Balijit बलीजीत
बलीजीत (15 मार्च, 1962-) का जन्म पंजाब के रूपनगर जिले के लखमीपुर गाँव में हुआ था। ये पंजाबी कहानीकार हैं । इनकी
कहानियों का हिंदी में भी अनुवाद किया गया है। बलीजीत को वर्ष 2019 में मानववादी रचना मंच, जालंधर पंजाब द्वारा 'लोक कवि
गुरदास राम आलम पुरस्कार' दिया गया। वर्ष -2022 का उर्मिला आनंद स्मृति पुरस्कार इन्हें प्रीतनगर में इनकी कहानी 'नूण' ('नमक')
के लिए दिया गया। इनके तीसरे कहानी संग्रह 'उच्चीआं आवाजां' के लिए इन्हें साल 2023 के लिए दस हज़ार कैनेडियन डॉलर का दूसरे
स्थान का ढाहां पुरस्कार ब्रिटिश कोलंबिया में प्रदान किया गया। ।