शराबी और संत (तमिल कहानी) : संत तिरुवल्लुवर
Sharabi Aur Sant (Tamil Story Hindi) : Sant Thiruvalluvar
प्रसिद्ध संत तिरुवल्लुवर एक बार अपने शिष्यों के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में आने जाने वाले लोग उनका अभिवादन कर रहे थे।
तभी अचानक एक शराबी झूमता हुआ उनके सामने आ खड़ा हुआ और संत तिरुवल्लुवर से पूछा- आप लोगो से यह क्यों कहते फिरते हैं कि शराब बहुत ख़राब चीज़ है, मत पिया करो। क्या अंगूर ख़राब होते हैं, क्या चावल बुरी चीज़ है ? अगर ये दोनों चीज़ अच्छी हैं, तो इनसे बनी शराब कैसे बुरी हो सकती है ?
लोग हैरत से देखने लगे कि अब संत तिरुवल्लुवरइस पर क्या जबाब देते हैं। संत मुस्कुराकर बोले- भाई, अगर कोई तुम पर मुट्ठी भरकर मिटटी फेंके या कटोरा भरकर पानी डाल दे, तो क्या इससे तुम्हें चोट लगेगी ? शराबी ने न में सिर हिलाया। संत ने फिर कहा- लेकिन इसी मिट्टी में पानी मिलाकर और उसकी ईंट बनाकर तुम पर फेंकी जाये, तब...? शराबी ने कहा जाहिर सी बात है उससे तो मैं घायल हो जाऊंगा।
संत तिरुवल्लुवर ने शराबी को फिर समझाते हुए कहा- देखो भाई, जब मिट्टी में पानी मिलाकर और उसकी ईंट बनाकर तुम पर फेंकी जाये, तब तुम उससे घायल हो जाओगे।
इसी प्रकार अंगूर और चावल भी अपने आप में बुरे नहीं हैं, लेकिन यदि इन्हें मिलाकर और शराब बनाकर सेवन किया जाये, तो मनुष्य के लिए नुकसानदेह है। यह स्वास्थ्य को ख़राब करती है। इसके कारण कई बार अनेक परिवार तक नष्ट हो जाते हैं।
संत की इस बात का उस शराबी पर गहरा असर पड़ा। उसने उसी दिन से शराब तौबा कर ली । वास्तव में शराब शरीर के लिये तो घातक है ही, यह एक सामाजिक बुराई भी है। इसलिए इसका सेवन न किया जाये, तो ही बेहतर है।