फ्लश ऑफ गोल्ड (अमेरिकी कहानी) : जैक लण्डन
Flush of Gold (American Story) : Jack London
(1)
लोन मैकफेन अपना तंबाकू का बटुआ खोने के बाद थोड़ा चिड़चिड़ा हो रहा था, अन्यथा वह हमें सरप्राइज लेक पर बने केबिन के बारे में वहाँ पहुँचने से पहले बताता। सारे दिन हम लोग आगे-पीछे घूम-घूमकर कुत्तों के लिए रास्ता बनाते रहे। यह काम हेवी स्नोशूज का काम है और किसी आदमी को वाचाल नहीं बनाता है। फिर भी लोन मैकफेन को दोपहर कॉफी उबालने के समय कुछ ताकत आ गई थी, जिससे वह उसे कुछ बता सके। सरप्राइज लेक - यह मेरे लिए सरप्राइज केबिन था। मैंने इससे पहले इसके बारे में कुछ सुना नहीं था। मैं जरूर यह मानना चाहूँगा कि मैं जरूर कुछ थका हुआ था और सोच रहा था कि मैकफेन रास्ते में रुककर एक घंटे के लिए कैंप बना देता, पर मेरे अंदर बहुत घमंड था कि मैं उससे कैंप बनाने के लिए कहूँ या पूहूँ कि उसका इरादा क्या था ? फिर भी वह मेरा आदमी था, उसको मैंने अच्छी-खासी तनख्वाह पर कुत्तों की देखभाल रखवाली के लिए रखा है और मेरी आज्ञा माने। मैं भी कुछ चिड़चिड़ा महसूस कर रहा था । उसने कुछ नहीं कहा और मैंने तय कर लिया था कि मैं उससे कुछ पूछूंगा भी नहीं, चाहे हम सारी रात चलते रहें ।
फिर हम अकस्मात् केबिन पर आ गए। पिछले एक हफ्ते से हम अपने ट्रेल (रास्ते) पर किसी से भी नहीं मिले थे और मेरे मन में अभी भी यही था कि अगले एक हफ्ते भी शायद ही कोई मिले। मेरे सामने एक केबिन था और उसकी खिड़कियों में से धीमी-धीमी रोशनी भी आ रही थी तथा चिमनियों से धुआँ भी निकल रहा था।
" तुमने मुझे क्यों नहीं बताया, मैंने कहना शुरू किया, पर लोन ने मुझे बीच में ही रोक दिया और धीरे से बोला, " सरप्राईज लेक तो यहाँ से अभी आधा मील है, पर वह केवल एक तालाब है। "
"हाँ, पर यह केबिन - कौन रहता है इसमें ?"
" एक औरत ।" और उसने दरवाजे पर थपथपाया तथा एक जनानी आवाज ने उसे अंदर आने को कहा।
"क्या अभी हाल में तुमने डेव को देखा है ?" उस स्त्री ने पूछा।
"नहीं, " लोन ने कुछ बेपरवाही से कहा, “मैं दूसरी दिशा में गया था, नीचे सर्कल सिटी की ओर और डेव ऊपर डासन की ओर है न ?"
उस स्त्री ने सिर हिलाया और लोन स्लेज में से कुत्तों को खोलने लगा, जबकि मैंने स्लेज को खोला और उसमें से कैंप लगाने का सब सामान निकालने लगा और उसे केबिन की ओर ले गया। केबिन एक बड़ा सा कमरा था और जाहिर था, वह स्त्री उसमें अकेली रहती थी। लोन खाना बनाने में लग गया। उसने स्टोव की ओर इशारा किया, जहाँ पहले से पानी उबल रहा था। मैंने मछली बैग से मछली कुत्तों को खिलाई। मैं लोन मैकफेन का इंतजार कर रहा था कि वह उस युवती से परिचय करा दे तथा उसके ऐसा करने से कुछ परेशान था, क्योंकि लगता था, वे लोग एक-दूसरे को पहले से जानते थे ।
"आप लोन मैकफेन हैं, है न?" मैंने उसको पूछते हुए सुना, “पिछली बार मैंने आपको एक स्टीकर पर देखा था।" मुझे अचानक कोई भय भरा दृश्य याद आने पर उसकी आवाज बिल्कुल जम सी गई। मुझे आश्चर्य इस बात का था कि लोन पर न ही उसके बोलने पर या चेहरे के भाव का कोई असर पड़ा। लोन के चेहरे पर निराशा थी, पर वह दिल से और आराम से बोला, “हम पिछली बार क्वींस- जुबली में, डाखन पर किसी के जन्मदिन या ऐसे ही किसी अवसर पर मिले थे। कैनोई (क्षेबी नाव) की दौड़ में और मेन स्ट्रीट पर बाधा दौड़ में । उसकी आँखों से भय जाता रहा और उसका सारा शरीर सामान्य हो गया।
"हाँ-हाँ, मुझे याद है, " उसने कहा, " और तुम्हें एक कैनोई रेस में जीते भी थे।"
" डेव का आजकल कैसा चल रहा है ? पहले की तरह धन- -दौलत बटोर रहा है, मेरे खयाल से।" उसने बिना किसी संदर्भ के पूछा।
वह मुसकराई और सिर हिलाया, फिर यह देखकर कि मैंने अपना बेड-रोल खोल दिया है, उसने केबिन के आखिरी छोर की ओर इशारा किया, जहाँ मैं अपना बेड-रोल बिछा सकता था। उसका अपना बिस्तरा, कमरे के दूसरी ओर लगा हुआ था ।
