निर्णय : फ़्रेंज़ काफ़्का

रविवार की सुबह और वसंत ऋतु अपने उत्कर्ष पर थी । प्रथम मंजिल के अपने कमरे में युवा नाविक जार्ज बेंडेमान बैठा था । यह मकान नदी के किनारे बने जर्जर मकानों की एक लंबी श्रृंखला में से एक था। इन मकानों में ऊँचाई और रंग के सिवा अंतर करना बहुत मुश्किल था । उसने अभी भी अपने पुराने मित्र को लिखे पत्र को पूरा ही किया जो विदेश में रहता था और उस पत्र को धीरे एवं आरामदायक ढंग से लिफाफे में रखा तथा अपनी कोहनी को राइटिंग टेबल पर टिकाकर वह खिड़की के बाहर नदी के सुदूर किनारे पर पुल एवं उन पर फैली कोमल घासों को देख रहा था।

वह अपने मित्र के बारे में सोच रहा था, जो घर पर उपलब्ध संभावनाओं से असंतुष्ट होकर रूस भाग गया था। अब वह पीट्सबर्ग में अपना व्यवसाय कर रहा था, जो अब समृद्ध होना शुरू हो गया था, लेकिन फिर बहुत पहले ही इसमें गिरावट आने लगी, क्योंकि वह हमेशा ही आगंतुकों की लगातार गिरती संख्या के बारे में शिकायत करता रहता था। इसलिए बिना किसी कारण के वह विदेशी भूमि पर खुद को बरबाद कर रहा था, वह अनजान भरी हुई दाढ़ी रखता था, फिर भी वह उसके उस चेहरे को अच्छी तरह नहीं छुपा सकता था, जिससे जार्ज बचपन से ही परिचित था और उसकी त्वचा इतनी पीली होती जा रही थी कि लगता था कि उसे कोई गुप्त बीमारी हो गई है। उसके अपने कारण से उसका अपने देशवासियों की कॉलोनी में किसी से कोई संपर्क नहीं था तथा रूसी परिवार के साथ भी लगभग नगण्य सामाजिक संपर्क था । इसलिए उसने स्वयं को एक स्थायी अविवाहित बनने के लिए समर्पित कर दिया।

ऐसे व्यक्ति को क्या लिखा जा सकता है, जो स्पष्ट रूप से खुद ही भाग गया हो, एक ऐसा व्यक्ति जिसके लिए दुःख होता है, लेकिन उसकी मदद नहीं की जा सकती है। क्या किसी को उसे घर वापिस आने, स्वयं को प्रतिरोपित करने, पुराने दोस्तों से दुबारा से जुड़ने की, उसके सामने कोई बाधा नहीं थी, तथा सामान्य रूप से दोस्तों से मिलनेवाली सहायता पर भरोसा करने की सलाह देनी चाहिए? लेकिन यह उतना ही अच्छा है, जितना उसे कहना, और जितना ही दयालुता से कहना उतना ही बुरा लगना, आज तक तो उसके सभी प्रयास असफल ही रहे थे और अंत में अब उसे हार मान लेनी चाहिए तथा घर वापिस आ जाना चाहिए। उसे एक वापिस आए फिजूलखर्च की तरह खुद को लोगों द्वारा ताके जाने देना चाहिए। यह तो सिर्फ उसके दोस्तों को ही पता था कि क्या-क्या था और वह स्वयं भी एक बड़ा बच्चा था, जिसे वही करना होता था जो उसके सफल तथा निकट मित्र उसे कहते थे। इसके अलावा क्या यह निश्चित था कि उसको दी गई प्रताड़ना एक दिन अपना लक्ष्य प्राप्त करेगी? शायद घर वापिस आना भी संभव न हो, बल्कि घर आना बिल्कुल ही संभव न हो। उसने स्वयं ही कहा कि अपने ही देश में अब उसे वाणिज्य के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी और विदेशी भूमि पर अपने दोस्तों की सलाह से परेशान वह अभी भी एक अजनबी की तरह रहेगा तथा हमेशा से ज्यादा उनसे अलगाव रहेगा। लेकिन उसने उनकी सलाह नहीं मानी और घर के लिए भी उपयुक्त नहीं बना, निस्संदेह घृणा के कारण नहीं, बल्कि परिस्थितियों के दबाव में, उनके अनुसार नहीं चल पाया और उनके बिना, अपमानित महसूस करता था यह भी नहीं कह सकता था कि अब उसके दोस्त भी हैं या अपना कोई देश भी है, क्या उसके लिए विदेश में ही रह जाना अच्छा नहीं था जैसा कि वह रह रहा था? इन सारी बातों के मद्देनजर कोई भी इस बात के प्रति आश्वस्त कैसे हो सकता था कि घर पर वह जीवन में सफल होगा?

