हरे आक्रमणकारी (विज्ञान कथा) : जयन्त विष्णु नार्लीकर
Hare Akramankari (Story in Hindi) : Jayant Vishnu Narlikar
टॉम रॉरिच ने डैश बोर्ड पर उड़ती सी नजर डाली और मन-ही-मन कुछ हिसाब
लगाया–अल पासो अभी भी सैंतीस मील दूर था। टेक्सास एक बहुत बड़ा राज्य है।
भूगोल की किताबों में पढ़ना और बात है तथा इसके आर-पार गाड़ी चलाना और। इससे
पहले भी टॉम हजारों मील की दूरियाँ गाड़ी चलाते हुए तय कर चुका था। पर आज उसे
किसी साथी की कमी बहुत खल रही थी, जो सीधे- सपाट हाइ-वे पर गाड़ी चलाते वक्त
उसके अकेलेपन को दूर कर सकता। दूर-दूर तक पसरे बड़े-बड़े खाली मैदान भी एकदम
सुनसान थे। टॉम की ऊब को दूर करने में उनसे भी कोई मदद नहीं मिल रही थी।
पिछले एक घंटे से उसपर थकान हावी हो रही थी। पर रात घिरने से पहले ही उसे अल
पासो पहुँच जाना था और भोजन व आराम की इच्छा को भी तब तक दबाकर रखना होगा। पर
क्या वह समय पर अल पासो पहुँच पाएगा? उसे अपने आप पर शक होने लगा कि वह गाड़ी
चलाते हुए मन एकाग्र नहीं कर पा रहा है। तो क्या वह रुक जाए और आँखें मूंदकर
दस मिनट झपकी ले ले? पर कहीं उसे गहरी नींद आ गई और वह देर तक सोता रहा तो?
किंतु तभी अचानक उसे रुकने का फैसला करना पड़ा। सीधी सड़क पर वह एक छोटे से
मोड़ को नहीं देख पाया और अगले ही पल उसने एक झटके के साथ खुद को सड़क किनारे
रेत में धंसा पाया। आखिर टॉम ने मान लिया कि फिलहाल वह गाड़ी चलाने की स्थिति
में नहीं है और उसने गाड़ी को सड़क के किनारे लगा दिया। शाम के झुटपुटे में
पश्चिमी आसमान में रंगों की एक से बढ़कर एक छटा बिखर रही थी। टॉम को अपने
स्कूली दिनों में पढ़ी उन 'पश्चिमी' महानायकों की याद ताजा हो गई, जिन्हें
घोड़ों पर सवार खुले मैदानों को रौंदते हुए डूबते सूरज की ओर जाते दिखाया
जाता था। पर इस वक्त उनकी हकीकत पर यकीन करना मुश्किल लग रहा था कि धरती पर
ऐसे निर्जन प्रदेश अभी भी मौजूद हैं। खासकर अभी एक सप्ताह पहले ही भारी
भीड़भाड़ के वक्त मैनहटन शहर में गाड़ी चलाने के बाद तो ऐसे वीरानों की
कल्पना करना और भी कठिन था। यह कल्पना क्यों नहीं करते कि तुम्हें किसी दूसरे
ग्रह पर भेज दिया गया है ? आखिरकार टॉम विज्ञान-कथाओं का दीवाना जो ठहरा! उस
विचित्र परिवेश में उसकी कल्पना बहुत ऊँची उड़ान भरने लगी थी।
दूसरे ग्रहों के डिजाइनवाले अंतरिक्ष यान, अजीबो-गरीब बाहरी दुनिया के जीव,
उन्नत महासभ्यताएँ, क्या वास्तव में उनका कोई अस्तित्व है? या इनसान इस विशाल
ब्रह्मांड में एकदम अकेला है, जैसे कि अभी टॉम उस विशालकाय, लेकिन निर्जन
प्रदेशों में निपट अकेला था।
अचानक ही टॉम को लगा कि वह एकदम अकेला नहीं था। पश्चिमी क्षितिज पर उसे एक
सफेद धब्बा नजर आया। शायद वह शुक्र ग्रह था, जो सूर्य डूबने के बाद चमक रहा
था। लेकिन वह धब्बा धीरे-धीरे बड़ा होने लगा। टॉम के थके-हारे दिमाग को सबकुछ
अजीबो-गरीब लग रहा था; पर अचानक ही उसकी चेतना जाग उठी : वह जो भी 'चीज' थी,
उसके निकट आ रही थी। पर वह 'चीज' कितनी बड़ी थी!
जिंदगी में पहली बार टॉम को लगा कि वह सुनसान जगह पर किसी वस्तु के सही आकार
का सही अंदाजा नहीं लगा पा रहा था"क्या वह मुसीबत में फँसा कोई हवाई जहाज था,
जो आपात स्थिति में उतरने की तैयारी कर रहा था? लेकिन फिर उस 'वस्तु' की
ऊँचाई कम नहीं हो रही थी, हालाँकि वह निकट आ रही थी और फिर वह हवाई जहाज तो
कतई नहीं लग रहा था।
जैसे-जैसे वह चीज पास आती गई, टॉम को एक अजीब सा शोर सुनाई देने लगा। वह शोर
ज्यादा-से-ज्यादा असहनीय होता जा रहा था। आखिरकार अपनी कार में घुसकर टॉम ने
शीशे चढ़ा लिये। इससे शोर कुछ कम तो हो गया, लेकिन तब टॉम को महसूस हुआ कि
उसे उस शोर से परेशानी नहीं थी बल्कि वह उसके तीखेपन से घबरा रहा था।
अपनी सीट पर गिरने से पहले टॉम ने अपने कानों पर ठूसने के लिए टिशू पेपर
खोजने की असफल कोशिश जरूर की पूरे होश-हवाश में।
राज्य परिवहन की बस से उतरकर अपने खेत तक सफर शुरू करने तक शिवा चलने की हालत
में नहीं था। सतारा में उसका दिन अच्छा शुरू हुआ था। कई महीनों बाद आज पहली
बार उसे जुए में मोटा पैसा हाथ लगा था। लेकिन दुर्भाग्यवश उसने जितना पैसा
जीता था उस सबकी शराब खरीदकर पी गया। इसलिए जब बस के कंडक्टर ने उसे उसके
गाँव के स्टॉप पर धक्का देकर उतार दिया तो शिवा ने पैसे बचाने के लिए पैदल
चलना ही बेहतर समझा। वह गाँव तक जानेवाला छोटा रास्ता जानता था, जिससे जाने
पर कुछ किलोमीटर की दूरी बच जाती। उस छोटे रास्ते पर वह कई बार चला था, लेकिन
केवल दिन के उजाले में और अगर इस वक्त वह नशे में धुत्त न होता तो उस रास्ते
पर अमावस की इस रात में गाँव हरगिज नहीं जाता; क्योंकि सारे गाँव को यकीन था
कि उस रास्ते पर भूतों का आतंक छाया हुआ था।
पर आज रात शिवा बिलकुल भी भयभीत नहीं था।शराब के नशे में भूत तो क्या, भूत के
बाप का डर भी नहीं रहता। इसलिए लड़खड़ाता हुआ वह उस डगर पर चला जा रहा था।
उसकी एक ही मंजिल थी-अपने खेत पर जल्द-से-जल्द पहुँच जाना। अचानक ही वह जमीन
पर पड़ी किसी बड़ी सी चीज से जा भिड़ा। उसके मुँह से गालियाँ निकल पड़ीं- इस
सुनसान, भूतों भरे रास्ते पर आधी रात को कौन मूर्ख आया होगा?