"...जब मैंने तुम्हारे कुत्तों की आवाज सुनी तो मैंने सोचा कि शायद डेब आ रहा था और लेन को खाना बनाते हुए देखने लग गई थी और कुत्तों की आवाज को सुनने लग गई। मैं कंबलों पर लेट गया और धूम्रपान करने लगा तथा देखने लगा। यह एक रहस्य था, पर इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं समझ सका । लोन ने मुझसे उसके बारे में कुछ भी नहीं बताया था। बिना उसके देखे मैं उसकी ओर देखता रहा और उसके चेहरे पर से नजर हटाना मुश्किल हो रहा था। वह आश्चर्यजनक रूप से खूबसूरत थी, जैसे इस दुनिया का न हो ! मैं यह कह सकता हूँ कि उसके चेहरे से एक ऐसी रोशनी निकल रही थी और ऐसा भाव था या कोई अन्य चीज, जैसा मैंने पहले कभी जमीन या समुद्र में नहीं देखा था । भय या आतंक का भाव उसके चेहरे पर से पूरी तरह गायब हो गया था। उसकी जगह अब शांत- सुंदर चेहरा था। यदि 'सौम्य' एक ऐसा चारित्रिक गुण है, जोकि इसकी व्याख्या कर सकता है तो वह ऐसा ही था, वह एक भाव था।
अचानक ही पहली बार उसे मेरी मौजूदगी का एहसास हुआ।
" क्या आपने अभी हाल में डेव को देखा है ?" उसने पूछा, मेरी जुबान पर था, "डेव कौन ?" पर उसी वक्त लोन खाँसा, शायद बेक को भूनने की वजह से खाँस उठा था, पर मैंने समझा कि वह उसका इशारा है कि मैं इस बात पर कुछ न बोलूँ। परंतु मैंने कहा, “नहीं, मैंने नहीं देखा, मैं देश के इस इलाके में नया हूँ। "
" पर क्या आपके कहने का मतलब यह नहीं है।" उसने कहा कि-
"आप डेव वाल्श भीमकाय डेव वाल्श से आप कभी नहीं मिले ? "
"आप देखिए, " उसने माफी माँगने के स्वर में कहा, “मेरा अधिकतर समय नीचे लोअर कंट्री-नोभ में बीता है। "
" उसे डेव के बारे में बताओ।" उस औरत ने लोन से कहा ।
उसने बहुत आराम से धीरे-धीरे मृदुल स्वर में बोलना शुरू किया, इतना मृदुल स्वर कि मुझे चिढ़ सी लगने लगी।
" डेव एक बहुत बढ़िया आदमी है," उसने कहना शुरू किया और वह अपनो मोजो में 6 फीट 4 इंच है। उसका हर शब्द बॉण्ड की तरह है। कोई यदि यह कहता है कि " डेव झूठ बोलता है तो उसे मेरे साथ भी लड़ना पड़ेगा, यदि उसमें कुछ बचेगा तो ( डेव से लड़ने के बाद) । हाँ, वह शुरू से ही झगड़ालू रहा है। वह अब 38 गन के साथ बूढ़ा हो गया है। अपने धन को आजादी और आसानी से खर्च करनेवाला। और जब उसके पास कोई रुपया- पैसा नहीं रहता तो वह अपनी आखिरी शर्ट को भी माचिस दिखा सकता है। और हाँ, उसके नब्बे हजार डॉलर 3 हफ्ते में लेक सरप्राइज से पानी निकालने के लिए हैं न?" उस औरत ने कुछ गर्व से सिर हिलाकर हामी भरी। जब वह यह सब बयान कर रहा था तो वह बहुत दिलचस्पी से हर शब्द सुन रही थी । " और मैं यह जरूर कहना चाहूँगा”, लोन ने फिर कहना शुरू किया, "मैं बहुत निराश और दुःखी हूँ डेब से आज रात यहाँ न मिल पाने पर।" लोन ने टेबल पर खाना रख दिया और हम सब मिलकर खाने लगे। कुत्तों के चिल्लाने की वजह से वह स्त्री फिर दरवाजे पर गई। उसने उसे एक इंच खोला और बाहर की आवाज सुनने लगी ।
वह (ग्रिडली) सफेद बालोंवाला बनने के लिए एक गुफा में घुस गया था । "
डेव वाल्श कहाँ है ?" मैंने धीमी आवाज में पूछा।
" मर गया।" लोन ने जवाब दिया, "शायद नर्क में, मेरे खयाल से! मुझे पता नहीं। शट अप ।"
" पर अभी तो तुम कह रहे थे कि तुम्हें आशा थी कि आज रात वह तुम्हें यहाँ मिलेंगे !”
"ओह शट अप ! क्या तुम चुप नहीं रह सकते ?" लोन ने उसी तरह धीमी आवाज में, थोड़ा सावधानी से कहा ।
वह स्त्री दरवाजा बंद कर चुकी थी और वापस लौट रही थी और मैं इस तथ्य के बारे में सोच रहा था कि वह आदमी, जिसे मैं दो सौ पचास डॉलर और खाना दे रहा था, वह मुझसे 'शट अप' (चुप रहो ) कह रहा है !
लोन प्लेटें धो रहा था और मैं धूम्रपान करते हुए उस स्त्री को देख रहा था । वह पहले से भी ज्यादा सुंदर दिख रही थी — यह सच है कि बहुत अलग और अजीब तरीके से लगभग पाँच मिनट तक उसकी ओर बराबर देखते रहने के बाद मैं इस दुनिया में वापस आया और लोन मैकफेन की ओर देखा । इससे मुझे पता चला कि मैं वास्तव में इसी दुनिया में हूँ तथा यह स्त्री भी वास्तविक है। पहले तो मैंने अनुमान लगाया था कि यह डेव वाल्श की पत्नी हो सकती थी, पर यदि डेव वाल्श मर गया था, जैसा लोन ने कहा था, तब यह उसकी विधवा हो सकती है।
हम जल्दी ही बिस्तर में घुस गए, क्योंकि कल का दिन बहुत लंबा होनेवाला था और लोन भी मेरी बगल में रेंगता हुआ आ गया था। हमने उससे एक सवाल पूछ ही लिया-
“ यह औरत कुछ सनकी सी लगती है, है न?"
