पहले आँसू : अमरीकी लोक-कथा
The First Tears : American Lok-Katha
(Folktale from Native Americans, Inuit Tribe/मूल अमेरिकी, इनुइत जनजाति की लोककथा)
यह बहुत पहले की बात है कि एक आदमी सील मछली का शिकार करने के लिये समुद्र के किनारे गया।
उस आदमी की खुशी का ठिकाना न रहा जब उसने देखा कि समुद्र के किनारे तो बहुत सारी सील मछलियाँ बैठी हुई थीं। उसको लगा कि आज तो वह बहुत सारी मछलियाँ अपनी पत्नी और बेटे के लिये ले जा पायेगा।
वह धीरे धीरे दबे पाँव उन मछलियों की तरफ बढ़ा। सील मछलियाँ कुछ बेचैन हो गयीं। उनको बेचैन देख कर उस आदमी की चाल भी थोड़ी धीमी पड़ गयी।
अचानक सील मछलियाँ समुद्र के पानी में खिसकने लगीं। वह आदमी कुछ और परेशान हो गया। उसकी तो दावत जा रही थी। पर फिर उसने एक सील मछली अपने साथियों के पीछे पीछे जाती देखी। वह अपने साथियों की तरह से तेज़ नहीं चल पा रही थी।
उसने सोचा कि अब वह इसी सील को पकड़ेगा। उसको इस सील को पकड़ने से पैदा हुई अपनी पत्नी और अपने बेटे की आँखों में खुशी की झलक दिखायी दी।
इतनी बड़ी सील से तो उनका पेट कई दिनों तक के लिये भर जायेगा। यह सोच कर वह दबे पाँव उस सील की तरफ चल दिया। वह उसी सील मछली को पकड़ेगा।
आदमी को लगा कि उस सील ने उसको देखा नहीं है पर अचानक ही वह सील मछली उछली और समुद्र में चली गयी।
आदमी उसके पीछे भागा तो पर वह उसको पकड़ नहीं पाया। लेकिन उसी समय उसको अपने दिल में कुछ अजीब सा महसूस हुआ। उसकी आँखों से पानी टपकने लगा। उसने अपनी आँखें छुई और उनका पानी चखा। वह उसको नमकीन लगा।
उसके मुँह और छाती से भी अजीब अजीब आवाजें आ रही थीं जैसे उसका दम सा घुट रहा हो।
उसके बेटे ने उसकी वे आवाजें सुनीं और जा कर अपनी माँ को बताया तो वे दोनों यह जानने के लिये समुद्र के किनारे की तरफ दौड़े कि वह आदमी ठीक था कि नहीं।
उस आदमी की पत्नी और बेटा यह देख कर बड़े आश्चर्य में पड़ गये कि उस आदमी की आँखों से पानी बह रहा था।
उस आदमी ने उनको बताया कि जब वह समुद्र के किनारे सील मछलियाँ पकड़ने गया था तब समुद्र का किनारा सील मछलियों से भरा हुआ था। यह देख कर वह बहुत खुश हुआ। पर जैसे ही उसने उनको अपने चाकू से मारना चाहा पर वे सब की सब पानी में खिसक गयीं।
जब वह यह सब कह रहा था तो उसकी पत्नी और बेटे की आँखों से भी पानी बहना शुरू हो गया और वे दोनों भी उस आदमी के साथ साथ रोने लगे।
सो इस तरह से उन लोगों ने सबसे पहले रोना शुरू किया। बाद में उस आदमी और उसके बेटे ने मिल कर एक सील मारी और फिर उस सील मछली को दूसरी सील मछलियों को पकड़ने का जाल बनाने के लिये इस्तेमाल किया।
(साभार सुषमा गुप्ता जी, जिन्होंने लोक-कथाओं पर उल्लेखनीय काम किया है)