पर शिवा ज्यादा देर अँधेरे में नहीं रहा। अचानक ही रोशनी की एक तेज चमक पैदा
हुई और शिवा को नजर आया कि वह किस चीज से टकराया था, और जो कुछ उसने देखा
उससे उसका नशा छू-मंतर हो गया।
असल में वह जमीन पर पड़े एक आदमी से टकरा गया था। हाँ, था तो वह आदमी ही, पर
एकदम हरे रंग का! शिवा के देखते-ही-देखते हरे रंग का वह आदमी चमकने लगा और
आसमान की ओर उड़ने लगा। जैसे ही शिवा ने यह देखने के लिए ताका कि आखिर 'वह'
जा कहाँ रहा है, उसे अजीब सा दिखनेवाला अंतरिक्ष यान नजर आया।
डर के मारे शिवा की बोलती बंद हो गई। उस दिशा से आते अजीब से शोर से उसके कान
फटने लगे।
फिर क्या हुआ? उसे कुछ पता नहीं।
किसी को उसका असली नाम मालूम नहीं था। सब उसे सिस्टर मारिया कहते थे। वह
सिसली के एक कॉन्वेंट में नन थी। कोई उसे कॉन्वेंट के दरवाजे पर लावारिस छोड़
गया था। उसी दिन से वह गूंगी और बहरी थी, लेकिन दूसरों के साथ वह अपनी सुंदर
लिखावट तथा विविध तसवीरों को बनाकर बिना किसी दिक्कत के संवाद कर सकती थी।
मारिया बहुत ही शर्मीली और अपने में मगन रहनेवाली लड़की थी। इस नाते वह मदर
सुपीरियर से तभी मिलती थी जब बहुत जरूरी हो। उस दिन भी मारिया रोजाना की तरह
शाम की प्रार्थना के बाद सैर के लिए गई थी। पर सैर से लौटने पर आज वह कुछ
ज्यादा ही उत्साहित लग रही थी।
'क्या बात है, मेरे बच्चे?" मदर ने प्यार करते हुए उससे पूछा। साथ ही
उन्होंने मारिया को एक राइटिंग पैड और पेंसिल भी दी मारिया के पास बताने को
बहुत कुछ था। उसने ढेर सारे चित्र बनाए और कुछ पंक्तियाँ भी लिखीं।
पन्नों पर लगातार दृष्टि गड़ाए देख रही मदर सुपीरियर को अपनी आँखों पर यकीन
नहीं हो रहा था। उन्हें यकीन था कि मारिया कभी भी काल्पनिक तसवीरें नहीं
बनाएगी। उसने जो कुछ देखा और जिसके बारे में अब वह खबर दे रही थी, उसके पीछे
कोई-न-कोई सच्चाई तो जरूर होगी। उन सबका क्या मतलब था?
मारिया से और ज्यादा सवाल-जवाब करते वक्त मदर ने अपने क्रॉस को कसकर पकड़ रखा
था।
पार्टी अपने पूरे शबाब पर थी। नासा (NASA) के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर और
मैरीलैंड विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक गोडार्ड के रोजर बकलैंड का विदाई
समारोह मनाने के लिए उनके अपार्टमेंट पर जुटे थे। रोजर बकलैंड को नई पीढ़ी के
वैज्ञानिकों में सबसे करामाती समझा जाता था, जिसने नासा के स्काइलैब, स्पेस
लैब शटल आदि अभियानों में अग्रणी भूमिका निभाई थी। दरअसल, एक दशक के भीतर वह
इतना मशहूर हो गया था कि किसी भी नई परियोजना को शुरू करने से पहले उसे खोजा
जाता था। और रोजर उन गिने-चुने वैज्ञानिकों में से एक था जो अपनी व्यस्तताओं
के कारण किसी भी उत्साहजनक परियोजना में काम करने की पेशकश ठुकरा सकते थे। जब
कभी वह नया काम अपने हाथ में लेता, स्वयं से यही कहता—'यह मेरी अंतिम
वैज्ञानिक परियोजना है। इसके बाद मैं केवल गोल्फ खेलूँगा और नाव चलाऊँगा।'
लेकिन उसके सहकर्मी जानते थे कि यह संकल्प केवल सप्ताहांत के लिए है। सोमवार
आते ही रोजर दुबारा अपनी मेज पर दिखाई देता।
ड्राई मार्टिनी का घूट भरते हुए एक सहकर्मी ने टिप्पणी की, "मैं शर्त लगा
सकता हूँ रोजर, कि इस बार तुम पूरे दो महीने की छुट्टियाँ बिताकर ही काम पर
लौटोगे!" उस मित्र को ऐसी विदाइयों से कोई परहेज नहीं था, बशर्ते कि उनके लिए
ऐसी ही पार्टियाँ आयोजित होती रहें।
"मगर जॉन, मान लो कि जिस अभियान पर मुझे भेजा जा रहा है, वहाँ से मैं लौ, ही
नहीं। तब तुम्हारी शर्त का क्या होगा?" रोजर ने आँखों में चमक लाते हुए पूछा।
"हमारे ऐसे भाग्य कहाँ! हमें पक्का यकीन है कि तुम योयो की तरह वापस आ जाओगे।
आखिरकार, अंतरिक्ष यात्रा आज यात्रा करने का सबसे सुरक्षित तरीका है।"
"हाँ, क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है?" एक और वैज्ञानिक उनकी बातचीत में शामिल
हो गया-"अंतरिक्ष यात्रा हवाई यात्रा से सुरक्षित है और हवाई यात्रा अपनी खुद
की कार में चलने से ज्यादा सुरक्षित है।"
और इसी तर्क को आगे बढ़ाया जाए तो यात्रा का सबसे खतरनाक तरीका है पैदल चलना,
खासकर सड़क पार करना। अगर तुम्हें यकीन न हो तो मुंबई आकर देखो। वहाँ अगर
सड़क पार कर जाओ तो मान जाऊँ।" विली बोन्स ने कहा, जो अभी हाल ही में भारत का
दौरा करके लौटा था।
कुमार मराठे, जो पहले मुंबई में रहता था, ने इस मामले को स्पष्ट करना अपना
कर्तव्य समझा, "विली, तुम एक अहम चीज भूल रहे हो! मुंबई में जेब्रा क्रॉसिंग
सिर्फ सड़कों को सजाने के लिए होती है। कोई भी वाहन चालक पैदल चलनेवालों को
उन पर से सड़क पार करने के लिए नहीं रुकता। तुम अनपढ़ पश्चिमी लोग इतनी
मामूली बात भी नहीं समझते।'
इतना सुनते ही वहाँ हँसी का फव्वारा फूट पड़ा। पर बोन्स ने गौर किया कि रोजर
उनकी हँसी में शामिल नहीं था। विली बोन्स वैज्ञानिक नहीं था। चूँकि वह रोजर
के घर पर ठहरा हुआ था, इसलिए वह भी पार्टी में शरीक था। लेकिन लोगों को
देखना, उनके हाव-भाव को परखना ही उसका काम था।
पार्टी खत्म हो गई और रात के दो बजे आखिरी मेहमान भी चला गया। रोजर ने दस
गंदे गिलास डिश वॉशर में डाल दिए और बोतलों को क्रेट में रख दिया।
"काली या सफेद?" विली शांत नहीं बैठा था। उसने कॉफी बना ली थी और जानता था कि