“हाँ, सनकी पागलों की तरह है।" लोन ने जवाब दिया।
और इससे पहले कि मैं अपना अगला प्रश्न तैयार करता, मैं कसम खाकर कहता हूँ कि लोन तो नींद में चला गया था। वह हमेशा से ही सोता था, हम बिस्तरे में घुसते और वह फौरन ही सो जाता था ।
और सुबह हम लोगों ने जल्दी-जल्दी नाश्ता किया। कुत्तों को खिलाया और स्लेड पर सामान रख दिया तथा वहाँ से चल पड़े।
हमने चलते वक्त 'गुड बाय' कहा और वह औरत दरवाजे पर खड़ी हम लोगों को देखती रही। मैंने उसकी अलौकिक सुंदरता को अपनी आँखों में हमेशा के लिए बंद कर लिया और जब मुझे उसे देखने की इच्छा होगी, मैं उसे आँखें खोलकर देख लूँगा । रास्ता टूटा-फूटा नहीं था। सरप्राइज लेक (झील) यहाँ से काफी दूर थी। लोन और मैंने सड़क पर, पत्ते जैसी मुलायम बर्फ का अपने भारी स्नोबूट से पीट-पीटकर, जिससे कि कुत्ते उस पर दौड़ सकें। " पर तुमने कहा था कि तुम डेव वाल्श से 'कविता' में मिलने की आशा रखते थे।" मेरी जुबान पर बार-बार आ रहा था, पर मैं कुछ बोला नहीं, हम दोपहर तक इंतजार कर सकते थे। लेकिन हम लोग उस वक्त रुके नहीं, क्योंकि लोन ने सूचना दी कि कुछ लोग आगे टीली के तिराहे पर 'मूस' (एक जानवर) के शिकार के लिए वहाँ कैंप कर रहे थे और वहाँ तक हम लोग अँधेरा होने से पहले पहुँच सकते थे। पर हम वहाँ अँधेरा होने तक नहीं पहुँच पाए, क्योंकि रास्ते में एक लट्ठों के ढेर पर चलते हुए हमारे लीड - डॉग 'ब्राइट' के कंधा का ब्लेड टूट गया और उसके लिए हम एक घंटा रुके रहे, पर फिर भी वो जब ठीक नहीं हुआ तो हमने उसे शूट कर दिया, फिर टीली नदी पर जमी बर्फ को क्रॉस करते समय हमारी रेंचिंग (wrenching) डूब गई और हम अपने रनर को ठीक करने में लग गए। रात में हमें जमी हुई टीली नदी पर अपना कैंप लगाना पड़ा। मैंने कुछ खाने को बनाया और कुत्तों को भी खिलाया, जबकि लोन रनर को ठीक करने में लगा हुआ था । हम साथ मिलकर रातभर के लिए बर्फ और जलाने के लिए लकड़ी इकट्ठा करने लगे। हमने आग के सामने डंडों पर रखकर अपने मोकारिन जूते सुखाए ।
"आप उस औरत को नहीं जानते थे?" लोन ने अचानक पूछा। मैंने अपना सिर हिलाया । " आपने उसके बालों के रंग को नोट किया? उसी से उसका नाम पड़ा - सूर्योदय की पहली सुनहरी किरण उसका नाम था 'फ्लश ऑफ गोल्ड'।" कभी उसके बारे में सुना ?
यहाँ पर स्मृति भ्रमित हो गई थी और एक धुँधली सी याद थी, “हाँ, यह नाम सुना हुआ था, " फिर भी मेरे लिए उसका कोई मतलब नहीं था । 'फ्लश ऑफ गोल्ड', "किसी नाचघर का नाम सा लगता है। " मैंने कहा, लोन ने अपना सिर हिलाया- नहीं, वह एक भली औरत थी, उस भाव में नहीं - यद्यपि विगत समय में उसने तमाम पाप किए थे। " तुम उसके बारे में हमेशा भूतकाल में बात क्यों करते हो ?"