इन्हीं कारणों से, मानो कोई उसके साथ पत्राचार जारी रखना चाहता भी था तो कोई उसे सच्ची खबर नहीं दे सकता था, जो कि बहुत दूर के परिचित को भी आसानी से कहा जा सकता है। उसे यहाँ आए हुए तीन साल बीत गए थे और इसके लिए उसने यह झूठा बहाना बनाया कि रूस की स्थिति ही बहुत अनिश्चित थी, जो प्रकटत: एक छोटे व्यापारी को भी थोड़े समय के लिए भी अनुपस्थित होने की अनुमति नहीं देगी, जबकि उस सरकार ने हजारों रूसवासियों को शांतिपूर्वक विदेश भ्रमण की अनुमति दी । लेकिन इन तीन वर्षों में ही जार्ज की अपनी ही स्थिति बहुत बदल गई थी। दो वर्ष पहले उसकी माँ मर गई, तब से वह तथा उसके पिता ने मिलकर घरेलू कामकाज एक साथ किए और निस्संदेह उसके दोस्तों को इसकी सूचना थी, और पत्र के माध्यम से अपनी सहानुभूति भी प्रकट की थी, लेकिन पत्र की भाषा इतनी रूखी थी कि ऐसी घटना से उत्पन्न शोक, एक सुदूर देश में बैठा व्यक्ति महसूस नहीं कर सकता था, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है। उस समय से ही जार्ज ने और अधिक संकल्प के साथ व्यापार तथा अन्य कामों में खुद को लगाया।

शायद उसकी माँ के जीवनकाल से ही उसके पिता की व्यापार में हर काम अपनी मरजी से करने की जिद के कारण ने शायद उसकी अपनी सही गतिविधि के विकास को बाधित किया, शायद उनकी मृत्यु के बाद से ही उसके पिता कम आक्रामक हो गए हैं, यद्यपि व्यापार में तो वे अभी भी सक्रिय थे। शायद इसका सबसे बड़ा कारण यह था कि संयोगवश व्यापार बहुत चल निकला, बल्कि इसकी बहुत संभावना थी । चाहे जो भी कारण हो, इन दो वर्षों में व्यापार में अत्यधिक अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई, कामगारों की संख्या भी दुगुनी करनी पड़ी, कुल बिक्री पाँच हो गई, इसमें कोई संदेह नहीं, आगे बहुत उन्नति होनी है।

लेकिन जार्ज के दोस्तों को उसकी उन्नति का तनिक भी आभास नहीं था, पूर्व के वर्षों में, शायद अंतिम बार अपने शोक पत्र में रूस प्रस्थान कर जाने के लिए मनाने की कोशिश की थी तथा व्यापार की उस शाखा, जिसमें जार्ज सक्रिय था, उसकी रूस में सफलता की संभावनाओं का बखान किया था । जार्ज के वर्तमान व्यापार की सीमा की तुलना में उद्धृत किए गए आँकड़े अत्यंत छोटे थे, लेकिन फिर भी वह अपने दोस्तों को अपने व्यापार की सफलता के बारे में बताने से कतराता था । यदि अब वह अतिलक्षणी ढंग से ऐसा करना भी चाहे तो वह निस्संदेह अजीब लगेगा।

इसलिए जार्ज अब अपने दोस्तों को बातचीत के मामूली आइटमों के बारे में, जैसे कि स्मृति में अचानक सुधार, जबकि कोई रविवार के दिन चुपचाप बैठा कुछ सोच रहा था, बताने तक सीमित कर लिया था । जो वह चाहता था, वह यह था कि उसके अपने शहर के प्रति विचार को कोई व्यवधान न डाले, जो कि उसके दोस्तों ने अपनी संतुष्टि के लिए लंबे अंतराल के दौरान बनाया होगा । इसलिए जार्ज के साथ ऐसा हुआ कि उसने तीन बार अपने तीन अलग-अलग पत्रों में अपने दोस्त को एक मामूली आदमी का एक समान रूप से मामूली लड़की के साथ सगाई के बारे में बताया था, तब तक वास्तव में, उसके इरादों के विपरीत उसके दोस्त ने इस महत्त्वपूर्ण घटना में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी।

फिर भी जार्ज ऐसी चीजों के बारे में ही लिखना पसंद करता था, न कि यह कि उसने भी एक माह पहले एक समृद्ध परिवार की लड़की फ्राउलेन फरीदा ब्रानडेनफेल्ड के साथ सगाई कर ली थी । प्रायः वह अपने इस मित्र के साथ पत्राचार में अपनी मंगेतर तथा उनके बीच विकसित होनेवाले विचित्र संबंधों के बारे में चर्चा करता था । “इसलिए वह हमारी शादी में नहीं आ रहा," उसने पूछा, "और फिर मुझे आपके सभी दोस्तों के बारे में जानने का अधिकार है।” ‘“मैं उसे परेशान करना नहीं चाहता, " जार्ज ने जवाब दिया, "मुझे गलत मत समझना, " शायद वह आ भी जाए, कम-से-कम मैं तो यह सोचता हूँ, लेकिन वह सोचेगा कि उसे मजबूर किया गया है और इससे वह आहत महसूस करेगा, शायद उसे मुझसे ईर्ष्या भी हो और निश्चित रूप से वह असंतुष्ट होगा तथा अपने असंतोष के बारे में कुछ भी करने में समर्थ हुए बिना ही उसे पुनः अकेले ही जाना पड़ेगा। " अकेला ! क्या तुम्हें मालूम है इसका क्या अर्थ है?” “हाँ, लेकिन ऐसा न हो कि उसे हमारी शादी के बारे में किसी और ढंग से पता चले?" निस्संदेह मैं यह रोक नहीं सकता, क्योंकि वह जिस तरह रहता है, उस पर विचार करते हुए लेकिन यह असंभव है। "जार्ज, चूँकि आपके दोस्त ऐसे तुम्हें सगाई कभी करनी ही नहीं चाहिए थी । " ठीक, इसके लिए हम दोनों ही दोषी हैं; लेकिन अब इसका कोई उपाय भी नहीं है । और जब, उसके चुंबन के कारण वह तेज-तेज साँस लेने लगती है, तो वह फिर कहती है, “उसी तरह मैं भी परेशान महसूस करती हूँ । उसने सोचा कि इससे शायद उसे परेशानी न हो, यदि वह खबर अपने दोस्त को दे दे तो । " मैं तो इसी तरह का आदमी हूँ और मैं जैसा हूँ उसे उसी तरह ना पड़ेगा, उसने अपने आप से कहा, "मैं स्वयं को दूसरे ढाँचे में नहीं ढाल सकता, जिससे हो सकता है कि उसे एक योग्य दोस्त मिल जाए। "