वह खुद तथा रोजर दोनों उसका स्वागत करेंगे। काली, धन्यवाद!'' कृतज्ञतापूर्वक
कॉफी का मग लेते हुए रोजर सोफे में धंस गया।
विली भी रॉकिंग चेयर पर बैठ गया था। काली कॉफी की चुस्कियाँ लेते हुए वह
कुरसी पर अच्छी तरह पसर गया और फिर उसने वह प्रश्न पूछा, जो काफी समय से
पूछना चाह रहा था।
"रोजर, अब मुझे बताओ कि क्यों किसी अंतरिक्ष वैज्ञानिक को एफ.बी.आई. एजेंट की
मदद चाहिए?' कुछ पल खामोशी छाई रही। रोजर चुपचाप कॉफी की चुस्कियाँ लेता रहा।
उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि कहाँ से अपने जवाब शुरू करे। विली धैर्य के
साथ विचार करता रहा।
अंततः रोजर ने बोलना शुरू किया, "विली, तुम जानते हो कि आज की पार्टी मेरे
सहकर्मियों को मेरा 'अलविदा' कहने का तरीका है, क्योंकि मैं अपने अंतरिक्ष
अभियान पर जा रहा हूँ।"
"पर इसमें नया कुछ भी नहीं है ! मैं बाहरी व्यक्ति होते हुए भी देख सकता था
कि तुम्हारे साथियों को तुम्हारे वापस लौटने की पूरी उम्मीद है और वे इसे
अंतिम विदाई नहीं मान रहे हैं। अरे, यह तुम्हारा पहला अभियान तो है नहीं।"
"सच है, मगर मुझे यकीन है कि यह मेरा अंतिम अभियान जरूर होगा।"
विली के चेहरे पर मासूमियत भरे अविश्वास के भाव देखकर रोजर अपनी जगह से उठ
खड़ा हुआ। वह अपनी डेस्क के ड्रॉवर में से कागजों का बंडल निकाल लाया और
उन्हें विली के सामने रख दिया।
विली ने बंडल खोला और पाया कि उसमें अखबारों की कतरनें भरी हुई हैं। 'टेक्सास
में उड़न-तश्तरियाँ देखी गईं', 'भारतीय ग्रामीण उड़नेवाले हरे आदमी से
टकराया', 'इतालवी नन से फरिश्ते मिलने आए'।
'तुमने कब से इन बेवकूफी भरी बातों पर यकीन करना शुरू कर दिया?"
विली बोन्स जानता था कि उसका वह लड़कपन का दोस्त उड़न-तश्तरियों और अन्य
अलौकिक घटनाओं का मजाक ही उड़ाया करता था।
लेकिन इस वक्त रोजर संजीदा था।
'विली, मैं जानता हूँ कि तुम बेहतर जानते हो कि मैं अखबारों में छपी अपुष्ट
खबरों में यकीन नहीं करता। पहले भी कई अवसरों पर मैंने सनकी लोगों द्वारा
बाहरी दुनिया के जीवों को देखने या उनसे मिलने के दावों का सार्वजनिक तौर पर
खंडन किया है।"
"मैं जानता हूँ कि रोजर "
लेकिन अपने उत्साह में रोजर ने विली को बोलने का मौका नहीं दिया।
"उड़न-तश्तरियों का यह सारा पागलपन सन् 1947 में शुरू हुआ, जब शौकिया विमान
चालक केनेथ आर्नोल्ड ने दावा किया था कि उसने चकती जैसी चीजों को अपने हवाई
जहाज का पीछा करते देखा था। उसके बाद से तो ऐसे दावों की झड़ी लग गई।"
जैसे ही रोजर कॉफी की चुस्कियाँ लेने के लिए रुका, विली ने बोलना शुरू कर
दिया, "मैं जानता हूँ, लेकिन वैज्ञानिकों ने इन दावों की जाँच-पड़ताल करके
उन्हें गलत साबित कर दिया था।"
'बिलकुल प्रोजेक्ट ब्लू बुक, प्रोजेक्ट साइन-इस तरह की लंबी-चौड़ी
जाँच-पड़ताल है। और इन सबने क्या खुलासा किया?"
"कुछ भी नहीं! ऐसा कुछ भी नहीं जो इस दावे की पुष्टि कर सके कि कोई 'अज्ञात
उड़न वस्तु' (यू.एफ.ओ.) बाहरी अंतरिक्ष से आती है। लोग अकसर शुक्र ग्रह को
उड़न-तश्तरी समझ लेते हैं। हो सकता है कि उन्होंने मानव निर्मित हवाई जहाजों
या अंतरिक्ष यानों को देखा हो। कुछ को रोशनी के कारण भ्रम हो गया हो। कुछ लोग
तो पागल किस्म के गवाह रहे, जिन पर भरोसा नहीं किया जा सकता था। और सबसे बुरे
तो वे गवाह हैं जो अपनी तरफ से सबूतों को गढ़ते हैं।"
"हाँ रोजर, मैंने भी एक अनाड़ी आदमी की तरह इस विवादित विषय पर नजर रखी है और
मैं तुमसे पूरी तरह सहमत हूँ, इसलिए मुझे आश्चर्य है कि तुम भी इन खबरों को
गंभीरतापूर्वक ले रहे हो।" बोन्स ने बोलना जारी रखा, रोजर से अपनी बात मनवाने
पर तुला था-"उदाहरण के तौर पर टेक्सास की इस घटना को ही लो, गवाह ने खुद माना
है कि वह बहुत थका हुआ था। मानसिक रूप से चौकन्ना नहीं था और वह भारतीय
देहाती, उसने तो ढेर सारी शराब पी रखी थी। जहाँ तक सिस्टर मारिया का ताल्लुक
है, मुझे उनकी पूर्व विश्वसनीयता का पता नहीं है। अगर तुम मेक्सिको, कंबोडिया
और ऑस्ट्रेलिया से मिली खबरों को देखो तो अविश्वास की यही समस्याएँ उनमें भी
नजर आएँगी। जाहिर है कि आँखों को जो दिखता है, उससे भी कुछ ज्यादा है;
क्योंकि तुम मुझे ये सब चीजें दिखा रहे हो।"
"बिलकुल ठीक विली, इनमें से कोई भी खबर या गवाह यकीन करने जो अब योग्य नहीं
है। अगर कानूनी तौर पर उन्हें जाँचा-परखा जाए तो वे टिक नहीं पाएँगे। लेकिन
मेरे पास इससे भी कहीं ज्यादा रोजर दोबारा अपनी मेज तक गया और ताला खोलकर
दराज से एक लिफाफा निकाला। उस पर लिखा था-'अत्यधिक गोपनीय'। लिफाफा खोलकर
उसने उसमें से एक फोटोग्राफ निकाला। पहले तो विली ने तसवीर को अच्छी तरह
जाँचा-परखा और फिर लेंस से देखा, जो हमेशा उसकी जेब में मौजूद रहता था। उसके
चेहरे पर तरह-तरह के भाव आ-जा रहे थे और रोजर उसके चेहरे के बदलते रंग को
देखकर मन-ही-मन खुश हो रहा था। उसे उसकी उम्मीद भी थी। और अंत में वह पल आया
जिसकी उसे उम्मीद थी। विली के मुँह से अनायास ही सीटी की आवाज निकली। रोजर ने
आगे बताया, "जो तुम लेंस में से देख रहे थे, उसे हम कंप्यूटर की मदद से हजार
गुना बड़ा कर पहले ही देख चुके हैं; लेकिन तुम्हें इस तसवीर का निचोड़ समझ
में आ जाना चाहिए।"
"तुम्हें यह तसवीर कहाँ से मिली?"
