लड़की और साँप : स्वीडिश लोक-कथा

Ladki Aur Saamp : Lok-Katha Sweden

एक बार की बात है, एक लड़की थी जिसे जंगल के रास्ते मवेशियों को घर ले जाना था; परन्तु उसे झुण्ड न मिला, और वह रास्ता भूलकर एक बड़ी पहाड़ी पर आ गई। उसमें द्वार और दरवाजे थे और वह अंदर चली गई। वहाँ खाने के लिए सभी प्रकार की अच्छी चीजों से ढकी एक मेज थी। और वहाँ एक बिछौना भी खड़ा था, और उस बिछौने पर एक बड़ा साँप लेटा हुआ था। सांप ने लड़की से कहा: "अगर तुम चाहो तो बैठ जाओ! अगर तुम चाहो तो खाओ! अगर तुम चाहो तो आओ और बिस्तर पर लेट जाओ! लेकिन अगर तुम नहीं चाहती हो तो ऐसा मत करो।" तो लड़की ने कुछ नहीं किया. आख़िर साँप ने कहा, "अभी कुछ लोग आ रहे हैं जो चाहते हैं कि तुम उनके साथ नाचो। लेकिन तुम उनके साथ मत जाना।" उसी समय लोग आ गये जो लड़की के साथ नृत्य करना चाहते थे; परन्तु उसने कुछ नहीं सुना। तब वे खाने-पीने लगे; लेकिन लड़की पहाड़ी छोड़कर घर चली गई।

अगले दिन वह फिर मवेशियों को ढूँढ़ने के लिए जंगल में गई, लेकिन वह उसे कहीं नहीं मिले, वह फिर रास्ता भटक गई और उसी पहाड़ी पर आ गई। इस बार भी उसने द्वार प्रवेश किया और सब कुछ वैसा ही किया जैसा पहली बार किया था, अच्छी तरह से सजी हुई मेज थी और बिस्तर में साँप था। और साँप ने पहले की भाँति उससे कहा, "यदि तू चाहे तो बैठ जा; यदि तू चाहे तो खा ले! यदि तू चाहे तो आ, और बिस्तर पर लेट जा; परन्तु यदि तू नहीं चाहती , तो ऐसा मत कर! अब और भी बहुत से लोग आ रहे हैं जो तुम्हारे साथ नाचना चाहेंगे, लेकिन उनके साथ मत जाना ।" सांप ने मुश्किल से यह कहा ही था कि बड़ी संख्या में लोग आ गए, जिन्होंने नृत्य करना, खाना और पीना शुरू कर दिया था; लेकिन लड़की ने उनका साथ नहीं दिया, बल्कि पहाड़ी छोड़कर घर चली गई।

तीसरे दिन जब वह फिर जंगल में गई तो सब कुछ बिल्कुल पहले और दूसरे दिन जैसा ही हुआ। साँप ने उसे खाने-पीने के लिए आमंत्रित किया और इस बार उसने बहुत भूख के चलते ऐसा किया। तब सांप ने उसे अपने पास लेटने के लिए कहा और लड़की ने उसकी बात मान ली। तब साँप ने कहा, "अपना हाथ मेरे ऊपर डाल!" उसने वैसा ही किया; "और अब मुझे चूमो," साँप ने कहा, "परन्तु यदि तुम डरती हो, तो अपना अंगोछा हमारे बीच रख दो।" लड़की ने ऐसा ही किया, और एक क्षण में साँप जो वास्तव में एक राजकुमार था; एक अद्भुत सुन्दर युवक में बदल गया, जिसे जादुई मंत्रों से साँप के रूप में बदल दिया गया था, और अब लड़की के साहस से उसको पुन: मनुष्य का शरीर मिल गया । फिर वो दोनों वहां से चले गए और उसके बाद उनकी कोई खबर नहीं मिली ।

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