और वास्तव में उसने अपने दोस्त को अपनी सगाई के बारे में बताया, उस लंबे पत्र में जो वह रविवार की सुबह में लिख रहा था। उसके शब्द थे, "मैंने अंत में बताने के लिए सबसे अच्छी खबर बचा रखी है। मैंने एक समृद्ध परिवार की लड़की फ्राउलिन फरीदा ब्रानडेलफिल्ड के साथ सगाई कर ली है, जो तुम्हारे जाने के बहुत दिनों के बाद यहाँ रहने आई थी, इसलिए तुम शायद ही उसे जानते होगे। आगे मैं उसके बारे में तुम्हें और भी बहुत कुछ बातें बताऊँगा। आज तो मैं तुम्हें सिर्फ यह बताऊँगा कि मैं बहुत खुश हूँ और मेरे और तुम्हारे बीच संबंधों में एक मात्र अंतर यह है कि अब तुम्हें बिल्कुल आम से दोस्त की बजाय मुझमें एक खुश दोस्त मिलेगा। इसके अलावा, मेरी मंगेतर में विपरीत लिंग के रूप में एक सच्चा दोस्त जिसका एक अविवाहित व्यक्ति के लिए कम महत्त्व नहीं है, वह तुम्हारे लिए अपना अभिवादन भेजती है और वह शीघ्र ही खुद ही तुम्हें पत्र लिखेगी। मैं जानता हूँ कि बहुत सारे कारण हैं, जिसकी वजह से तुम हमसे मिलने नहीं आ सकते, लेकिन शायद क्या वह सही अवसर होगा, जबकि तुम सारी बाधाओं को दूर भगा दो ? फिर भी, हो सकता है ऐसा हो, लेकिन किसी बात की परवाह किए बिना बस वही करो जो तुम्हें अच्छा लगे।"

अपने हाथ में यह पत्र लिये जार्ज बहुत देर से डाइनिंग टेबल पर बैठा है, और उसका चेहरा खिड़की की तरफ है। उसने शायद ही अनुपस्थित मुसकराहट के साथ गली से गुजरते उस परिचित का अभिवादन स्वीकार किया हो, जिसने उसे देखकर हाथ से इशारा किया।

अंत में उसने वह पत्र अपनी जेब में रखा और अपने कमरे से बाहर गया तथा छोटे से बैठक रूम से होता हुआ अपने पिता के कमरे में गया, जिसमें वह महीनों से नहीं गया था। बल्कि उसे वहाँ जाने की कोई जरूरत भी नहीं थी, क्योंकि व्यापार के क्रम में प्रतिदिन ही उसकी उसके पिता से मुलाकात होती थी और दोनों एक रेस्तराँ में साथ ही भोजन करते थे; यह सच है कि शाम में सभी वही करते, जो उन्हें अच्छा लगता, तब भी जब तक जार्ज कि अधिकांशतः ऐसा ही होता, दोस्तों के साथ बाहर नहीं जाता, या बहुत चुपके से मंगेतर से मिलने जाता, वे अपने- अपने अखबार के साथ सामान्य बैठक रूम में हमेशा कुछ देर के लिए साथ बैठते ।

जार्ज को यह देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि इस धूप भरी सुबह में उसके पिता के कमरे में कितना अँधेरा था । इसलिए इस पर छोटे से आँगन की दीवार ऊँची की, बहुत ज्यादा परछाई आ गई थी । उसके पिता एक कोने में हाथ में आँख की ओर उठाकर अखबार बढ़ रहे थे, क्योंकि उनके आँख में दृष्टिकोण था । वहाँ कोने में उसकी मृत माँ से जुड़ी अनेक स्मृतियाँ लटक रही थीं। वहीं टेबल पर उनके नाश्ते के अवशेष पड़े थे, जिसे देखकर यह लगता था कि उन्होंने सही तरह से नाश्ता नहीं किया था।

“आह! जार्ज,” उसके पिता ने उससे मिलने के शीघ्र ही उठते हुए कहा । जैसे ही वे चल रहे थे, उनका भारी ड्रेसिंग गाउन लहराकर खुल रहा था और इसका स्कर्ट उनके चारों ओर लहरा रहा था । जार्ज ने स्वयं से कहा, "मेरे पिता आदमियों में अभी भी विशाल हैं । "

“यहाँ तो असहनीय रूप से अँधेरा है, " उसने जोर से कहा ।

"हाँ, काफी अँधेरा है, " उसके पिता ने जवाब दिया ।

'और आपने तो खिड़की भी बंद कर दी है?"

