लेने के कारण नथुनों और मुँह से ख़ून उड़ रहा है।

"बहुत पी चुके अब रमी हो जाये।" चौथे ने अपना गिलास ख़ाली करके मेज़ पर पटकते हुए कहा।

"नहीं यार, बहुत अच्छी किक लगी है, रमी वमी ठीक से होगी नहीं।" जींस वाले ने सोफ़े पर फैलते हुए कहा।

"तुम पिछले सण्डे रेस कोर्स गये थे?" उसने चश्मे वाले को सम्बोधित किया जो सोफ़े पर ठोड़ी टिकाकर ऊँघने लगा था।

"हाँ", उसने पट से आँखें खोल दीं।

"‘खरतूम’ का क्या रिजल्ट रहा?"

"चौथे नम्बर पर था शायद, मैंने तो "ब्लैक पैंथर" पर लगाया था।"

"कितना?"

"आठ सौ रुपए।"

"फिर?" वह कुछ आगे झुक आया।

"बस साला ज़रा-सा फ़ोटो फ़िनिश में मार खा गया।" चश्मे वाला अपनी रान पर हाथ मारकर बोला।

"ओह नो!"

"हाँ साले जॉकी ने हरामीपन किया था। दिखाने को तो वह घोड़े पर छड़ी बरसा रहा था लेकिन छड़ी घोड़े की गरदन पर पड़ने की बजाय उसकी अपनी पिण्डली पर पड़ रही थी।"

"बास्टर्ड। और तुम हार गये।"

चश्मे वाले का चेहरा तमतमा उठा।

"हाँ यार, वह आठ सौ तो हारा ही उधर आसपास जो लोग थे उनमें मैं ब्लैक पैंथर पर ढाई सौ रुपए की बेट लगा चुका था वे भी गये।"

सड़क पर एक जीप आकर रुकी। उनमें से तीन फ़ौजी जवान उतरे, बिजली के खम्भे से झड़ती रोशनी में मृत्युयातना में पड़े उस लड़के को देखा जिसके नथुनों और मुँह से अब भी ख़ून के छींटे उड़ रहे हैं। उन्होंने एक सरसरी नज़र उस पर डाली और सामने की एक अँधेरी गली में खो गये। उनके बूटों की धमक धीरे-धीरे डूब गयी... किसी औरत की तेज़ चीख़ सन्नाटे को किसी नये कपड़े की तरह चीरती चली गयी है।

"फिर तुमने क्या किया?"

"करता क्या टैक्सी करके चुपचाप घर चला आया।" चश्मे वाले ने खिसियानी हँसी के साथ उत्तर दिया।

"अरे तुम्हें तो उस हरामख़ोर जॉकी का मुँह तोड़ देना चाहिए था।" जींस वाले ने तिपाई पर ज़ोर से मुक्का मारा। गिलास बज उठे। वह अपना हाथ सहलाते हुए बड़बड़ाने लगा।

ये आवाज़ें बन्द कमरे में भी चली आती है। दाढ़ी वाले ने चीख़ की गूँज पर बुरा-सा मुँह बनाते हुए कहा। "तुम्हें कम से कम इस कमरे को तो साऊण्ड प्रूफ करा लेना चाहिए।" तीनों ने उसका समर्थन किया।

बूटों की धमक पर रह-रहकर उभरने वाली चीख़ की गूँज ने ख़ामोशी में दरार डाल दी थी। वे चारों झल्लाकर उठे। अब नशा सिर चढ़कर बोल रहा था। नीचे वह अब तक धुँधली रोशनी में पड़ा जिबह जानवर की तरह डकार रहा है।

जीप के ब्रेक चरचराए हैं। दो फ़ौजी जवान मुँह में सिगरेट दबाये धड़धड़ाकर उतरे हैं। और जीप झटके से निकल गयी है। उन्होंने सबसे पहले अपने सामने पड़ने वाले एक मरियल कुत्ते पर ठोकरों की बौछार कर दी है। कुत्ता टियाऊँ-टियाऊँ करता भागा जिस पर वे दोनों खिलखिलाकर हँस पड़ते हैं।

वे चारों लिफ़्ट से आँधी की तरह नीचे आये और तूफ़ान की तरह जापानी टोयेटा कार में बैठकर "झन" से निकल आये। उन दोनों फौजियों की हँसी को ब्रेक लग गया। उन्होंने सिर्फ़ इतना देखा कि दो लाल बत्तियाँ दूर होती जा रही हैं। उनकी नज़रें फिर कुत्ते को खोजने लगीं।

