संगीतकार के रूप में बूढ़े एंड्रे का अनुभव (कहानी) : थॉमस हार्डी
Sangeetkar Ke Roop Mein Boorhe Andre Ka Anubhav (English Story in Hindi) : Thomas Hardy
मैं उस समय गायक मंडली के लड़कों के दस्ते में था और हमें व वादकों को उस क्रिसमस हफ्ते में जमींदार के घर (मैनर हाउस) पर जमींदार के लोगों और आगंतुकों (जिनमें पादरी, लॉई और लेडी बेक्सबाई और मैं नहीं जानता कौनकौन थे) के लिए गाने व बजाने के लिए उपस्थित होना था। और उसके बाद, जैसा कि हम हमेशा करते थे. खाना खाने के लिए नौकरोंवाले हॉल में जाना था।
ऐंड्रयू जानता था कि यह प्रथा थी और जब हम निकलने लगे थे, हमसे मिलने पर वह हमसे बोला, “ओह! मैं गाय के मांस, टर्की (पीरू), आलूबुखारे की पुडिंग और बीयर पीने के लिए कितना लालायित हँ, जिसे खाने तुम खुशकिस्मत लोग अभी जा रहे हो! एक व्यक्ति कम या ज्यादा होने से जमींदार को फर्क नहीं पड़ेगा। मेरी उम्र ज्यादा है, जिसकी वजह से मैं गानेवाले लड़कों की श्रेणी में नहीं आ सकता है और चूँकि इतनी ज्यादा दाढ़ी है कि लड़कियों की मंडली में भी शामिल नहीं हो सकता हूँ। क्या तुम मुझे एक बेला दे सकते हो, ताकि मैं तुम लोगों के साथ बैंड बजानेवाले की तरह आ सकूँ?"
हम उसके प्रति कठोर नहीं होना चाहते थे, इसलिए उसे एक पुराना बेला दे दिया; हालाँकि एंड्रयू को 'जाएंट ओ' केरनेल के अलावा संगीत के बारे में कुछ भी नहीं पता था और पुराने वादय से सज्जित वह हम सबके साथ निर्धारित समय पर जमींदार के घर के लिए चल पड़ा और अपने बेला को बगल में दबाए हुए निर्भीकता से चलने लगा। संगीत की पुस्तकों को खोलने और स्वरों पर सही जगह पर रोशनी डालने के लिए मोमबत्तियों को खिसकाने का काम करते हुए वह बहुत स्वाभाविकता दिखा रहा था। और जब तक हमने 'वाइल शेपाईसवॉच', 'स्टार एराइज' और 'हार्क द ग्लैड साउंड' गाया और बजाया, सबकुछ सुचारु रूप से चल रहा था।
फिर जमींदार की माँ एक लंबी व रूपवती बूढ़ी महिला, जिसे चर्च से संगीत में ज्यादा दिलचस्पी थी ने अचानक एंड्रयू से कहा, “मैं देख रही हूँ कि तुम बाकी लोगों के साथ वादय नहीं बजा रहे हो। ऐसा क्यों?"
