कैदी की रिहाई (जर्मन कहानी) : एरिक कास्टनर
Kaidi Ki Rihaai (German Story in Hindi) : Emil Erich Kastner
बर्फ अभी भी झर रही थी। तेजी से दौड़े जा रहे लड़कों के मुँह से निकली साँस भाप के गुच्छे बना रही थी।
ईडन सिनेमा के पास पहुँचते ही मार्टिन ने अपने साथियों से कहा, "तुम सब लोग दौड़ते हुए आगे बढ़ो, मैं अभी आया।"
ईडन सिनेमा के पास तीसरी कक्षा के कुछ छात्र खड़े थे। उन्हें सिनेमा देखना था । वे द्वार खुलने की प्रतीक्षा कर रहे थे। मार्टिन ने उन लोगों से कहा, "हमें तुम लोगों की मदद की जरूरत है। फिल्म तो बाद में भी देखी जा सकती हैं। उससे भी पहले एक जरूरी काम है। माध्यमिक स्कूल के कुछ 'जानवरों' ने रूडी क्राईझकाम को पकड़ रखा है। अब हम सबको उसे छुड़ाना है । "
"तो क्या हम तुम्हारे साथ चलें ? " टूबी नामक एक लड़के ने पूछा ।
"नहीं, तुम सब पंद्रह मिनट के भीतर फोरवर्क स्ट्रासे पहुँचो । अपने साथ कुछ और लड़के लेते आना। हाँ, टोपियाँ जेब में छिपाए रखना, नहीं तो उन लोगों को शक हो जाएगा।"
"बिल्कुल ठीक, मार्टिन !" टूबी ने कहा ।
"देखो, इज्जत का सवाल है। हमें नीचा न देखना पड़े।" मार्टिन ने उसे एक बार फिर चेताया । फिर वह दौड़ पड़ा। शीघ्र ही वह अपने अन्य साथियों से जा मिला।
वे सब मुख्य सड़क के बजाय गली-कूचों में होते हुए जा रहे थे। कारण, सड़क पर एक साथ इतने लड़कों को देखकर उनकी योजना का भंडाफोड़ हो सकता था ।
उनकी यह योजना अपने मित्र ( रूडी) को छुड़ाने की थी। उसे एक दूसरे स्कूल के लड़कों ने एक मकान के तहखाने में बंद कर रखा था। रूडी के पास उन सबकी कापियाँ भी थीं। उन्होंने यह भी पता लगा लिया था कि रूडी को कहाँ छिपाकर रखा गया है। अब वे सब एक साथ अचानक आक्रमण कर उसे छुड़ा लेना चाहते थे ।
शीघ्र ही वे सब नियत स्थान पर पहुँच गए। अगले कदम पर विचार होने लगा।
फ्रैंक नामक एक लड़के ने सुझाव दिया, "मैं एगरलांड के पास शांतिदूत बनकर जाता हूँ ।"
"बशर्ते कोई समझौता कर सको।" मठयास ने व्यंग्य से कहा ।
"समझौता न भी होगा तो क्या ! कम-से-कम मालूम तो पड़ जाएगा कि उन्होंने रूडी के साथ क्या सलूक किया है! " फ्रेंक ने पलटकर कहा ।
मार्टिन ने फ्रैंक को जाने का इशारा किया और स्वयं दूसरी ओर बढ़ गया।
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फ्रेंक ने एगरलांड के घर के पास पहुँचकर घंटी बजा दी । वह एक इमारत की तीसरी मंजिल पर रहता था। घंटी बजते ही एक महिला ने दरवाजा खोला। वह एगरलांड की माँ थी।
"मैं आपके बेटे के साथ पढ़ता हूँ। क्या वह घर पर हैं?" फ्रेंक ने पूछा ।
"तुम खुद जाकर देख लो, वह रहा उसका कमरा।" एगरलांड की माँ ने एक कमरे की ओर संकेत किया।
फ्रेंक उस कमरे की ओर बढ़ गया। उसे देखते ही एगरलांड उछल पड़ा, "तुम ! तुम!"
"मैं एक शांतिदूत हूँ।" फ्रेंक ने कहा, "रूडी को रिहा करने के लिए तुम लोगों की शर्तें क्या हैं?'
" शर्तें ! ... केवल एक शर्त - हमारा झंडा फाड़ने के लिए लिखकर माफी माँगो और रूडी को रिहा करने की प्रार्थना करो।"
"हम इसे नामंजूर कर दें तो?"
