Knut Hamsun कनुत हामसुन
कनुत पीडरसन हामसुन (4 अगस्त 1859 - 19 फरवरी 1952) नॉर्वेजियन लेखक थे जिन्हें 1920 में साहित्य में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
उन्होंने 23 से अधिक उपन्यास, कविता संग्रह, कुछ लघु कथाएँ और नाटक, एक यात्रा वृतांत, गैर-काल्पनिक रचनाएँ और कुछ निबंध प्रकाशित किए।
हामसुन की पहली रचना एक कविता थी — 'मीटिंग अगेन' - जो सन् 1878 में प्रकाशित हुई थी। सन् 1890 में इनका पहला उपन्यास 'हंगर' (भूख) प्रकाशित हुआ,
जिससे इनकी पहचान बननी शुरू हुई। इनकी सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण रचना 'ग्रोथ ऑफ द सॉइल' का प्रकाशन 1917 में हुआ, जिसने इनको यूरोप तथा अमेरिका में
प्रसिद्ध कर दिया। हामसुन की रचनाओं की विशेषता यह है कि इनमें लेखक ने पूर्ण रूप से अपना व्यक्तित्व प्रकट किया है। इनकी पुस्तकों में इनके जीवन का प्रतिबिंब स्पष्ट दिखाई देता है।
सन् 1920 में नोबेल कमेटी ने इनको पुरस्कार देते हुए कहा था, "इनकी महत्त्वपूर्ण रचना 'ग्रोथ ऑफ द सॉइल' के लिए इनको यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।"
इनकी अन्य प्रमुख कृतियाँ हैं : 'पैन', 'एट द गेट्स ऑफ द किंगडम', 'ऑफ अमेरिकन कल्चर', 'लाइफ्ज प्ले', 'सन सैट', 'चिल्ड्रेन ऑफ द ऐज', 'सेगेल्फास टाउन' तथा 'लुक बैक ऑन हैप्पीनेस' ।