एंड्रयू जिस दुविधा में था, उसे देखकर मंडली के सारे लोग जमीन में धंसने को तैयार थे। हम देख सकते थे कि वह पसीने में भीग गया और वह उस स्थिति से कैसे बाहर निकला, हमें नहीं पता।
"मेरे साथ एक दुर्घटना घटी, मैडम।” एक बच्चे की तरह निरीह-सा झुकते हुए उसने कहा, “रास्ते में आते हुए मैं गिर गया और मेरी गज टूट गई।"
"ओह, यह सुनकर बहुत हुँःख हुआ। क्या वह ठीक नहीं हो सकती?" उन्होंने कहा।
“अरे नहीं, मैडम, वह बिल्कुल किरच-किरच हो गया है।"
"देखती हूँ कि मैं तुम्हारे लिए क्या कर सकती हूँ।" उन्होंने कहा।
और फिर लगा किं अब सबकुछ खत्म हो गया है और फिर हमने बजाया “रिजॉयस, ये ड्राउसी मॉर्टल्स ऑल!" और जैसे ही वह खत्म हुआ, उन्होंने एंड्रयू से कहा, “मैंने अटारी में किसी को भेजा था, जहाँ हमारे कुछ पुराने वाद्य रखे हैं। वहाँ मुझे एक गज मिल गया।" उन्होंने उस बेचारे एंड्रयू को वह गज सौंप दी, जिसे यह तक नहीं पता था कि उसे किस सिरे से पकड़ना चाहिए।
“अब हमारे पास पूरी संगत है।" उन्होंने कहा।
अपनी किताब के सामने जब एंड्रयू गायकों के वृत्त में खड़ा हुआ तो उसका चेहरा किसी सड़े हुए सेब जैसा लग रहा था; क्योंकि यजमानी में केवल एक ही व्यक्ति था, जिससे सब डरते थे और वह थी यह शक नासिकावाली महिला। हालाँकि अगले व्यक्ति के थोड़े पीछे खड़े होकर बिना तारों को छुए अपने गज को आगेपीछे करते हुए उसने बजाना शुरू करने का दिखावा किया, ताकि ऐसा लगे कि वह धुन के साथ पूरे दिल से झूम रहा है। यह सवाल था कि अगर वह ऐसा ठीक से नहीं कर पाया, अगर जमींदार के घर आया कोई आगंतुक (पादरी के अलावा और कोई नहीं) यह न देखे कि उसने बेला उलटा पकड़ा हुआ है और ढिबरी उसकी ठोड़ी के नीचे है और पीछे का सारा भाग उसके हाथ में हैं और वे ये सोचकर कि बजाने का यह कोई नया तरीका है, उसके चारों ओर एकत्र न होने लगे।
इससे हर चीज प्रकट हो गई। जमींदार की माँ ने एंड्रयू को नीच व धोखेबाज कहकर घर से बाहर निकाल दिया। संगीत के तालमेल में बहुत ज्यादा बाधा आ गई। जमींदार ने घोषणा की कि वह उसी दिन अपना कॉलेज छोड़ दे। हालाँकि, जब हम नौकरों के हॉल में पहुंचे तो वहाँ एंड्रयू बैठा हुआ था, जिसे जमींदार के आदेश से आगे से प्रवेश न करने देने पर जमींदार की पत्नी के आदेश से पीछे के दरवाजे से वहाँ लाया गया था। और उसके कॉलेज छोड़ने के बारे में कुछ सुनने को नहीं मिला—पर उस रात के बाद एक संगीतकार के रूप में सार्वजनिक रूप से एंड्रयू ने फिर कभी नहीं बजाया; और अब उसकी मृत्यु हो चुकी है। बेचारा आदमी, जैसा कि हम सबके साथ भी होगा!
“मैं पुरानी गायन-मंडली को उनके बेलों और बड़े वायलिनों को भूल चुका हूँ।" घर आनेवाले ने ध्यानमग्न होते हुए कहा, “क्या वे अभी भी पुराने की तरह आज भी गा-बजा रहे हैं?"
"उसका भला हो!” छप्पर डालनेवाले क्रिस्टोफर ट्विंक ने कहा, "इन बीस वर्षों में उन लोगों ने क्या किया? अब चर्च में एक युवा मद्य त्यागी ऑर्गन बजाता है और बहुत अच्छा बजाता है; हालाँकि वह उतना अच्छा संगीत नहीं है, जो पुराने समय में होता था; क्योंकि ऑर्गन ऐसा है, बिंच के साथ चलता है और युवा मद्य त्यागी कहता है कि वह अपनी बाँहों को बिल्कुल अपने से दूर न रखे।"
“फिर उन्होंने यह परिवर्तन किया क्यों?"
"कुछ जो चलन की वजह से और कुछ इसलिए, क्योंकि पुराने संगीतकार किसी तरह की मुसीबत में फंस गए थे। वह भी एक बड़ी मुसीबत में है न जॉन? मैं उस बात को कभी नहीं भूल सकता, कभी नहीं! उन्होंने पूर्णतया चर्च के अफसरों की भूमिका ऐसे गँवा दी, जैसे कि वे कभी उस भूमिका में थे ही नहीं।"
“यह उनके साथ बहुत ही बुरा हुआ।"
“हाँ।" छप्पर डालनेवाले ने बीते समय पर ऐसे एकाग्रता से ध्यान दे जैसे कि वह अभी गुजरा हो और अपनी बात जारी रखी।