जादुई दूध : आयरिश लोक-कथा

Magical Milk : Irish Folktale

एक बार आयरलैंड के एक गाँव में दो परिवार रहते थे। दोनों परिवारों के पास अच्छी गायें थीं पर हैनलौन परिवार के पास ज़्यादा अच्छी गायें थीं।

वे ज़्यादा दूध भी देतीं थीं और उनके दूध का मक्खन भी ज़्यादा पीला होता था। उस परिवार के पास एक कैरी नाम की गाय थी जो बहुत ही अच्छी थी।

दूसरे परिवार डोहर्टी की एक लड़की ग्रेस बहुत ही सुन्दर थी। पड़ोसी लोग भी उसकी बहुत तारीफ करते थे। ग्रेस को हैनलौन परिवार की वह कैरी गाय बहुत अच्छी लगती थी।

एक दिन ग्रेस रात को मिसेज़ हैनलौन के पास एक अजीब सी फरमायश ले कर गयी। उसने पूछा — “क्या आप मुझे अपनी मोइले गाय को दुहने देंगी?”

मिसेज़ हैनलौन भी ग्रेस की यह अजीब सी फरमायश सुन कर कुछ आश्चर्य में पड़ गयीं। उन्होंने उससे नम्रतापूर्वक पूछा — “तुम उस गाय को क्यों दुहना चाहती हो बेटी?”

ग्रेस बोली — “कोई खास बात नहीं, बस यूँ ही। मैंने सोचा आपको तो बहुत काम होंगे तो मैं ही आपकी गाय दुह आती हूँ।”

मिसेज़ हैनलौन बोलीं — “नहीं बेटी, अभी मेरे पास बहुत ज़्यादा काम नहीं है इसलिये मैं उसको खुद ही दुह लूँगी। तुमको इस छोटे से काम के लिये मैं परेशान नहीं करना चाहती।”

ग्रेस बेचारी यह जवाब सुन कर घर चली आयी पर अगले दिन वह फिर इसी फरमायश के साथ मिसेज़ हैनलौन के पास आयी। कुछ देर बाद मजबूर हो कर मिसेज़ हैनलौन ने उसको अपनी कैरी गाय को दुहने की इजाज़त दे दी।

ग्रेस खुशी खुशी कैरी को दुहने के लिये गयी पर जल्दी ही वह दुखी हो गयी क्योंकि कैरी ने उस दिन दूध ही नहीं दिया। ऐसा तीन दिन तक होता रहा तो मिसेज़ हैनलौन अपने पड़ोसी मार्क के पास गयीं और उसको सारा हाल बताया।

सारा हाल सुनने के बाद मार्क बोला — “ऐसा लगता है कि तुम्हारी गाय को कोई बुरी नजर से दुह रहा है। ऐसा करो अगर तुम मुझे उसका थोड़ा सा दूध ला दो तो मैं तुम्हें बता सकता हूँ कि वह गाय दूध क्यों नहीं दे रही है। तुम मुझे केवल आधा सेर दूध ही ला दो। मेरे लिये उतना ही दूध काफी है।”

मिसेज़ हैनलौन बोलीं — “ठीक है मैं ला दूँगी।” कह कर मिसेज़ हैनलौन दूध लाने चली गयीं और जब वह दूध ले कर लौटीं तो मार्क ने उनसे दरवाजा बन्द करने के लिये कहा। फिर मार्क ने उस दूध को सात नयी पिन डाल कर उबलने रख दिया।

वे पिनें दूध में जल्दी ही उबलने लगीं। तभी दरवाजे के पास ज़ोर ज़ोर से आते हुए कदमों की आहट सुनायी दी और फिर ग्रेस के ऊँची आवाज में बोले गये शब्द सुनायी पड़े —

“मिसेज़ हैनलौन, मुझे अन्दर आने दो और अपना यह दूध वाला बर्तन भी आग के ऊपर से उतार लो। उसके अन्दर की पिनें भी निकाल लो क्योंकि वे पिनें मेरे दिल में छेद किये दे रही हैं। अब मैं आपकी गाय का दूध कभी नहीं छुऊँगी।”

आयरलैंड में शायद ही ऐसा कोई गाँव हो जिसमें इस तरह दूध न चुराया जाता हो पर इस बात को जानने की कई और तरकीबें भी हैं। कभी कभी हल के फल को आग में खूब तपाया जाता है इससे वे जादूगरनियाँ यह चिल्लाती हुई चली आतीं हैं कि वे आग में जल रहीं हैं।

इसके अलावा घोड़े या गधे की नाल को गरम कर के जादूगर के घर के दरवाजे के ऊपर से रात को चुराये गये तीन तिनकों के साथ दूध बिलोने वाले बर्तन के नीचे रख देते हैं। उसकी गरमी से भी वे जलने लगती हैं।

1. Moiley cow means a cow without horns.

(साभार सुषमा गुप्ता जी, जिन्होंने लोक-कथाओं पर उल्लेखनीय काम किया है.)

  • आयरिश/आयरलैंड की कहानियां और लोक कथाएं
  • भारतीय भाषाओं तथा विदेशी भाषाओं की लोक कथाएं
  • मुख्य पृष्ठ : संपूर्ण हिंदी कहानियां, नाटक, उपन्यास और अन्य गद्य कृतियां