“उस अँधेरे के कारण, जो उसके हृदय में बैठ गया है, वह ऐसे ही है, जैसे मृत्यु । 'फ्लश ऑफ गोल्ड' जिसे मैं जानता था, जिसे कि डासन जानता था और उससे भी पहले जिसे फोर्टी माइल्स जानता था, वह मर चुकी है। वह पागल सी स्त्री, जिससे आज रात हम मिले थे, वह नहीं थी। वह फ्लश ऑफ गोल्ड, और डेव ?" मैंने पूछा ।
"उसने कहा, वह केबिन अपने लिए और उसके लिए था। अब वह मर चुका है। वह वहाँ पर उसका इंतजार कर रही थी । उसका विश्वास है कि वह मरा नहीं है। पर कौन जाने उसके सनकी दिमाग में क्या चल रहा है? हो सकता है, वह पूरी तरह विश्वास करती है। चाहे जो कुछ भी हो, वह उस केबिन में उसका इंतजार करती है । मृत व्यक्ति को कौन उठा सकता है ? तब फिर उन लोगों को कौन उठा सकता है, जो जीते जी मर चुके हैं। कम-से-कम मैं नहीं, इसीलिए मैंने कल रात कहा था कि मुझे उसके आने की आशा थी। और उससे ज्यादा अचंभा मुझे तब होता, यदि कल रात वह आ जाता।"
“मेरी समझ में नहीं आया", मैंने कहा, “तुम शुरू से बताओ, उसके बारे में पूरी कहानी।"
और लोन शुरू हो गया - विक्टर शावे एक फ्रेंच आदमी था - वह दक्षिण फ्रांस में पैदा हुआ था। वह कैलिफोर्निया तब आया था, जब यहाँ सोने की खोज चल रही थी। वह एक अग्रणी था, पर उसको कोई सोना नहीं मिला। उसके बजाय वह बॉटलड सनशाइन / बोतलबंद धूप बनाने लगा, यानी अंगूर की फसल उगाना और उससे फिर वाइन बनाना शुरू कर दिया, पर सोने के लिए अभी भी उसका उत्साह बना रहा। यही जुनून उसको शुरुआती दौर में अलास्का ले आया और चिलकूट के ऊपर से तथा विकॉन के नीचे से, इसके पहले कि कारमैक स्ट्राइक करता। टेन माइल टाउन की जगह शावेट की थी। वही उस आर्कटिक शहर की पहली डाक लेकर आया था। उसने पॉक्योंपाइन पर कोयले की खान पर पहले हक जताया था, लगभग 12 वर्ष पहले उसने लॉफ्टस को निंघनक प्रदेश में खाना मिलने के आधार पर भेज दिया था। अब ऐसा हुआ कि विक्टर शावे एक अच्छा कैथोलिक था और उसे इस दुनिया में दो चीजें विशेष प्रिय थीं- वाइन (शराब) और स्त्री। उसे हर प्रकार की वाइन पसंद थी, पर स्त्रियों के मामले में उसे केवल एक स्त्री पसंद थी, वह थी मैरी शावेट की माँ ।
यहाँ पर मैंने जोर से जम्हाई ली और अपने आत्म नियंत्रण पर इतनी देर काबू करके और यह बात सोचकर कि इस आदमी को मैं ढाई सौ पौंड प्रतिमाह देता हूँ ।
"अब क्या बात है ?" उसने पूछा ।
"बात ?" मैंने शिकायत के लहजे में कहा, “मैंने सोचा था कि आप मुझे फ्लश ऑफ गोल्ड। मुझे तुम्हारा पुराना फ्रेंच दोस्त, जो शराब बनाता है, उसकी आत्मकथा नहीं सुनना।"
लोन ने अपना पाइप सुलगा लिया, फिर पाइप को अलग रख दिया । "और आपने मुझसे कहा था कि मैं शुरू से शुरू करूँ।"
"हाँ, मैंने कहा- शुरुआत से । "
" और वाइन मेकर की शुरुआत ही फ्लश ऑफ गोल्ड की शुरुआत है। वह मैरी शावेट का पिता था और मैरी शावेट ही 'फ्लश ऑफ गोल्ड' कहलाती थी । और इससे अधिक आपको क्या जानना है ? विक्टर शावेट की किस्मत कभी भी बहुत अच्छी नहीं रही। वह किसी तरह से काम चला रहा था और मैरी शावेट की अच्छी देखभाल करता जा रहा था । 'फ्लश ऑफ गोल्ड' का प्यारा सा नाम उसी ने दिया था। 'फ्लश ऑफ गोल्ड' क्रीक और फ्लश ऑफ गोल्ड उन साइट का नाम भी उसी के नाम पर रखा गया था। वह वृद्ध आदमी शहरों के स्थान पर महान् था, केवल बात यह थी कि वह उन पर कभी लैंड नहीं किया था । "
"अब ईमानदारी से, लोन ने बिजली की तरह बात बदलते हुए कहा, “अब जब आप उसके बारे में क्या सोचते हैं, मतलब वह कैसी दिखती है ? उसकी सुंदरता के बारे में क्या सोचते हो ?"
"वह असाधारण रूप से सुंदर है", मैंने कहा, "उसकी तरह सुंदर औरत मैंने जिंदगी में कभी नहीं देखी है। इस तथ्य के बजाय कि पिछली रात मैंने सोचा कि वह कुछ सनकी है, मैं अपनी आँखें उससे हटा नहीं पा रहा था। यह केवल जिज्ञासावश नहीं था । यह आश्चर्य था, केवल आश्चर्य ही था, वह कितनी अद्भुत रूप से सुंदर थी !”
"वह इससे भी ज्यादा असामान्य रूप से खूबसूरत थी, जब तक कि उसके मन में अँधेरा नहीं छा गया।” लोन मृदुलता से बोला, "वह वास्तव में फ्लश ऑफ गोल्ड थी, वह हर आदमी के दिल को छू लेती थी और लोग उसे छू मुड़-मुड़कर भी देखते थे। वह कुछ कोशिश करके यह याद कर पाई कि मैंने डासन में कैनो रेस जीती थी। मैं जो उसको प्यार करता था और उसने बताया था कि वह भी उससे प्यार करती थी। वह चाहे तो पेरिस से सेब मँगा सकती थी और कोई ट्रोजन युद्ध नहीं होता और तो और वह पेरिस निवासियों को अपने कदमों पर रख सकती थी । और अब वह अँधेरे में रहती है तथा वह जो अस्थिर रहती थी, अब स्थिर है - और स्थिर भी एक हद तक, वह यह नहीं समझ पा रही है कि एक मृत आदमी अब मृत है !
