सीधे साधे चित्र (कहानी संग्रह) सुभद्रा कुमारी चौहान

Seedhe Saadhe Chitra (Stories) Subhadra Kumari Chauhan

सुभद्रा कुमारी चौहान जी का 'सीधे साधे चित्र' तीसरा व अंतिम कहानी संग्रह है। यह कहानी संग्रह १९४७ में छपा। इसमें कुल १४ कहानियां हैं। रूपा, कैलाशी नानी, बिआहा, कल्याणी, दो साथी, प्रोफेसर मित्रा, दुराचारी व मंगला, कहानियों की कथावस्तु नारी प्रधान पारिवारिक सामाजिक समस्यायें हैं। हींगवाला, राही, तांगे वाला एवं गुलाबसिंह कहानियां राष्ट्रीय विषयों पर आधारित हैं।