"मुझे यह ही अच्छा लगता है । "

'ठीक है, बाहर तो काफी गरम है, " जार्ज ने कहा, मानो पहले कही गई अपनी बातों को जारी रखते हुए और फिर बैठ गया ।

उसके पिता ने नाश्ते का बरतन साफ किया और उसे अलमारी में रख दिया।

“मैं वास्तव में आप से सिर्फ यह कहना चाहता था, " जार्ज ने कहा, जो भावशून्य ढंग से बूढ़े आदमी के पीछे-पीछे चल रहा था, ‘“कि अब मैं अपनी सगाई की खबर सेंट पीट्सबर्ग भेज रहा हूँ ।" उसने अपनी जेब से चिट्ठी को थोड़ा बाहर निकाला और वापिस जेब में फिर रख लिया।

"सेंट पीट्सबर्ग?" उसके पिता ने पूछा ।

"वहाँ अपने दोस्त को, " अपने पिता से आँख मिलाने की कोशिश करते हुए जार्ज ने जवाब दिया। काम के समय तो ये बिल्कुल भिन्न होते हैं, वह सोच रहा था, कितने आराम से अपने बाजू मोड़कर वह यहाँ बैठ रहा था ।

'अरे हाँ, अपने दोस्त को, " विचित्र बल डालते हुए, उसके पिता ने कहा, "ठीक हैं, आप जानते हैं पिताजी, कि पहले तो मैं उसे सगाई के बारे में बताना नहीं चाहता था । विचार के कारण, यही एकमात्र वजह थी। आप तो खुद ही जानते हैं कि वह कितना मुश्किल आदमी है। मैंने स्वयं से कहा कि कोई अन्य मेरी सगाई के बारे में उसे बता सकता है, यद्यपि कि वह एक एकांतवासी व्यक्ति है कि वह भी शायद ही संभव है, मैं उसे रोक नहीं सका, लेकिन मैं कभी भी खुद से उसे बताने नहीं जा रहा था । "

' और अब तुमने अपना इरादा बदल लिया है?" उसके पिता ने खिड़की की विशाल देहली पर अपना बड़ा अखबार रखते हुए और इसके शीर्ष पर अपना चश्मा रखते, जिसे उसने अपने एक हाथ से ढकते हुए कहा । “हाँ, मैं इसके बारे में सोचता रहा हूँ । यदि वह मेरा एक अच्छा दोस्त है, तो मेरी खुशी-खुशी सगाई से उसे भी खुशी होनी चाहिए, मैंने अपने आप से यह कहा । इसलिए मैं उसे यह बताने से अपने आपको अब नहीं रोक सकता। लेकिन पत्र के भेजने से पहले मैं आपको यह बताना चाहता था । "

“जार्ज,” उसके पिता ने अपने दंतविहीन मुँह को लंबा करते हुए बताया, “मेरी बात सुनो! तुम मेरे पास इसी काम से आए हो, इस बारे में बात करने आए हो । निस्संदेह यह तुम्हारा सुझाव है । लेकिन यह बदतर है, कुछ भी नहीं से भी बदतर है, यदि तुम मुझे पूरी सच्चाई नहीं बताते हो तो। मैं उन बातों को कुरेदना नहीं चाहता, जिसकी यहाँ जरूरत नहीं है। मेरी प्रिय माँ की मृत्यु के बाद से कुछ ऐसी चीजें की गई हैं, जो सही नहीं हैं। हो सकता है कि उनके बोलने का भी कोई समय आएगा, हो सकता है, उससे भी जल्दी जो हम सोचते हैं। व्यापार में कई ऐसी चीजें हैं, जिसकी मुझे जानकारी नहीं है, हो सकता है कि यह मेरे पीठ पीछे नहीं किया गया है, मैं यह नहीं कहने जा रहा कि यह मेरे पीछे किया गया है। मैं अब उन चीजों की बराबरी नहीं करना चाहता, मेरी स्मृति कमजोर पड़ रही है, इतनी सारी चीजों को अब मैं देख भी नहीं सकता । प्रथमतः यह प्रकृति का नियम है, दूसरी बात मेरी प्रिय माता की मृत्यु से आप से कहीं ज्यादा आघात मुझ पर पड़ा। लेकिन चूँकि हम इस बारे में बात कर रहे हैं, इस पत्र के बारे में बात कर रहे हैं, मैं तुमसे आग्रह करता हूँ, जार्ज कि मुझे धोखा मत दो। यह मामूली बात है, इसे बताना भी शायद इतना जरूरी नहीं है, इसलिए मुझे धोखा नहीं दो । क्या सही में तुम्हारा यह दोस्त सेंट पीट्सबर्ग में है?"