"यह तसवीर मेरे सहकर्मी डिक फ्रॉस्ट ने मुझे भेजी है, जिसे उसने अपने
अंतरिक्ष अभियान के समय लिया था। शायद यह उसकी जिंदगी का आखिरी मिशन था,
क्योंकि उसके बाद हमें नहीं मालूम कि उसका या उसके यान का क्या हुआ।"
'क्या बात करते हो? इतना बड़ा अंतरिक्ष यान खो जाए और किसी को पता भी न चले।
मुझे याद नहीं पड़ता कि मैंने कहीं इस घटना के बारे में पढ़ा हो।" विली के
आश्चर्य का ठिकाना नहीं था।
रोजर ने सहमति जताई।
"मुझे तुम्हें ये सब बातें नहीं बतानी चाहिए थीं? लेकिन यह चौथा अंतरिक्ष यान
था जो गुम हो गया। पहला अंतरिक्ष यान सेना का था, दूसरा सी.आई.ए. का और तीसरे
पर वैज्ञानिक परीक्षण करनेवाले उपकरण लदे थे। फ्रॉस्ट को यह पता लगाने भेजा
गया था कि तीसरा यान क्यों गुम हुआ था? उसे निर्देश थे कि जो कुछ अनोखा या
असाधारण दिखे उसकी टेलीविजन तसवीर तुरंत भेज दे। अगर किसी कारणवश प्रेक्षक
हाथ-पाँव न हिला सके तो वह आपातकालीन बटन दबाकर तसवीर को स्वचालित तरीके से
भेज सकता था।"
और हुआ भी यही। अपने होशो-हवास में काम करने के लिए फ्रॉस्ट के पास केवल पाँच
सेकंड थे। उसने आपातकालीन बटन तब दबाया था जब वह मौखिक संदेश भेजने की कोशिश
कर रहा था। उस बटन से इस जैसी हजारों तसवीरें हमारे पास पहुँच गईं।''रोजर ने
अपनी बात खत्म की।
"और वह संदेश? फ्रॉस्ट ने क्या कहा था?'' विली ने पूछा।
"विली, तुमने मुझसे वही पूछा है जो कोई वैज्ञानिक किसी एफ.बी.आई. जाँचकर्ता
से उम्मीद करता है। अच्छा, तो तुम्हारे सवाल का जवाब है फ्रॉस्ट के अंतिम
शब्द क्या थे?"
अंतरिक्ष यान "हरे मनुष्य उसमें से बाहर आ रहे हैं मगर""
विली ने अपना पाइप सुलगाया। उसके लिए पाइप सुलगाना किसी अनुष्ठान से कम नहीं
था और इसका सबसे बड़ा फायदा तब होता जब उसे सोचने के लिए वक्त चाहिए होता।
पाइप सुलगाने और दो-चार गहरे कश लगाकर, हवा में धुएँ के छल्ले उड़ाकर उसने
बोलना शुरू किया, "इस आदमी का क्या नाम है ? फ्रॉस्ट की क्या खासियत है ?
क्या वह भी खयाली दुनिया में उड़ान भरता है?"
'मुझे नहीं लगता कि इस हादसे के बाद वह जिंदा बचा होगा। पता नहीं वह कहाँ
गया! नहीं, मैं उसे खयाली आदमी नहीं कह सकता, बल्कि वह तो बहुत ही हठी और
जमीन से जुड़ा व्यक्ति था। उसे जो कहा गया, वह सब उसने बड़ी दक्षता के साथ
पूरा किया। लेकिन हमें उससे कभी भी नए-नए विचारों या सुझावों की उम्मीद नहीं
रही।" रोजर ने समझाया।
"हमारे जैसे स्वच्छंद समाज में तुम किसी चीज को लंबे समय तक दबाकर नहीं रख
सकते। मैं ये सारी बातें सीनेटर ब्लैकमैन को बताऊँगा।" विली ने मुँह बनाकर
मुसकराते हुए कहा।
सीनेटर ब्लैकमैन इस बात की जोरदार वकालत करता था कि यू.एफ.ओ. बाहरी आक्रमण के
उदाहरण हैं। बाहरी-यानी जो धरती से दूर अंतरिक्ष से आए हों। वह हमेशा
वैज्ञानिकों पर आरोप लगाता कि वे सबूतों को जान-बूझकर दबाते हैं, ताकि जनता
को गुमराह किया जा सके।
"ठीक है, लेकिन आखिरी उपाय के तौर पर मैं एक खोज-मिशन पर जा रहा हूँ, यह पता
लगाने कि फ्रॉस्ट को क्या हुआ! इस मिशन में पाँच आदमी मेरी सहायता करेंगे।
अगर हम लौटकर नहीं आए..
"तो भानुमती के पिटारे को खोलना ही पड़ेगा, ब्लैकमैन हो या न हो।" विली ने
कहा, "लेकिन रोजर, इस प्रकरण को तुम खुद किस तरह देखते हो?" 'विली, मैंने
तुम्हें सलाह-मशविरे के लिए बुलाया है, क्योंकि मैं इसका कोई मतलब नहीं निकाल
पा रहा हूँ। ऐसा लगता है कि ये हरे मानव सारी धरती पर फैले हुए हैं और ऊपर
इसके वायुमंडल में भी। जब तक फ्रॉस्ट का प्रकरण नहीं हुआ था, मैं यू.एफ.ओ. को
बेवकूफी भरी बात मानकर खारिज कर देता था। पर तुमने खुद तसवीर देखी। इसमें
सिगार की शक्ल के अंतरिक्ष यान के आस-पास छोटे-छोटे हरे मानव साफ नजर आते
हैं। यह तसवीर कल्पना की उड़ान भरनेवाली किसी नन द्वारा नहीं बनाई गई है। यह
विशुद्ध इलेक्ट्रॉनिक्स है, जिसे धोखा नहीं दिया जा सकता। न ही फ्रॉस्ट ने
शराब पी रखी थी, न ही उसका दिमाग थका हुआ था। हमारे भूस्थित मॉनीटर द्वारा
दर्ज की गई उसकी दिमागी ताकत एकदम दुरुस्त थी। असल में मुझे जो सबसे ज्यादा
हैरान करता है विली, वह है फ्रॉस्ट का अंतिम शब्द-'मगर'। जाहिर है कि उसने जो
कुछ देखा उसे लेकर उसके मन में कुछ शक था। वह क्या था?