वे हँस रहे थे, ताली बजाकर गा रहे थे और माउथ आर्गन बजा रहे थे। टोयेटा और नशा दोनों नब्बे की स्पीड में थे।

अचानक दाँयी-बाँयी गलियों से दो जीपों ने ब्रेक की चरचराहट से टोयेटा का रास्ता रोक लिया। जींस वाले ने इतनी सफ़ाई से ब्रेक लगाया कि जीपों से टकराने में बाल भर का फ़ासला रह गया। दोनों जीपों से फ़ौजी जवान रायफ़लें लिये खटाखट उतरे और टोयेटा को चारों ओर से घेर लिया। लैम्प पोस्ट की पीली कमज़ोर रोशनी में फ़ौजी उनके चेहरों को ठीक से नहीं देख पा रहे थे। एक ने जेब से टॉर्च निकालकर जलायी और रोशनी का दायरा टोयेटा में बैठे हुए उन चारों पर रेंगने लगा। उन्होंने खिड़कियों में सिर डाला और नाकें सिकोड़कर लम्बी-लम्बी साँसें लेने लगे। उन चारों ने बुरा-सा मुँह बनाया और चौथे ने पतलून की जेब से कर्फ्यू पास एक झटके से निकालकर टॉर्चवाले जवान की तरफ़ बढ़ा दिया। उन सबने एक साथ झुककर सरसरी अन्दाज़ में पास को देखा, टोयेटा को देखा, उनके अमरीकन तराश-खराश वाले कपड़ों को देखा और फिर रोशनी के दायरे में चमकती उनकी लाल आँखों में झाँककर टॉर्चवाला जवान बोला।

"सॉरी फॉर ट्रबल। बट इट्ज अवर ड्यूटी।" उन चारों ने लापरवाही से सिर हिलाया और टोयेटा को पीछे ले जाकर चक्कर काटा और "जूऊऊऊ" से धुआँ उड़ाते निकल गये।

"सर उनके पास कर्फ्यू पास है तो क्या हुआ? इन हालात में...।"

एक जवान ने अपने अफ़सर से कहना चाहा।

"उन्हें इतनी गम्भीरता से मत लो। वे पिये हुए ज़रूर हैं लेकिन उनसे कोई नुकसान नहीं होगा।" अफ़सर ने इत्मीनान से मुस्कुराकर कहा और जेब से सिगरेट की पैकिट निकालकर जीप की ओर बढ़ गया।

वे चारों शहर को नंगा और आतंकित छोड़ आये थे। वे "हॉल्ट" की दहाड़, भारी बूटों की धमक और अँधेरे में बिजली की चमक जैसी चीख़ों से बहुत दूर निकल आये थे।

वह अब तक मृत्यु यातना में अपने नथुनों और मुँह से ख़ून के छींटे उड़ा रहा है। ख़ून सड़क पर फैलता जा रहा है।

जैसे-जैसे टोयेटा आगे बढ़ती शहर अपने में सिमटता चला जाता। सुबह के आसार थे। मगर आकाश में रोशनी का धुँधलका अभी फैला नहीं था। शहर में लैम्प पोस्ट अब भी क़तरा-क़तरा रोशनी टपका रहे थे, और वह चारों हँस रहे थे, सीटियाँ बजा रहे थे, तालियाँ पीट रहे थे, गाना गा रहे थे, और बियर के लम्बे-लम्बे घूँट भर रहे थे।

उन्होंने देखा एक दूध वाला साइकिल पर चला आ रहा है। साइकिल के कैरियर पर दूध के कैन टँगे हैं। उनकी आँखों में शरारत चमकी और जब टोयेटा दूध वाले के क़रीब पहुँची तो उन चारों ने ज़ोर-ज़ोर से "हू ऊऊ" की भयानक आवाज़ निकाली, दूध वाले का दिल जैसे उछल पड़ा। हाथ हैण्डिल पर और पैर पैडल पर काँपे और वह साइकिल लेकर सड़क पर आ गिरा। दूध के कैन गिरकर खुल गये। दूध वाले का सिर फट गया। काली सड़क पर दूध और ख़ून एक दूसरे में मिलकर दूर तक फैलते चले गये। वे खिड़की से सिर निकाल-निकालकर यह देखकर कहकहे लगाने लगे। किसी ने माउथऑर्गन छेड़ा तो किसी ने गाना शुरू कर दिया और दूर आतंक में सिमटा हथेली जैसा शहर भभककर जल उठा था और गोलियों की तड़तड़ाहट से सारा आकाश गूँज गया था। टोयेटा उनकी हँसी के साथ अँधेरे की ओर उड़ी चली जा रही थी।

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