जार्ज लज्जा से खड़ा हो गया। मेरे दोस्तों के बारे में मत सोचिए । एक हजार दोस्त भी मेरे पिता की जगह नहीं ले सकते। क्या आप जानते हैं मैं क्या सोचता हूँ? आप अपनी सही तरह देखभाल नहीं करते हैं, लेकिन बुढ़ापे में तो देखभाल होना जरूरी है। व्यापार में मैं आपके बिना कुछ भी नहीं कर सकता हूँ और आप यह अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन व्यापार की वजह से यदि आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ने जा रहा है तो मैं कल से इसे हमेशा के लिए बंद कर दूँगा और वह नहीं हो पाएगा । हमें आपके जीवन के तरीके में बदलाव लाना पड़ेगा। लेकिन एक मौलिक बदलाव। आप यहाँ अँधेरे में बैठते हैं, बैठक के कमरे में आपको पर्याप्त रोशनी मिलेगी। आप नाश्ते में सिर्फ यही थोड़ा-सा कुछ ले लेते हैं, जबकि अपनी ऊर्जा को सही तरह से बनाए रखना चाहिए। आप एक बंद खिड़की के पास बैठते हैं और हवा आपके लिए इतनी लाभदायक होगी। नहीं, पिताजी! मैं डॉक्टर को बुलाऊँगा और हमें उनके आदेशों का पालन करना पड़ेगा। हम आपका कमरा बदल देंगे, आप सामनेवाले कमरे में जाएँगे और मैं यहाँ आ जाऊँगा । आपको बदलाव का पता भी नहीं चलेगा, आपकी सारी चीजें आपके साथ ही वहाँ पहुँचा दी जाएँगी। लेकिन इन सब चीजों के लिए बाद में समय है, मैं अभी तो थोड़ी देर के लिए बिस्तर पर लिटा दूँगा, मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आराम की जरूरत है। आइए, मैं आपको आपकी चीजें हटाने में मदद करूँ, मैं कर सकता हूँ, यह अभी आप देखेंगे या बल्कि आप अभी ही शीघ्र सामनेवाले कमरे में चले जाइए और मेरे बिस्तर पर लेट जाइए। यह सबसे ज्यादा समझदारी भरा कदम होगा ।

जार्ज अपने पिता के बिल्कुल बगल में खड़ा था, जिन्होंने किउसके उलझे सफेद बालों सहित सिर को अपनी छाती से लगा लिया ।

“जार्ज,” उसके पिता ने बिना हिले ही धीमी आवाज में कहा । जार्ज शीघ्र ही अपने पिता के बगल में झुक गया । बूढ़े आदमी के थके चेहरे पर उन पुतलियों को देखा, जो फैली हुई थीं और उसी पर टिकी हुई थीं। वे आँखों के कोने से उसे देख रहे थे ।

तुम्हारा कोई दोस्त सेंट पीट्सबर्ग में नहीं है। तुम हमेशा से ही टाँग खींचनेवाले रहे हो और तुम मेरी टाँग खींचने से भी नहीं चुके। तुम्हारा कोई दोस्त वहाँ कैसे हो सकता है। मुझे इस बात पर विश्वास नहीं है।

"कुछ देर विगत के बारे में सोचिए, पिताजी," अपने पिता को कुरसी से उठाते तथा उनके ड्रेसिंग गाउन को उतारते हुए जैसे ही वह बहुत मुश्किल से खड़े हुए, जार्ज ने कहा, "मेरे दोस्त को मुझसे मिले हुए तीन साल हो गए। मुझे याद है कि आप उसे बहुत पसंद नहीं किया करते थे । कम-से-कम दो बार मैंने आपको उसे देखते हुए देखा। यद्यपि कि वह मेरे कमरे में मेरे साथ बैठा होता था । मैं आपकी उसके प्रति नापसंदगी अच्छी तरह समझ सकता था, मेरे दोस्त में कुछ विचित्रताएँ हैं । लेकिन फिर बाद में, आपका उसके साथ व्यवहार अच्छा हो गया । मुझे गर्व है, क्योंकि आप उसे सुनते थे, उससे सहमत होते थे और उससे प्रश्न भी पूछते थे। अगर आप याद करेंगे तो जरूर याद आ जाएगा। वह हमें रूसी क्रांति की अत्यंत अविश्वसनीय कहानियाँ सुनाया करता था । उदाहरण के लिए, एक बार जब वह कीव की व्यावसायिक यात्रा पर था तो दंगा हो गया, उसने बालकोनी में एक पुजारी को देखा, जिसने अपने हाथ की हथेली पर काटकर एक कड़ा क्रॉस बनाया हुआ था और उसी हाथ को उठाकर भीड़ से अपील कर रहा था। तब से आपने भी यह कहानी एक या दो बार कही है।