"जहाँ तक जमीन से जुड़े अपराधों के मामले में मेरे अनुभव का संबंध है, तो वह
तुम्हारी सेवा में हाजिर है, रोजर। मैं अपनी तरफ से इसके सिर-पैर का पता
लगाने की कोशिश करता हूँ; लेकिन बुरा मत मानना, मुझे भी कोई खास उम्मीद नहीं
है। फिर भी, अगर मेरा दिमाग कुछ काम करे तो मैं तुम्हें कहाँ संपर्क करूँ?"
विली बोन्स ने अपनी डायरी निकाल ली और सारी सूचनाएँ उसमें तेजी से लिखने लगा।
"लो, यह एक अधिकृत फोन नंबर है।" रोजर ने उसे एक नंबर दिया और बोला, "इस नंबर
पर फोन करना और मि. बी के बारे में पूछना। वह मेरा बॉस है हालाँकि मैं उससे
कभी मिला नहीं हूँ और न ही यह जानता हूँ कि वह कौन है! लेकिन अगर तुम्हारे
पास कुछ सुझाव हुए तो वह जरूर उचित काररवाई करेगा।" "रोजर, मेरी एक विनती
है।" विली ने तसवीर देखते हुए कहा। रोजर ने एक शब्द कहे बिना वह तसवीर उसे दे
दी।
विली अगले दिन फिर आया। अब भी उसके पास हरे मानवों के बारे में कोई और
जानकारी नहीं थी। रोजर की तरह उसे भी यकीन नहीं हो पा रहा था कि वे बाहरी
दुनिया के जीव थे। लेकिन फिर दुनिया के कोने-कोने से एकत्र सबूतों को कैसे
झुठलाया जा सकता है ? इन सबसे बढ़कर फ्रॉस्ट द्वारा भेजी तसवीर को कैसे नकारा
जा सकता है?
उसने यू.एफ.ओ. के बारे में नकली तसवीरोंवाले सबूतों की बात जरूर सुनी थी,
जिनकी बाद में कलई खुल गई थी। पर यहाँ जो तसवीर थी, उसे नासा के वैज्ञानिक ने
खुद लिया था और उसी संगठन की सबसे अच्छी प्रयोगशालाओं द्वारा प्रोसेस किया
गया था। इसलिए तसवीर के असली होने में शक की जरा भी गुंजाइश नहीं थी।
फिर भी विली इस बारे में पूरी खोजबीन कर लेना चाहता था। चूंकि वह तसवीर बहुत
ही गोपनीय थी, इसलिए वह एफ.बी.आई. में अपने दक्ष सहकर्मियों की मदद भी नहीं
ले सकता था। उससे इस बात की उम्मीद भी नहीं थी। इसलिए उसने निजी तौर पर एक
विशेषज्ञ की मदद लेने का फैसला किया, जो उसका भरोसेमंद दोस्त भी था।
इस काम के लिए जॉर्ज बाल्डविन सबसे उपयुक्त व्यक्ति था। वह एक खगोलशास्त्री
था और अंतरिक्ष के बारे में टेलीस्कोप से मिलनेवाली सूक्ष्म-से- सूक्ष्म
सूचना की इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों द्वारा व्यापक छानबीन करता था। उसे पूरा
विश्वास था कि जॉर्ज तसवीर के बारे में जरूर उसकी मदद करेगा। तो वेस्ट कोस्ट
पर बनी जॉर्ज की प्रयोगशाला में विली ने लंबी दूरी की कॉल लगाई।
"जॉर्ज! मैं विली बोन्स बोल रहा हूँ कैसे हो, सुनो, क्या तुम मेरे लिए एक
तसवीर का विश्लेषण कर सकते हो? यह बहुत जरूरी है।"
"तुम्हारी सारी बातें जरूरी होती हैं। ठीक है, पर आज मैं जा रहा हूँ। पालोमर
में दो रातों तक तारों को देखूगा। उसके बाद मुझे हाइकिंग ट्रिप पर मेक्सिको
जाना है।"
"हाइकिंग को भूल जाओ। मैं दो दिनों में तुमसे लॉस एंजिल्स में मिलूँगा।" इतना
कहकर उसने फोन रख दिया, ताकि जॉर्ज जरा भी अगर-मगर न कर सके। विली ने
मन-ही-मन हिसाब लगाया। रोजर का. मिशन केप केनेडी से दस दिन में शुरू होगा। दो
दिन जॉर्ज के प्रेक्षण कार्यक्रम में नष्ट हो जाएँगे, फिर बचे आठ दिन। उसे एक
दिन तो मि. बी से संपर्क साधने और अपनी खोजों के बारे में उन्हें बताने के
लिए चाहिए। अगर वास्तव में कुछ निकलता है तो इस तरह सच्चाई का पता लगाने के
लिए उसके पास मुश्किल से एक सप्ताह का समय बचेगा। दो दिन बाद जब वह जॉर्ज से
उसकी प्रयोगशाला में मिला तो वह ऊँघ रहा था। शुरुआती अभिवादनों और गाली-गलौज
के बाद विली ने जॉर्ज को तसवीर दिखाई। तसवीर के पीछे लगी आधिकारिक मुहरों को
वह पहले ही मिटा चुका था।
क्या यह कोई मजाक है ? तुम इस तसवीर को किसी वैज्ञानिक पत्रिका में छपवा सकते
थे।" जॉर्ज ने शिकायत की।
"तुम यह देखकर बताओ कि तुम इससे क्या पता लगा सकते हो-विज्ञान कथा है या
तथ्य? असली या नकली? इस पर बहुत कुछ निर्भर करता है, जॉर्ज।"
"यह तसवीर किसी साधारण कैमरे से नहीं खींची गई है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक विधि
से ली गई है। अवश्य ही मुझे तुम्हें यह बताने की जरूरत नहीं; लेकिन इसमें
जितना हमारी आँखों को दिखता है, उससे कहीं ज्यादा और कुछ भी हो सकता है। पर
तुम असल में क्या पता लगाना चाहते हो?" जॉर्ज ने पूछा।
"काश कि मैं जान पाता! जाहिर है कि तुम्हें इस तसवीर के एक-एक टुकड़े की
बारीकी से जाँच करनी है। इस काम में तुम्हारे साहब की तरफ से कितना वक्त लग
जाएगा?" विली ने बेचैनी से पूछा।
"एक सप्ताह, और अगर मैं अपनी नींद की कुर्बानी करूँ तो हो सकता है कि कम समय
लगे!" जॉर्ज ने बताया।
मुसकराते हुए विली ने गोलियों से भरी एक शीशी बाहर निकाली।
"ये गोलियाँ शर्तिया तुम्हारी नींद की जरूरत को आधा कम कर देंगी। नींद में
होनेवाली इस कमी को तुम काम निपटाने के बाद पूरी कर लेना।"
जॉर्ज सलीके के साथ तथ्यपरक काम करने के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन
विली के लिए उससे काम कराने का यह पहला अनुभव था। वह जॉर्ज के उपकरणों
की ऊँची आवर्द्धन क्षमता देखकर हैरान था। उनकी सहायता से विली तसवीर में
हरे मानवों की एक-एक उँगली तक देख सकता था।
क्या इस तरह के कई उपकरण दुनिया में हैं ?" विली ने प्रशंसा के साथ पूछा।
"मैं किसी और उपकरण के बारे में नहीं जानता। यह उपकरण मैंने खुद बनाया
था-अपने इस्तेमाल के लिए।" जॉर्ज ने बताया।
लेकिन हाथों में इतनी कुशलता के होते हुए भी जॉर्ज पल-पल गुजरते वक्त को नहीं
रोक पाया। घंटे दिनों में बदल गए और जल्द ही विली द्वारा निर्धारित एक हफ्ता
भी पूरा होने को आया। लेकिन उसे तसवीर से कुछ भी ठोस तथ्य नहीं मिला-ऐसा कुछ
जो फ्रॉस्ट के अंतिम शब्द 'मगर' पर कुछ प्रकाश डाल सके जाहिर है कि उसके पास
मि. बी को बताने के लिए कुछ नहीं था।
सातवें दिन उनकी प्रयोगशाला में एक नन्हा मेहमान आया। यह था जॉर्ज बाल्डविन
का दस वर्षीय बेटा जॉर्ज जूनियर। जूनियर बहुत ही होशियार और जिज्ञासु था। आते
ही उसने विली पर सवालों की झड़ी लगा दी, जिनका जवाब देना कठिन हो रहा था।
जैसे ही वह थोड़ी देर के लिए चुप हुआ, विली ने अपना सवाल दाग दिया, "जॉर्ज
जूनियर, मेरे पास भी तुम्हारे लिए एक सवाल है। तुम आज क्यों आए हो और यहाँ
कितनी देर टँगे रहोगे?"