"और इस तरह से चीजें थी । तुमको याद है कि पिछली रात मैंने डेव वाल्श के बारे में क्या कहा था - विशाल डेव वाल्श। मैंने जो कुछ कहा था, वह सबकुछ वैसा ही था - और उससे भी अधिक कई गुना अधिक। वह इस प्रदेश में 80 (1880) के अंतराल दशक में आया था - वह आपके लिए एक अग्रणी था । वह 20 वर्ष का और एक बैल की तरह था । वह सबसे ताकतवर आदमी को भी मार सकता था। जब वह 25 वर्ष का था, तब वह 350 पौंड आटे की बोरी उठा सकता था । लगभग प्रत्येक वर्ष वहाँ पतझड़ में अकाल पड़ता था और इसकी वजह से उसे बाहर जाना पड़ता था। उन दिनों वह निर्जन जगह थी। नदी में चलनेवाली कोई स्टीम बोट नहीं थी, कुछ खाने को नहीं मिलता था, केवल साक्षमन मछली और खरगोश के रास्ते पर तीन वर्ष तक भागने के बाद उसने निश्चय किया कि वह वहीं रहेगा और अगले साल वह वहीं ठहर गया । वह सीधे मीट (गोश्त ) खा जाता था, जब किस्मत अच्छी होती थी। उन जाड़ों में वह ग्यारह कुत्तों को खा गया। और फिर उसके अगले साल, और अगले साल वह वहीं रहा। उसके बाद उस प्रदेश को कभी नहीं छोड़ा। वह एक चिल कैट इंडियन को हरा सकता था, वह एक Stick (स्टिक) को आउटपैडल कर सकता था, भरे जाड़ों में जब तापमान 50 डिग्री होता था तो वह सारा दिन भीगे पैरों से चल सकता था और यह एक बहुत बड़ी बात थी; मैं कह सकता हूँ । आपके पैर तो शून्य से 25 डिग्री नीचे होते ही फ्रीज / जम जाएँगे अतः चलते रहने की कोशिश की।
"ताकत में डेव - वाल्श एक बुल (खंड) की तरह था । फिर भी वह बहुत सरल स्वभाव का और मृदुल था। कोई भी उससे पैसे माँगे, अभी सबसे हाल में अभी छोटा पैदा हुए बच्चे ने कैंप में डेव वाल्स से आखिरी एक डॉलर भी ले लिया । " पर इससे मुझे कोई चिंता नहीं होती। “उसका अपना एक तरीका था सरलता से हँसने का", "इससे मुझे रातों में नींद न आए, ऐसा नहीं है।" अब आप यह आइडिया कि उसकी कोई रीढ़ की हड्डी (Back Bone) नहीं थी, आपको याद होगा कि कैसे अपनी पॉप-गन (बंदूक) को लेकर वह भालू के पीछे भागा था ! जब किसी से लड़ाई की बात आती थी तो वह उस वक्त मुलायम हो जाता। वह एक सीमा थी, जब वह सीमा पार हो जाती थी, तब वह आक्रमक हो जाता था । कमजोर लोगों से वह सरल और दयालु था, पर ताकतवर लोगों को उसे रास्ता देना होता था। वह एक ऐसा आदमी था, जिसे अन्य आदमी पसंद करते थे; दूसरे शब्दों में वह आदमियों का आदमी था।
(2)
जब कारमैक ने डासन में बोना जा (सोना) मिला, तब भी उसने डासन की ओर भगदड़ में भाग नहीं लिया। डेव उस वक्त खुद ही मैमन क्रीक पर खुदाई कर रहा था। उसने ही मैमन को खोजा था। उसने वहाँ उस जाड़े में 84,000 एकड़ जमीन और अन्य लोगों के लिए लाखों एकड़ जमीन अगले जाड़ों के लिए खोल दी। उस वक्त गरमी पड़ रही थी और जमीन थोड़ी पनीली हो गई थी । अतएव उसने युकान होते हुए डासन की यात्रा की, यह देखने के लिए कारमैक ने जो कुछ पाया है, वह कैसा दिखता था । और वहाँ पर उसने फ्लश ऑफ गोल्ड को देखा। मैं उस रात को हमेशा याद रखूँगा। यह सब कुछ अब तक हुआ था।
मैं यह सोचकर काँप उठता हूँ कि एक ताकतवर आदमी की सारी शक्ति एकदम से ही, उसकी एक नजर उस पर पड़ते ही कमजोर हो गया। वह एक कमजोर, सुनहरे बालोंवाली स्त्री थी, जैसे कि फ्लश ऑफ गोल्ड ने जब उसकी ओर देखा तो वह धराशायी हो गया । यह उसके पिता के केबिन की बात थी, वृद्ध विक्टर शावेट। कुछ दोस्त डेव वाल्श को लेकर वहाँ आए थे कि मैमन क्रीक पर कुछ जगहों के दाम रखे जाएँ। पर उसने बहुत कम बात की और जो भी बात की वह एक बकवास थी। मैं आपको बताऊँ कि डेव फ्लश ऑफ गोल्ड को देखते ही चारों खाने चित हो गया। विक्टर शावेट ने उसके जाने के बाद कहा कि वह शायद पिए हुए था और ऐसा ही था भी, पर फ्लश ऑफ गोल्ड ही वह नशा था, जो उसको चढ़ गया था ।