इसी बीच जार्ज अपने पिता को झुकाकर सावधानीपूर्वक उनके ऊनी जाँघिया निकालने में सफल हो गया, जो उन्होंने अपने सूती जाँघिया और मोजे के ऊपर पहन रखा था । उनके जाँघिया का विशेष रूप से बहुत साफ-सुथरा न दिखने के कारण उसने उनके प्रति उपेक्षाभाव रखने के लिए खुद की निंदा की। अभी तक उसने अपनी होनेवाली पत्नी से स्पष्ट रूप से यह चर्चा नहीं की थी कि उसके पिता के लिए भविष्य में किस प्रकार की व्यवस्था की जानी चाहिए, क्योंकि उन दोनों ने ही चुपचाप यह मान लिया था कि वह बूढ़ा आदमी इसी तरह उस पुराने घर में रहता रहेगा। लेकिन अभी उसने यह शीघ्र एवं हद् निर्णय किया कि उन्हें उसे अपने भविष्य के जीवन में साथ रखना है। निकट से जाँच-पड़ताल करने पर, लगभग यही लगता था कि वह देखभाल, जो वह वहाँ अपने पिता के लिए करना चाहता था, हो सकता है कि उसमें कुछ देर हो ।

अपने बाजुओं में उठाकर उसने अपने पिता को बिस्तर तक पहुँचाया। उसी समय उसे एक भयानक अनुभूति हुई, जब उसने देखा कि जब वह उन्हें लेकर बिछावन की तरफ जा रहा था तो बूढ़ा आदमी उसकी छाती से चिपका उसकी घड़ी के चेन से खेल रहा था। कुछ क्षण के लिए तो वह उन्हें बिछावन पर लिटा नहीं पाया या वह मजबूती से उनके चेन को पकड़े हुए था।

लेकिन जैसे ही उसने उन्हें बिछावन पर लिटाया सब कुछ ठीक हो गया। उन्होंने अपने आप को ढक लिया और कंबल को हमेशा से भी ज्यादा कंधों के ऊपर तक खींच लिया। उन्होंने जार्ज को गैर- दोस्ताना नजरों से नहीं देखा ।

'आपको मेरे दोस्त की याद आने लगी है, है न?" जार्ज ने एक प्रोत्साहन भरी हामी भरते हुए पूछा।

'अब तो मैं अच्छी तरह से ढका हुआ हूँ?" उसके पिता ने पूछा मानो वे यह देख नहीं पा रहे थे कि उनके पैर कंबल से ढके हैं या नहीं ।

“इसलिए आपको बिछावन में सुखद लग रहा है," जार्ज ने पूछा तथा अच्छी तरह कंबल को और उनके चारों ओर लपेट दिया।

"मैं अच्छी तरह से ढक गया हूँ?" एक बार फिर पिता ने पूछा और उत्तर के लिए अति उत्सुक थे।

"चिंता मत कीजिए, आप अच्छी तरह ढके हुए हैं। "

'नहीं!'

" उसके उत्तर को काटते हुए उसके पिता चिल्लाए तथा पूरी ताकत से कंबल को फेंक दिया तथा कुछ ही क्षणों में बिछावन से उठ खड़े हुए। स्थिर करने के लिए उन्होंने सिर्फ एक हाथ से छत का सहारा लिया। “तुम मुझे ढकना चाहते थे, मैं जानता हूँ मेरे बच्चे, लेकिन मैं अभी भी ढके जाने से काफी दूर हूँ, इतना तुम्हारे लिए काफी है, बहुत है तुम्हारे लिए । निस्संदेह मैं तुम्हारे दोस्त को जानता हूँ । मेरे लिए तो वह एक बेटे के समान ही होता। इसलिए इतने सालों तुम उसके साथ धोखा करते रहे और क्यों ? तुम्हें लगता है कि मैं क्या उसके लिए दुःखी महसूस नहीं करता हूँ। और इसलिए तुम्हें अपने ऑफिस में खुद को बंद कर लेना पड़ा, चीफ व्यस्त है, उसे परेशान न करो, सिर्फ इसलिए कि तुम झूठा पत्र रूस भेज सको। लेकिन आश्चर्य है कि किसी पिता को यह बताने की जरूरत नहीं होती कि उसे अपने बेटे की कैसे सहायता करनी चाहिए। और अब जबकि तुम्हें यह लगता है कि तुमने उसे दबा दिया है, इतना नीचा कि तुम अपना नितंब उस पर रखकर उसके ऊपर बैठ सकते हो और वह नहीं हिलेगा, तो मेरे प्रिय बेटे उसे समझाओ कि वह शादी कर ले। "

जार्ज अपने पिता द्वारा बनाए गए हौवे को हैरानी से देख रहा था। सेंट पीट्सबर्ग में उसका दोस्त, जिसे उसके पिता अचानक इतनी अच्छी तरह जानने लगे थे, उसकी कल्पना में इस तरह छा गया जैसे पहले कभी नहीं । उसने देखा कि वह रूस की विशालता में खो गया था । एक खाली लूटे हुए गोदाम के दरवाजे पर उसने उसे देखा। उसके शोफेस के ध्वंसावशेष उसके सामानों के टूटे अवशेषों में, गिरते गैस ब्रैकेटों के बीच बस वह खड़ा था । उसे इतना दूर क्यों जाना पड़ा।