"ये तो दो सवाल हुए।" जूनियर ने जवाब दिया, "मैं यहाँ पापा की मदद करने आया
हूँ और जब तक वे अपना काम निबटा नहीं लेते, मैं इंतजार करूँगा; क्योंकि तब
मैं उन्हें हाइकिंग पर ले जाऊँगा। मैं पहले ही एक हफ्ते पीछे चल रहा हूँ।"
शाम होते-होते जॉर्ज ने अपना काम निबटा लिया। फिर उसने विली को अपने कंप्यूटर
के पास बुलाया और समझाया कि वह कैसे काम करता है। अब तुम तसवीर के किसी भी
भाग को स्क्रीन पर खोल सकते हो और कंप्यूटर की सीमाओं के भीतर जितना चाहे,
बड़ा कर सकते हो। मैं जो कुछ सूचनाएँ निकाल सकता था, उन्हें मैंने टेप पर डाल
दिया है। गुड लक।" जॉर्ज तरोताजा होने के लिए चला गया और विली हताशा में वहीं
बैठ गया। वह जानता था कि उसके अध्ययन से कुछ भी अनोखा नहीं निकलेगा। अगर कुछ
अनोखा होता तो क्या वह जॉर्ज को नजर नहीं आता? फिर भी वह कंप्यूटर चालू करके
बैठ गया। उसे कुछ नया पता चलने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन जॉर्ज जूनियर के
सवालों से बचने के लिए वह कंप्यूटर पर तसवीर के विभिन्न पहलुओं को देखने लगा।
पर जल्द ही जॉर्ज जूनियर ने कंप्यूटर पर कब्जा जमा लिया और तसवीर को अलग-अलग
कोणों से देखने लगा। रह-रहकर उसके मुँह से हैरानी भरी आवाजें निकल रही
थीं-"वाह! क्या ये आदमी असली हैं ? यह किस तरह का जहाज है?".." वगैरह।
"देखो-देखो, लगता है, वह आदमी हैमबर्गर खा रहा है।" अचानक ही
जॉर्ज जूनियर जोर से चिल्लाया, "काश कि मेरे पास भी एक होता!"
'बिलकुल ठेठ अमरीकी बच्चा!" विली ने सोचा, जिसे हैमबर्गर और अन्य जंक-फूड' से
चिढ़ थी। तभी अचानक उसे जूनियर की बात की अहमियत का अहसास हुआ।
वह दौड़कर कंप्यूटर के पास पहुँचा और जूनियर को लगभग धक्का देकर हटा
दिया-"किधर? तुमने वह कहाँ देखा?"
जूनियर ने उस हरे आदमी की ओर इशारा किया, जो सैंडविच जैसी चीज कुतर रहा था।
"तुम मुझे बुद्धू नहीं बना सकते, बिगमैक को मैं देखते ही पहचान जाता हूँ।"
जूनियर ने गर्व के साथ कहा।
"तब तो जूनियर, तुमने मेरी एक बड़ी समस्या सुलझा दी। अगर तुम सही हो तो
तुम्हें एक नहीं बल्कि दो बिगमैक मिलने चाहिए।" एक हफ्ते में विली पहली बार
इतना फूला नहीं समा रहा था।
लॉस एंजिल्स से वाशिंगटन डी.सी. की अंतिम उड़ान में विली अपनी सीट पर धंसा
हुआ था। उसके मन में पिछले तीन घंटों के दौरान घटी घटनाएँ किसी सिनेमा की रील
की तरह चल रही थीं। किस तरह जब बाथरूम से लौटने पर जॉर्ज को उसके बेटे की खोज
के बारे में बताया गया? किस तरह इस बात की अहमियत उसकी समझ में आ गई? किस तरह
उसने सैंडविच की उच्च आवर्द्धनवाली तसवीर निकाली, जिसे जूनियर ने विश्वास के
साथ बताया था कि वह वाकई बिगमैक था? किस तरह उसने मि. बी को फोन लगाया और किस
तरह अंतिम उड़ान में उसके लिए सीट की व्यवस्था की गई ? हालाँकि उस उड़ान में
सारी सीटें भर चुकी थीं।
तो वे हरे मानव दरअसल बाहरी दुनिया के जीव नहीं थे। वे अमरीकन थे। क्या वे
'स्पेस जैकर्स' थे? हाइजैकरों की नई जमात, जिनमें ऊँचे दर्जे के प्रशिक्षित
वैज्ञानिक शामिल थे, जो सरकार से फिरौती की मोटी रकम वसूलते थे। पर फिर भी वे
सारी दुनिया में क्या कर रहे थे?" शायद मि. बी इस रहस्य पर कुछ रोशनी डाल
सकें।
दलास हवाई अड्डे पर एक नौजवान विली की राह देख रहा था। फोन पर मि. बी द्वारा
बताए गए हुलिए के अनुसार उसने फूलदार टाई बाँध रखी थी। "मैं जोनाथन हूँ।"
उसने अपना परिचय दिया।
"मैं विली हूँ।"
आइए चलें, मि. बी इंतजार कर रहे हैं।"
जोनाथन ने विली का सामान उठा लिया और उसे काले रंग की एक लिमोजिन तक ले गया,
जहाँ एक वरदीधारी ड्राइवर उनका इंतजार कर रहा था।
"कितनी अजीब किस्म की कार है!" कार में घुसते ही विली हैरानी से चिल्लाया।
हालाँकि बाहरी लोग कार के भीतर झाँक सकते थे, पर उन्हें कार से बाहर का कुछ
भी नजर नहीं आ रहा था, जो एक्सप्रेस-वे पर भागी जा रही थी। "मि. बी बहुत ही
शर्मीले व्यक्ति हैं। जहाँ वे काम करते हैं, वे चाहते हैं कि उन्हें कोई न
जाने।" जोनाथन ने समझाया।
विली वाशिंगटन के इलाके को अच्छी तरह जानता था और उस वक्त वह रास्ते का पता
लगाने की कोशिश कर रहा था। शहर के गिर्द बेल्ट-वे पर आते ही वे वर्जीनिया की
ओर मुड़ गए। कुछ मील चलने के बाद वे मुख्य सड़क छोड़कर छोटी सड़क पर मुड़े,
जिसका अंदाजा विली को आसानी से हो गया। पर उसके ड्राइवर ने आगे-पीछे की दिशा
