Qurratulain Hyder क़ुर्रतुलऐन हैदर
ऐनी आपा के नाम से जानी जानी वाली क़ुर्रतुल ऐन हैदर (२० जनवरी १९२७ - २१ अगस्त २००७) प्रसिद्ध उपन्यासकार और लेखिका थीं। क़ुर्रतुल-एन-हैदर न केवल उर्दू के साहित्य बल्कि संपूर्ण भारतीय साहित्य धारा में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखती हैं।
इनके समृद्ध लेखन में उर्दू साहित्य की आधुनिक धारा को एक दिशा दी है। सन् 1947 में प्रकाशित इनके पहिले कहानी-संग्रह ‘सितारों से आगे’ को उर्दू की नई कहानी का प्रस्थान-बिन्दु समझा जाता है। ‘मेरे भी सनमख़ाने’, ‘साफिनाए-ग़मे दिल’,
‘आग का दरिया’, ‘कारे जहाँ दराज़ है’, ‘आख़िरे शब के हमसफर’,‘गर्दिशे रंगे चमन’, ‘चांदनी बेगम’ आदि इनके कुछ
महत्त्वपूर्ण प्रकाशनों में से हैं। इनकी समर्पित साहित्य-सेवा के लिए इन्हें पद्मश्री और ज्ञानपीठ सहित कई पुरुस्कारों से सम्मानित किया गया है।