Sukhwant Kaur Maan
सुखवंत कौर मान
सुखवंत कौर मान (1937-2016) का जन्म मानावाला,ज़िला शेखूपुरा(अब पाकिस्तान) में हुआ। कहानियों के
अतिरिक्त इन्होंने उपन्यास और बाल साहित्य के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय रचनाओं का सृजन किया। इनकी कहानियों
के विषय किसानी समाज और निम्न वर्ग से संबंधित होते हैं। यह पंजाबी की एकमात्र ऐसी विलक्षण कथाकार हैं जो
औरत को अन्य स्त्री लेखकों की तरह बेबस और स्व-दया का शिकार नहीं दर्शाती। वह औरत के दुखों का कारण उसके
साथ की जा रही मर्द की ज्यादती को ही नहीं समझती, अपितु इसको समूचे आर्थिक, सामाजिक व्यवस्था से भी जोड़कर
देखती है। वह प्रगतिवादी यथार्थवादी रचना-दृष्टि रखने वाली लेखिका है। 'भखड़े दे फुल्ल'(1981), 'तरेड़'(1984),
'इस दे बावजूद'(1985), 'मिट्टी दा मोह'(1999), 'महरूमियाँ'(2007) प्रमुख कहानी संग्रह हैं। 'जिउण जोगे' इनकी एक
प्रतिनिधि कहानी है।
सुखवंत कौर मान हिन्दी कहानियाँ
Sukhwant Kaur Maan Hindi Stories