उसने जो उसकी पहली झलक देखी, उसी ने यह बात तय कर दी। युकान से वह एक हफ्ते के अंदर नहीं गया, जैसा कि उसका पहले इरादा था । वह कष्ट उठा रहा था, समझ रहा था और सोच रहा था कि इसका परिणाम क्या होगा ? निस्संदेह हम लोग सोच रहे थे कि वह 'फ्लश ऑफ गोल्ड' के रूप में उसे उसका स्वामी मिल गया था। वह मैमन का राजा था। उसने मैमन को खोज निकाला था। डेव को फ्लश के रोमांस से सरोकार था, वह एक बासी खट्टे आटे की तरह था, उस जमीन पर वह एक अग्रणी था - जब वह इधर-उधर से जा रहा होता - तो लोग उसे देखकर कुछ भय से फुसफुसाते हुए कहते कि 'वह देखो डेव वाल्श जा रहा है।' और क्यों न कहते ! वह 6 फीट 4 इंच का था और उसके खुद के बाल पीले थे, जो घुँघराले होते हुए उसके गले तक आ रहे थे। वह एक बैल की तरह था, एक पीले अमाल वाला, जो अभी-अभी 31 वर्ष का हुआ था।
फ्लश ऑफ गोल्ड भी उसको प्रेम करने लगी थी, करती थी तथा पहले एक मास, फिर दो महीने और फिर पूरे गरमी के मौसम भर कोर्टशिप के दौरान उसके साथ नृत्य करती रही। उनकी सगाई (Engagement ) की भी घोषणा कर दी गई थी। पतझड़ आनेवाला था, डेव वाल्श को मैमन क्रीक में जाड़ों भर काम था । पर 'फ्लश ऑफ गोल्ड' ने भी अभी शादी करने से इनकार कर दिया था। डेव ने डस्क बर्नस को मैमन क्रीक का सारा भार सौंप दिया था और स्वयं डासन में बना रहा। पर इसका कोई लाभ नहीं हुआ। वह अपनी आजादी कुछ और दिनों (समय) तक चाहती थी, जरूर चाहिए थी और वह अगले साल तक ही शादी करेगी। अतः पहली बर्फ गिरने पर डेव वाल्श अकेले ही युकान अपने कुत्तों के पीछे-पीछे चला गया, इस समझौते के साथ कि अगले साल जब वह स्टीम - नौका द्वारा आएगा, तब विवाह होगा।
पर जबकि डेव वाल्श ध्रुव तारे की तरह अपनी बात पर अटल था, सच्चा था, फ्लश ऑफ गोल्ड कार्गो-शिप के लोडस्टोव में लगी चुंबकीय सूई की तरह अस्थिर थी। जबकि डेव - वाल्श स्थिर ठोस था, फ्लश ऑफ गोल्ड ढुलमुल दिमाग की फ्लाईअवे स्त्री थी तथा वह किसी भी आदमी पर संदेह नहीं करती थी, पर अपने ऊपर संदेह करती थी । शायद वह उसके प्यार की ईर्ष्या थी या उसकी आत्मा से निकला संदेश, पर डेव उसकी अस्थिरता से भय करता था कि क्या वह अगले वर्ष तक उसका इंतजार कर पाएगी ? और वह अपने आप से थोड़ा अलग था । वह उस पर विश्वास करने से डर रहा था । वह अगले साल तक प्रतीक्षा करने से इसलिए निडर रहा था कि वह कहीं फिर मुकर न जाए ! बाद में विक्टर शावेट से जो मुझे पता चला, सब छोटी-छोटी बातों को जोड़कर कि इसके पहले कि डेव वाल्श अपने कुत्तों के साथ जाता, कुछ यों हुआ कि वह वृद्ध फ्रेंच आदमी के सामने डेव वाल्श फ्लश ऑफ गोल्ड के साथ खड़ा हो गया और घोषणा की कि वह और फ्लश ऑफ गोल्ड एक-दूसरे के साथ विवाह करने का वचन दे चुके हैं। वह बहुत नाटकीय था, उस वक्त उसके आँखों से आग बरस रही थी । उसने कुछ ऐसा कि “जब तक हमें मृत्यु अलग नहीं करती।" यहाँ तक कि मृत्यु में भी तुम मेरी रहोगी और मैं कब्र से भी उठ खड़ा हो जाऊँगा, तुम्हें पाने के लिए। वृद्ध ने यह साफ-साफ सुना था, “यहाँ तक कि मृत्यु में भी तुम मेरी रहोगी, मैं कब्र से उठ खड़ा हो जाऊँगा, तुम्हें पाने के लिए।" 'फ्लश ऑफ गोल्ड' बुरी तरह से डर गई थी, फिर मैंने डेव को अलग ले जाकर कहा कि फ्लश ऑफ गोल्ड को इस तरह से नहीं पकड़ना चाहिए था और वह उससे हँसी-खुशी और अच्छे से व्यवहार करे।
मेरे मन में कभी यह संदेह नहीं था कि 'फ्लश ऑफ गोल्ड' उस वक्त डर गई थी। फ्लश ऑफ गोल्ड भी कुछ असभ्य थी - जहाँ तक आदमियों के साथ व्यवहार करने की बात थी। जबकि आदमी लोग उसके साथ बहुत मुलामियत और मृदुलता से पेश आते थे तथा कुछ ऐसा बोलते थे धीमे से, जो कठोर नहीं होता था, कोई ऐसी स्त्री थी, जिसका दिल न दुखाया जाए । उसको यह पता नहीं था कि कठोरता क्या होती है, जब तक कि डेव ने उसे इस प्रकार से जबरदस्ती नहीं पकड़ा होता । वह 6 फीट 4 इंच का था और एक बड़े साँड़ की तरह और उसको इस प्रकार से पकड़ लिया तथा बोला, वह मृत्यु तक उसकी थी और बाद में भी। इसके अलावा डासन में उसे जाड़े में एक इटैलियन काले वर्ण का गानेवाला, जो मैक्रोनी खाता था, आया था और फ्लश ऑफ गोल्ड अपना दिल उसको दे बैठी थी- शायद यह केवल एक प्रकार का आकर्षण था, मुझे पता नहीं। कभी मैं सोचता हूँ कि वह डेव वाल्श को वास्तव में चाहती थी। शायद उसके इस स्टंटपूर्ण बयान से वह उसकी मृत्यु तक उसकी रहेगी और बाद में भी वह उसे कब्र से भी आकर उस पर अपना हक जमाएगा, इस बात से वह डर गई थी और इस वजह से वह संगीतज्ञ की ओर आकर्षित हुई थी। पर यह सब मेरा अनुमान हैं और तथ्य पर्याप्त हैं। वह कोई डैगो या काली चमड़ीवाला नहीं था। वह एक रूसी का ऊँट था और यह बात सत्य थी कि वह एक पेशेवर संगीतज्ञ नहीं था, या इस तरह का कोई आदमी। वह वायलिन और पियानो बजा लेता था तथा कुछ गा लेता था और वह अच्छा गाता था । पर वह अपनी खुशी के लिए गाता था तथा उन लोगों की खुशी के लिए, जो उसको सुनना चाहते थे। उसके पास पैसा भी था, पर यहाँ पर मैं यह बता दूँ कि फ्लश ऑफ गोल्ड को पैसों की कोई परवाह नहीं थी। वह ढुलमुल दिमाग की तो थी, पर वह कभी भी गंदे भाव या दिमागवाली नहीं थी ।