"लेकिन मेरी बात ध्यान से सुनो, " उसके पिता चिल्लाए, जार्ज लगभग विचलित होकर उनके बिछावन की तरफ दौड़ा, ताकि हर चीज ले सके, लेकिन उसे आधे रास्ते में ही रुकना पड़ा। "क्योंकि उसने अपना स्कर्ट उठा लिया था, " उसके पिता बाँसुरी बजाने लगे, "क्योंकि उसने इस तरह अपना स्कर्ट ऊपर कर लिया, दुष्ट प्राणी," उसकी नकल उतारते हुए उन्होंने अपनी कमीज इतनी ऊँची उठा ली कि कोई भी उनके जाँघ पर युद्ध में लगे घाव के निशान के चिह्न देख सकता था, "क्योंकि उसने इस तरह से अपना स्कर्ट ऊपर उठाया था और तुमने यह उसके लिए बनाया तथा उसके साथ बिना किसी व्यवधान के स्वतंत्र होने के लिए तुमने अपनी माँ का अपमान किया है, अपने दोस्त को धोखा दिया है और अपने पिता को बिछावन पर लिटा दिया है, ताकि वे चल-फिर न सकें । लेकिन वे चल सकते है, या क्या वे नहीं चल सकते हैं।

और बिना किसी सहारे के वे उठ खड़े हुए तथा उन्होंने तेजी से अपनी टाँगें फैलाई। उनकी अंतर्दृष्टि से उनका चेहरा कांतिमय हो गया ।

जार्ज एक कोने में सिकुड़ गया, अपने पिता से इतना दूर जितना संभव था । बहुत समय पहले उसने यह संकल्प लिया था कि वह छोटी-से-छोटी गतिविधियों को भी ध्यान से देखेगा, ताकि पीछे या आगे से आनेवाले अप्रत्यक्ष आक्रमण, झपट्टा आदि के कारण उसे आश्चर्य न हो। इसी क्षण उसने अपने इस बहुत पहले भूले हुए संकल्प को याद किया और एक बार फिर भूल गया, ठीक उस व्यक्ति की तरह जैसे सुई में एक छोटा धागा डालता आदमी।

"लेकिन इसके बावजूद भी तुम्हारे दोस्त के साथ धोखा हुआ नहीं है, " अपनी तर्जनी से हलके से मारते हुए उन्होंने अपने बिंदु पर जोर देते हुए कहा, "मैं यहाँ इस जगह उसी का प्रतिनिधित्व कर रहा हूँ।"

'आप स्वाँगी!" क्षति का एहसास होते ही, जार्ज स्वयं को इस प्रत्युत्तर से नहीं रोक सका। वह अपने मस्तिष्क से सोचने लगा, उसने अपने जीभ को वापिस काटा और उसे लगा कि इतनी देर हो गई, जबकि पीड़ा से उसके हुने जवाब देने लगे।

“हाँ, निस्संदेह, मैं तो स्वाँग कर रहा हूँ। एक स्वाँग ! यह तो एक अच्छी अभिव्यक्ति है! बेचारे बूढ़े विधुर के लिए और क्या राहत बचा ही है? मुझे बताओ और अब जबकि तुम मेरी बातों का जवाब दे रहे हो, तुम फिर भी मेरे जीवित बेटे, अब मेरे पास बचा ही क्या है, मेरे पीछे कमरे में, धोखेबाज कामगारों का झुंड, मेरी हड्डियों के कुम्हड़े के लिए पुराना ? और मेरे बेटे इस संसार में भटक कर चलते हुए उन सौदों को निपटाओ, जो मैंने उसके लिए बनाए थे। विजयी हँसी के साथ ही अपने चेहरे को ढककर वह एक सम्मानित व्यापारी की तरह अपने पिता से दूर भागा। तुम्हें क्या लगता है कि मैं तुम्हें प्यार नहीं करता हूँ । मैं, जिसके अस्तित्व से ही तुम्हारा अस्तित्व आया?” जार्ज ने सोचा अब वे आगे झुकेंगे, क्या होगा जब वे गिर जाएँ और खुद को आहत कर लें! ये शब्द उसके मस्तिष्क में फुंफकारने लगे।

उसके पिता आगे झुके लेकिन गिरे नहीं। चूँकि जार्ज और निकट नहीं आया, जैसा कि उन्हें अपेक्षा थी, एक बार फिर उन्होंने खुद को सीधा किया।

आप जहाँ हैं, वहीं रुक जाइए, मुझे आपकी जरूरत नहीं है। आपको लगता है कि आपमें इतनी ताकत है कि आप यहाँ आ सकते हैं और आप अपनी बात से खुद ही मुकर रहे हैं । इतने आश्वस्त मत होइए । अभी भी मैं हम दोनों में ज्यादा ताकतवर हूँ। हो सकता है कि मुझे अपने आप इतनी शक्ति नहीं होती, लेकिन तुम्हारी माँ ने अपनी इतनी सारी शक्ति मेरे अंदर भर दी है कि मैंने तुम्हारे दोस्त से संपर्क बना लिया है और यहाँ मेरी जेब में तुम्हारे ग्राहक हैं।

"इनकी कमीज में भी जेब है ! " जार्ज ने अपने आप से कहा और उसे यह विश्वास था कि इस टिप्पणी पर वे उसकी पूरे विश्व के लिए एक असंभव आकृति बना सकते हैं। कुछ क्षण के लिए ही उसने यह सोचा, इसलिए वह सब कुछ भूलता गया ।

'अपनी दुलहन को बस अपनी बाँहों में लो और मेरे रास्ते में आने की कोशिश करो। मैं तुम्हारे बिल्कुल बगल से उसे दूर कर दूँगा, तुम्हें नहीं मालूम कैसे! '