में इतनी बार मोड़ काटे कि विली को रास्ते का कोई अंदाजा नहीं रह गया। अंतत:
कार एक भूमिगत कार पार्क में जाकर एक लिफ्ट के पास रुक गई। जोनाथन ने जल्दी
से विली को खींचकर बाहर निकाला और उसे लिफ्ट में ले गया, ताकि विली को आस-पास
की जगह का अंदाजा न होने पाए। उसके बाद वे बारहवीं मंजिल पर जाकर रुके।
लंबे गलियारे से चलकर जोनाथन ने एक मामूली से दरवाजे पर दस्तक दी जिस पर 'बी'
लिखा था।
दरवाजा खुला। जोनाथन ने आहिस्ता से धक्का देकर किवाड़ खोले, विली को भी अंदर
धकेला और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। विली ने उम्मीद से चारों ओर नजर
दौड़ाई, पर निराशा ही उसके हाथ लगी।
कमरा खाली था।
कमरे के अंदर एक टेबल थी और उसके सामने एक कुरसी। विली अभी भी सोच-विचार में
ही था कि आगे क्या करना है कि तभी उस मेज के पीछे से शब्द उभरे-"विली, कृपया
स्थान ग्रहण करें।"
शायद मेज के पीछे स्पीकर लगा हुआ है। कुरसी पर बैठते वक्त विली ने सोचा और
आगे के घटनाक्रम का इंतजार करने लगा।
"मुझे खेद है कि अपने शर्मीलेपन के कारण मैं व्यक्तिगत तौर पर तुमसे नहीं मिल
सकता। लेकिन मैं तुम्हें अच्छी तरह देख सकता हूँ। अगर तुम मुझे कुछ दिखाना
चाहते हो तो कृपया उसे मेज पर रख दो।" आवाज का स्वर बहुत ही कोमल था।
"मि. बी, मैं आपको ऐसा कुछ दिखाना चाहता हूँ जो रोजर बकलैंड और उनके दल को
अपनी जान की बाजी लगाकर गैर-जरूरी अंतरिक्ष यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।" विली
की आवाज में आग्रह का स्वर था। लेकिन मि. बी की आवाज में न तो आश्चर्य का भाव
था और न ही बेचैनी का।
कृपया बोलना जारी रखें, मैं सुनने के लिए तैयार हूँ। अगर तुम मुझे यकीन दिला
दो कि तुम्हारे पास बहुत ही महत्त्वपूर्ण सूचना है, तो हो सकता है कि इस
आखिरी घंटे में भी मैं इस अंतरिक्ष अभियान को रुकवा दूं।"
"रोजर ने मुझे हरे मानवों की घुसपैठ के बारे में बताया था। उसने मुझे यह भी
बताया कि वह कल उनके बारे में पता लगाने के लिए इस अभियान पर जा रहा है। वे
कौन हैं, और किस दूर-दराज के ग्रह से आए हैं ? उसने मुझसे इस मामले की अलग से
पूछताछ करने के लिए कहा था। उसने मुझे डिक फ्रॉस्ट द्वारा लिया गया फोटोग्राफ
भी दिया था।" विली ने बोलना जारी रखा।
लेकिन मि. बी की आवाज ने उसे बीच में ही रोक दिया, "इतनी दगाबाजी! रोजर को
अधिकृत सूचना किसी पर जाहिर नहीं करनी चाहिए थी। चलो, माफ किया। मैं मानता
हूँ कि रोजर ने तुम्हें मेरा टेलीफोन नंबर भी दिया, पर तुमने क्या पता
लगाया?"
"मैंने इस तसवीर का एक विशेषज्ञ द्वारा विश्लेषण कराया और शायद मैंने वह पता
लगा लिया जो आपके विशेषज्ञ नहीं देख पाए थे।" विली ने तसवीर मेज पर रख दी और
विस्तार से बताया कि तसवीर का विश्लेषण किस तरह किया गया था। अंत में उसने
कहा, "यह तथ्य कि इस रहस्यमय अंतरिक्ष यान का एक यात्री अमरीकी जंक फूड की आम
चीज खाते हुए देखा गया था, यह साबित करता है कि वे आक्रमणकारी हमारे अपने ही
ग्रह के बाशिंदे हैं और शायद हमारे अपने देश के ही वासी हैं और वे शायद हमारे
ही वैज्ञानिकों एवं तकनीशियनों को अगवा कर रहे हैं-जाहिर है, किसी बुरी नीयत
से। इसलिए मेरी तो यही सलाह है कि कल वैज्ञानिकों की इस टीम को मत भेजिए।
उनकी बजाय सशस्त्र सेना की टुकड़ी भेजिए, जो उन बदमाशों को पकड़ सके।"
फिर काफी देर तक खामोशी छाई रही। मि. बी बात का अर्थ लगाते रहे। अंत में
बोले, "बधाई हो विली! तुमने एक बहुत बड़े रहस्य का पर्दाफाश कर दिया है।
अवश्य ही मुझे रोजर का मिशन रोक देना चाहिए। लेकिन इसका श्रेय मैं तुम्हें
देना चाहता हूँ। कृपया कुछ देर बाहर इंतजार करो, मैं तुम्हें फ्लोरिडा
भिजवाने की व्यवस्था करता हूँ। तुम तुरंत जाओ और रोजर को अपनी खोजों के बारे
में बताओ।"
रोजर के अपार्टमेंट में से निकलने के बाद विली ने पहली बार राहत की साँस ली।
मि. बी ने अपने काले रंग के टेलीफोन का रिसीवर क्रेडल पर रख दिया।
यही वह फोन था जिसका इस्तेमाल वह अपने सहायकों से बातचीत करने में करता था और
अभी-अभी उसने जोनाथन को निर्देश दिया था कि आगे क्या करना है। फिर उसने अपनी
टेबल पर रखा हरा टेलीफोन उठाया। मेज पर एक और टेलीफोन रखा था लाल रंग का।
"मि. ए?" उसने भेदपूर्ण स्वर में पूछा।
हाय बी, कैसा चल रहा है? क्या सबकुछ तैयार है?"