पर आगे बढ़ते हैं, वह डेव वाल्श को विवाह का बयान दे चुकी थी और वह पहली स्टीम-बोट से उसे लेने आ रहा था—वह 1898 की ग्रीष्म ऋतु थी और पहली स्टीम - बोट मध्य जून में आने की उम्मीद थी। फ्लश ऑफ गोल्ड डेब वाल्श को एकदम झटके से अलग नहीं कर देना चाहती थी और फिर बाद में उसका सामना करे । सबकुछ अचानक हुआ था। इधर रूसी कॉउंट संगीतज्ञ भी उसका आज्ञाकारी गुलाम था । उसने ऐसी ही योजना बनाई थी, मैंने वृद्ध विक्टर से बाद में जाना। काउंट उसी से आदेश लेता था और उन लोगों ने पहली स्टीम बोट ‘गोल्डन रॉकेट' नीचे जाने के लिए ले लिया । और मैं भी चूँकि सर्कल सिटी जा रहा था, सो उसी बोट को पकड़ लिया। मैं चकित रह गया, जब मैंने पाया कि 'फ्लश ऑफ गोल्ड' भी उसी बोट में थी । वह काउंट के साथ हर वक्त रहती थी और मुसकराती रहती थी। पर उसका नाम यात्रियों की सूची में नहीं था - हाँ, उसके (Count) नाम के साथ लिखा था कि पत्नी साथ में है। वहाँ पर स्टेटरूम का नंबर आदि था । तब मुझे पहली बार पता चला कि वह विवाहित था - केवल यह बात थी कि मैंने उसकी पत्नी को कहीं नहीं देखा था, जब तक कि फ्लश ऑफ गोल्ड को उसने इस प्रकार से शामिल किया था । वह सोच रहा था कि क्या उन लोगों ने सफर शुरू होने के पहले ही शादी कर ली हो !
मैंने पर्सर के साथ बात की, वह भी इससे ज्यादा कुछ नहीं जानता था; वह फ्लश ऑफ गोल्ड को भी किसी प्रकार से नहीं जानता था और इसके अलावा वह लगभग मौत के पास दौड़ गया था। आपको क्या पता है कि एक दुकान स्टीम-बोट क्या चीज होती है, पर आप यह अंदाज नहीं लगा सकते कि गोल्डन रॉकेट, बोट क्या होती थी, जब उसने डॉसन को छोड़ा था । वह एक 'हमर' थी, नीचे जानेवाली पहली बोट होने के कारण उसमें लगभग सब यात्री पीड़ित थे और हॉस्पिटल का बेकार सामान था । उसमें तमाम यात्रियों के सामान और अन्य सामान भी था। इसके अलावा तमाम मसूढ़े के रक्तस्राव से पीडित डेक के यात्री थे और बक्से स्वरूप और कुत्ते मरे पड़े थे। सामने की निचले डेक पर भी सामान खचाखच भरा था और फोर लोवर डेक पर पहाड़ की तरह उनका एक पहाड़ सा बन गया था। रास्ते में जहाँ भी कोई जगह होती, वहाँ पर भी । और वे एक-दूसरे के ऊपर बहुत सुरक्षित ढंग से भी नहीं रुके थे। यह आशा थी कि मेट उन्हें देखने आएगा और फिर उसके बारे में भूल गया। मैंने टीली बंदरगाह पर एक बॉक्स को आते हुए देखा और मैंने थोड़ा सा अनुमान भी लगाया कि उसमें क्या होगा ? पर इस बात का बिल्कुल भी नहीं अंदाज लग पाया कि वाकई में उसके अंदर एक जोकर था। इस बॉक्स को अन्य सभी सामानों के ऊपर रख दिया गया था। मुझे लगा कि इसके ऊपर जो बड़ा सा भर्राई आवाजवाला कुत्ता बैठा था, वह कुछ जाना-पहचाना सा लग रहा था, जो सामानों के बीच से जगह बनाता हुए बक्सों के बगल में बैठ गया था । तब हमने ग्लेनडेल के पास, जो डासन जा रहा था, मैंने सोचा कि डेव उसमें सवार होकर डासन जा रहा होगा फ्लश ऑफ गोल्ड के पास। मैंने घूमकर उसकी ओर देखा, पर वह रेलिंग के सहारे खड़ी थी। उसकी आँखों में चमक थी, पर वह दूसरे स्टीमर को देखकर कुछ भयभीत सी लग रही थी और वह अपनी सुरक्षा के लिए काउंट के सहारे टिकी हुई थी । उसको इस तरह से झुकने की जरूरत नहीं थी और मुझे निराश डेव के बारे में इतना निश्चित नहीं होना चाहिए था, जो डासन पहुँचनेवाला था। क्योंकि डेव वाल्श ग्लेनडेल पर था ही नहीं। मुझे ऐसी कई चीजें पता नहीं थीं, पर मुझे जल्द पता चलनेवाला था, जैसे कि उस जोड़े की अभी तक शादी नहीं हुई थी। आधे घंटे के अंदर ही विवाह की तैयारियाँ हुईं। मैंने केबिन में, जो बीमार लोग थे, उनका क्या होगा और ऊपर से गोल्डन रॉकेट की भीड़-भाड़ वाली स्थिति फिर विवाह के लिए सबसे अधिक उपयुक्त जगह लोवर डेक पर सामने की मिली, एक खुली जगह, जो रेलिंग के बगल और गैंग - प्लाके के बगल में थी । जहाज और सामान के पहाड़ से ढकी हुई थी, जिसके बिग बॉक्स के बगल में एक कुत्ता सो रहा था।