जार्ज ने अविश्वास से अपना चेहरा बनाया। उसके पिता ने जार्ज के कोने की तरफ उसके शब्दों की सच्चाई की पुष्टि करते हुए सहमति जताई।

तुमने आज किस तरह मेरा मनोरंजन किया, मेरे पास आकर यह पूछकर कि तुम्हें अपनी सगाई के बारे में अपने दोस्त को बताना चाहिए या नहीं। बेवकूफ लड़का, वह पहले ही सब कुछ जानता है, वह सब कुछ जानता है। मैं इसे लिखता रहा हूँ, क्योंकि तुम मेरा लिखने का सामान मुझसे लेना भूल गए। इसीलिए इतने सालों से वह यहाँ नहीं है, वह तुमसे हजारों गुना ज्यादा बेहतर तरीके से हर चीज जानता है, अपने बाएँ हाथ में वह तुम्हारे पत्रों को बिना खोले मोड़कर रखता है, जबकि दाएँ हाथ में पढ़ने के लिए वह मेरा पत्र लेता है।

उत्साह में उन्होंने अपना बाजू अपने सिर पर लहराया । " तुम से हजार गुना बेहतर वह सब कुछ जानता है!" वे चिल्लाए ।

'दस हजार गुना ! " जार्ज ने अपने पिता का मजाक उड़ाने के लिए कहा, लेकिन अपने ही मुँह में यह शब्द भयानक संकल्प बन गए ।

"बरसों से मैं तुम्हारा इंतजार करता रहा हूँ कि तुम ऐसे कुछ प्रश्न लेकर मेरे पास आओ। तुम्हें क्या लगता है कि मैं किसी चीज के लिए खुद को परेशान करता हूँ? तुम क्या सोचते हो कि मैं अपने अखबार पढ़ता हूँ? देखो!" उन्होंने अखबार का एक पेज जो वे किसी तरह अपने बिछावन तक ले आए थे, फेंककर जार्ज को दिया। एक पुराना अखबार, जिसका नाम भी जार्ज को पूरी तरह मालूम नहीं था ।

"तुम्हें बड़ा होने में कितना समय लगा है ! तुम्हारी माँ मर गई, तुम्हारे दोस्त का दिल रूस में टुकड़े-टुकड़े होनेवाला है, तीन साल पहले भी वह इतना पीला था कि उसे निकाला जा सकता था और मेरे लिए, वह तो तुम मेरी स्थिति देख ही रहे हो। इसके लिए तुम्हें दिमाग से सोचना चाहिए !

"इसलिए आप मेरी प्रतीक्षा करते रहे हैं! " जार्ज चिल्लाया, उसके पिता ने दयापूर्वक उदासीनता से कहा, "मैं जानता हूँ कि आप वह शीघ्र ही कहना चाहते थे। लेकिन अब इसका कोई महत्त्व नहीं ।" और ऊँची आवाज में इसलिए अब तुम्हें यह मालूम हो गया है कि संसार में तुम्हारे अपने अस्तित्व के सिवा और क्या है, अभी तक तो तुम्हें सिर्फ अपने बारे में ही पता था। मेरे मासूम बच्चे, हाँ, तुम थे, सही में, लेकिन और ज्यादा सच यह है कि तुम एक दुष्ट मानव हो! इसलिए लिख लो, अब मैं तुम्हें डूबकर मरने की सजा देता हूँ! "

जार्ज ने कमरे से भाग जाने की उत्सुकता महसूस की, उसके निकलते ही उसके पिता जिस धमाके के साथ अपने बिछावन पर गिरे वह आवाज अभी भी उसके कानों में पड़ी। सीढ़ियों पर जिससे होकर वह तेजी से नीचे भागा, इस तरह से अपनी मेहरी के ऊपर से चढ़ता हुआ, जैसे सीढ़ियाँ समतल हों और वह मेहरी जो वहाँ कमरे की सफाई कर रही थी। “यीशू!” वह चिल्लाई, और अपना चेहरा अप्रन से ढक लिया, लेकिन तब तक तो वह भाग चुका था। वह आगे के दरवाजे से भागा, सड़क पार करके वह पानी की तरफ भागा। पहले ही वह रेलिंग ऐसे पकड़े हुए था जैसे भूखा आदमी भोजन पर झपटता है । वह एक प्रतिभावान जिमनास्ट की तरह उस पर लहराया, जो वह अपनी युवावस्था में था और जिस पर माता-पिता को बड़ा गर्व था । कमजोर पकड़ के साथ वह अभी भी रेलिंग पकड़े हुए था, तभी रेलिंग से झाँककर उसने एक मोटर - बस को आते हुए देखा, जिसके शोर में उसके गिरने की आवाज गुम हो जाती, धीमी आवाज में पुकारा, "प्रिय माता-पिता, मैंने हमेशा आप लोगों को प्यार किया है, एक ही तरह से, " और स्वयं को गिरने दिया ।

इसी क्षण पुल पर से, पुल के ऊपर से वाहन का अंतहीन काफिला गुजर रहा था ।

(अनुवाद: अरुण चंद्र)

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