'हाँ, सारी तैयारी हो गई थी; पर अब एक समस्या खड़ी हो गई है। अभी- अभी मेरे
पास एफ.बी.आई. एजेंट विली बोन्स आया था। उसने पता लगा लिया है कि ये हरे मानव
हमारे ही देश के बाशिंदे हैं।"
दूसरे छोर से गालियाँ सुनाई दीं। पर ए जानता था कि खुद पर कैसे काबू किया
जाए। उसने उन बातों के बारे में पूछा जिन्हें विली ने बी को विस्तार से बताया
था। पूरी कहानी सुनने के बाद ए ने टिप्पणी की-
'वह जरूर माइक होगा! जंक फूड आते ही उस पेटू से रुका नहीं जाता। पिछले महीने
मैंने उसे हैमबर्गर खाते देखा और मैं गिन नहीं सका कि वह कितने हैमबर्गर खा
गया। वह केवल यही कहता रहा कि एक और बर्गर उसे नुकसान नहीं पहुँचाएगा। ऐसा
लगता है कि उसने एक ही बर्गर कई बार खाया।"
कुछ पल के लिए खामोशी छा गई। फिर बी ने कुछ अफसोस के साथ कहा, "अब हमें क्या
करना चाहिए? ऐसा लगता है कि सारी दुनिया पर निगरानी करने की हमारी योजना किसी
नतीजे पर नहीं पहुँची। और वह भी ऐसे वक्त में जब इसने अच्छी तरह कार्य करना
शुरू कर दिया था। रोजर और उसके दल के अपहरण के बाद बाहरी दुनिया के जीवों का
चारों ओर आतंक फैल जाता और सीनेटर ब्लैकमैन आसमान सिर पर उठा लेता। इसकी पूरी
उम्मीद भी थी। उस जाँच-पड़ताल में बड़े-बड़े वैज्ञानिक इस बात का सबूत दे
देते कि बाहरी दुनिया के कोई भी जीव नहीं हैं। और इस पूरे विवाद के दौरान हरे
मानव बेरोक-टोक अपने जासूसी मिशनों को जारी रखते। बड़े कमाल की योजना थी; पर
सब गुड़ गोबर हो गया, क्योंकि माइक को अपना हैमबर्गर चाहिए-ही-चाहिए!"
तुम तो ऐसे बोल रहे हो जैसे कि यह योजना बीत गई हो! यह योजना अभी भी जिंदा
है।" ए ने शांत भाव से जवाब दिया।
"पर हम इसे कैसे जारी रख सकते हैं, जबकि विली इसके बारे में बोलता रहेगा? वह
इस वक्त फ्लोरिडा के रास्ते पर है।" बी और ज्यादा संयम नहीं रख पा रहा था।
'बहुत अच्छे ! मैंने खुद भी इस बात की सिफारिश की होती। हम उसे भी रोजर के
साथ उनकी उस बस्ती में भेज देंगे। वहाँ वह बेशक सारी जिंदगी अपनी जाँच-पड़ताल
करता रहे।"
बी की बात में दम नजर आया। विली को भी अगवा किए गए वैज्ञानिकों और तकनीशियनों
की बस्ती में डाल दो, फिर कोई इतना दिमाग चलाने की नहीं सोचेगा। लेकिन तभी
उसके मन में संदेह सिर उठाने लगा और इसे उसने ए के सामने कुछ इस तरह बयान
किया—"लेकिन किसी ऐसे देश के लिए यह कितना उचित होगा जो अपने नागरिकों,
मानवाधिकारों और ऐसी समस्त चीजों पर गर्व करता है कि वह खुद अपने नागरिकों को
अगवा कर समाज से अलग-थलग कर दे?"
लेकिन ए के पास इन तमाम संदेहों का जवाब था। उसने आराम से कहा, "किसी देश पर
अपने नागरिकों का अपहरण करने का आरोप नहीं लगाया जा सकता। और फिर वे सभी
वैज्ञानिक तथा तकनीशियन, जिन्हें हमने अलग-थलग कर दिया है, मजे की जिंदगी जी
रहे हैं और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा की समस्याओं पर कार्य करते हुए पूरी
संतुष्टि का अनुभव कर रहे हैं। दस साल बाद जब हमारी परियोजना पूरी हो जाएगी
तो उन्हें वापस लौटा दिया जाएगा।"
बी को भी संतुष्टि हो गई। आखिरकार उनके पास अपनी परियोजना को पूरा करने का और
कोई तरीका नहीं था, जिसमें देश के उत्कृष्ट मस्तिष्क लगे हुए थे। यह परियोजना
पूरी गोपनीयता के साथ चलाई जाएगी और बाहर किसी को शक भी नहीं होगा। वह जान
गया कि 'अगवा' किए गए सभी वैज्ञानिक बस्ती में एक मिशन के साथ खुशी-खुशी काम
कर रहे थे। यहाँ तक कि फ्रॉस्ट ने भी अपने नए कार्य को उत्साह के साथ अपना
लिया था।
उसके विचारों को ही जैसे शब्द देते हुए ए ने आगे बताया, "याद करो कि मैनहटन
परियोजना में बड़े-बड़े वैज्ञानिक अपने समय के सबसे घातक हथियार बनाने के लिए
पूरे समर्पण भाव से काम कर रहे थे, क्योंकि उन्हें विश्वास दिला दिया गया था
कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। हमने अपने वैज्ञानिकों और
तकनीशियनों को यकीन दिला दिया है कि इस अंतरिक्ष युग में चारों ओर अंतरिक्ष
पर कब्जा जमाना धरती पर जमीन जीतने से अधिक महत्त्वपूर्ण है। इसलिए वे हमारी
जमीनी परियोजना पर खुशी-खुशी काम कर रहे हैं।"
अच्छा," बी ने गहरी साँस ली, "इसे ऐसा ही होना चाहिए, इसे ऐसा ही होना
चाहिए।" वह खुद भी कभी वैज्ञानिक था और उसे यह देखकर दुःख होता था कि किस तरह
वैज्ञानिकों को राजनीति के खेल में प्यादा बनाया जा रहा था। इसे रोकने के लिए
वह कुछ नहीं कर सकता था। आखिरकार यह सब पहले भी हो चुका था।
लेकिन फिर व्यावहारिक पहलुओं पर लौटते हुए वह बोला, "ठीक है, लेकिन अभी हमें
एक औपचारिकता और पूरी करनी है।"
"वह क्या?" ए ने पूछा।
'विली मेरे संगठन में काम नहीं करता है। उसे अगवा कराने के लिए मुझे सर्वोच्च
अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी।"
"उसका बंदोबस्त मैं कर लूँगा। अच्छा, अलविदा!" ए ने सीधे-सपाट लहजे में उत्तर
दिया।
बी ने हरे टेलीफोन रिसीवर को पटकते हुए मन-ही-मन विली को भी अलविदा बोल दिया।
ए की कार्य करने की चुस्ती को देखकर उसे जल्द ही काररवाई की उम्मीद थी और ए
ने भी उसे निराश नहीं किया। उसकी मेज पर रखा लाल रंग का टेलीफोन फिर घनघनाने
लगा।