Gohar Malik गौहर मलिक
बीबी गौहर मलिक (26 अगस्त 1938-28 फरवरी 2000) का जन्म पंजगोर, पाकिस्तान में हुआ । वह बलोची भाषा की कहानीकार और अनुवादक हैं । बीबी गौहर मलिक, बलोची गद्य की सबसे प्रमुख महिला हैं। गौहर मलिक प्रसिद्ध बलोची कवि, इतिहासकार और राजनीतिज्ञ मीर गुल खान नसीर की बेटी थीं।
उनकी लघु कहानियाँ 'बल्लुक पारचा ताहना एन्थ?' (दादी अकेली क्यों हैं?), 'सुंट' और 'ज़ाबो' उत्कृष्ट कृतियाँ मानी जाती हैं। 'रस्कोह' के बारे में आश्चर्यजनक रूप से लिखी गई उनकी लघु कहानियों में से एक "बलोच हा मना तेलंक दत' (बलोच ने मुझे धक्का दिया) ने अपने आप में एक बहुत प्रसिद्ध स्थान बना लिया। उनकी एक किताब जिसका शीर्षक है "बलोच ने मुझे दिक्का दिया" (बलोच ने मुझे धक्का दिया) संगत अकादमी द्वारा प्रकाशित की गई है, जो उनकी लघु कहानियों का एक संग्रह है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने अपनी लघुकथाओं में स्थानीय अभिव्यक्तियों, मुहावरों और कहावतों का उपयोग किया है, जो बालोची में पाठकों के ज्ञान को बढ़ाता है।