"तो हम तुम्हारी कापियाँ जला देंगे... और भगवान् कसम, रूडी को तब तक कैद रखेंगे जब तक उसका एक-एक बाल सफेद नहीं हो जाता।"
फ्रेंक हँस पड़ा। बोला, “मैं आखिरी चेतावनी दे रहा हूँ- रूडी को छोड़ दो, हमारी कापियाँ लौटा दो।"
"नहीं, कभी नहीं!'
"तो हम दस मिनट में अपने साथी को रिहा कराने के लिए पहुँच रहे हैं।"
यह सुनते ही एगरलांड ने एक काला कपड़ा निकाला और खिड़की के बाहर उसे हिलाते हुए जोर से चिल्लाया, "हे हैया !"
एगरलांड के घर से लौटकर फ्रेंक ने अपने सभी साथियों को सारी बातें बता दीं। मार्टिन भी तब तक वहाँ पहुँच गया था । उसने बताया कि रूडी कहाँ है। फिर उसने अपनी योजना बता दी, "हममें से आधे लड़के जॉनी के नेतृत्व में सड़क की तरफ से कोठरी पर हमला करेंगे और आधे मेरे साथ चलेंगे।"
वे सब तैयार हो उठे ।
तभी पीछे से आवाज आई, "ठहरो!"
सबने चौंककर पीछे देखा ।
वहाँ उनके एक परिचित सज्जन खड़े थे। सबने एक साथ कहा, "हैलो!"
सज्जन ने उन सबको समझाया, "देखो, इस तरह लड़ाई-झगड़ा करना ठीक नहीं। वे भी काफी लड़के हैं।" फिर उन्होंने एक उपाय सुझाया, "तुम सब लोग लड़ने के बजाय अपना एक चैंपियन चुन लो। वे भी ऐसा करें। यदि तुम्हारा चैंपियन जीत जाए तो वे बिना शर्त कैदी को लौटा दें....."
यह योजना दोनों पक्षों को जँच गई।
स्कूल के मैदान में दोनों पक्ष एकत्र हुए। मार्टिन के पक्ष ने मठयास को चुना तो प्रतिपक्ष ने वावेरका नामक लड़के को ।
द्वंद्व-युद्ध शुरू हुआ। लड़के अपने-अपने चैंपियन का उत्साह बढ़ाने लगे। काफी देर बाद निर्णय हुआ ।
मठयास विजयी रहा।
लेकिन अब एक नई समस्या उत्पन्न हो गई। एगरलांड ने बताया कि उसके साथी रूडी को छोड़ने के लिए तैयार नहीं ।
मार्टिन ने कहा, "एगरलांड, तुम एक अच्छे लड़के हो। अपने साथियों से कह दो कि हम दो मिनट में हमला करने जा रहे हैं। "
एगरलांड के जाते ही मार्टिन ने अपने साथियों को रणनीति समझा दी। कुछ लड़के मैदान में प्रतिपक्ष को उलझाए रखेंगे और कुछ एगरलांड के घर जाकर रूडी को छुड़ा लाएँगे।
दो मिनट बाद दोनों ओर से बर्फ के गोलों की बौछार शुरू हो गई।
उधर मार्टिन कुछ साथियों के साथ एगरलांड के घर जा पहुँचा । वहाँ रूडी की पहरेदारी करते हुए दो लड़कों से निपटना उनके लिए आसान था । उन्होंने रूडी को छुड़ाकर उसपर पहरा देनेवाले दोनों लड़कों को उसी रस्सी से बाँध दिया ।
इधर मठयास के नेतृत्व में लड़कों ने एगरलांड की पार्टी को पराजित कर दिया। वे भाग खड़े हुए। केवल एगरलांड वहीं खड़ा रहा।
थोड़ी देर बाद मार्टिन रूडी को साथ लिये मैदान में पहुँच गया। एगरलांड को देखते ही उसने कहा, “एगरलांड के साथ हम सभ्यता के साथ पेश आएँगे। यह अपने दूसरे साथियों के समान डरपोक नहीं।... एगरलांड, तुम जाओ! "
एक पराजित योद्धा की तरह एगरलांड सिर झुकाए चला गया। इधर लड़कों ने जोर से नारा लगाया - "हे हैया !"