जहाज पर एक मिशनरी, जिसे ईगल सिटी पर उतरना था, सवार था । ईगल सिटी अगला ही ठहराव (स्टॉफ ) था । इसीलिए जल्दी थी कि शादी जल्दी संपन्न हो जाए। यही उन लोगों की योजना भी थी। जहाज पर शादी करने की। पर मैं तो तथ्यों से आगे भाग रहा हूँ । डेव वाल्श ग्लेनडेल पर नहीं था, क्योंकि वह गोल्डन पर था। डॉसन में फ्लश ऑफ गोल्ड के आगे-पीछे घूमने के बाद, वह माउंटेन क्रीक पर से बर्फ से नीचे उतरा, वहाँ पर उसने पाया कि उस जगह पर डस्की बर्नस बहुत अच्छी तरह से रह रहा था, उसकी वहाँ पर रहने की कोई जरूरत नहीं थी । तब उसने अपनी स्लेज पर कुछ खाने-पीने का सामान रखा, कुत्तों से जोता था, साथ में एक इंडियन को साथ लेकर सरप्राइज लेक के लिए चल पड़ा । उसको वह हिस्सा पहले से बहुत पसंद था, शायद आपको पता नहीं है कि वह क्रीक आशा के विपरीत निकली, पर वहाँ पर आसार पहले अच्छे प्रतीत हो रहे थे, तब वहाँ पर डेव ने अपने लिए और उसके ‘फ्लश ऑफ गोल्ड' के लिए एक केबिन बनाना शुरू किया तथा यह वह केबिन था, जहाँ हम रात में सोए थे । केबिन बनाने के पश्चात् एक मूस (बड़े हिरन) के शिकार के लिए निकल पड़ा - टेली के दो मुहाने पर साथ में अपने उस इंडियन को ले लिया था ।
और उसके बाद ऐसा हुआ कि अचानक एक बहुत ठंडी शीत लहर आ गई। तापमान शून्य से 40, 50, 60 डिग्री F से भी नीचे चला गया। मुझे इस भयानक शीत लहर की याद है, मैं उस वक्त फॉर्टी माइल पर था तथा उसी दिन मुझे याद है कि AT&T Co. के स्टोर में स्प्रिंट थर्मामीटर 70 डिग्री F शून्य से 70 डिग्री F नीचे चला गया था। और उसी दिन डेव वाल्श, इंडियन के साथ मूस के शिकार के लिए टेली फोर्क पर था । मुझे यह सब उस इंडियन से पता चला, जब वह मेरे साथ डाइआ में था । उस सुबह इंडियन बर्फ तोड़ते हुए 4 फीट गहरे ठंडे पानी में चल गया अपनी कमर तक और जमने लगा। सही चीज यह थी कि वह उसी वक्त आग जलाकर उसकी गरमाहट देता, पर डेव वाल्श एक साँड़ की तरह था । केवल आधा मील दूर कैंप में आग जल रही थी। पर उसने इंडियन को अपने कंधों पर लादकर (-70 डिग्री) वह उस कैंप की ओर दौड़ लिया- एक और आग जलाने का क्या मतलब था ? आप समझते है कि इसका मतलब क्या हुआ आत्महत्या ? इसका और कोई लाभ नहीं है। क्योंकि उस इंडियन का भार 200 पौंड के ऊपर था और डेव उस आदमी के साथ आधा मील दौड़ रहा था। इससे उसके फेफड़े जम गए थे। बहुत से लोगों का ऐसी ठंड में जम जाता है— ओस में । यह एक बेवकूफ का काम था, किसी के भी लिए। और कुछ हफ्ते धीरे-धीरे जीवित रहने के बाद वह चल बसा। डेव वाल्श की मृत्यु हो गई थी।
उस इंडियन को पता नहीं था कि लाश का क्या किया जाए ? यदि वह एक साधारण आदमी होता तो वह उसको वहीं दफन कर देता । पर उसको पता था कि डेव वाल्श एक बड़ा आदमी था, जिसके पास बहुत सारा धन था, एक डाइको - यू-शुकुमा का मुखिया । पर उसने देखा था कि वे अन्य शू-कुमाओं के पार्थिव शरीर को एक बॉक्स में रखकर उसे सारे देश में घुमाते थे, जैसे कि वह बहुत बड़ा आदमी हो । अतः उसने फैसला किया कि वह डेव के शरीर को चालीस मील ले जाए, जो डेव वाल्स क्वार्टर था। आपको पता है कि उस प्रदेश में बर्फ घास की जड़ों तक जमी रहती है - तो उस आदिवासी ने डेव को एक फीट मिट्टी में दबा दिया, संक्षेप में डेव को बर्फ में दबा दिया। डेव वहाँ हजारों साल तक दबा रहे, फिर भी वह डेब ही रहेगा। आपको पता ही है न कि जैसे वह फ्रिज में हो । फिर वह आदिवासी सरप्राइज लेक पर बने केबिन से एक आरी ले आया और उससे लकड़ी काटकर डेव के शव को रखने के लिए एक डिब्बा (बॉक्स) बनाया। फिर बर्फ पिघलने का इंतजार करने लगा तथा इस बीच वह इतने मूस हिरन का शिकार कर लाया, जिससे दसों हजार पाउंड मांस निकाल सकें। फिर उस मांस को भी उसने बर्फ से दबा दिया। बर्फ पिघली। टेली नदी का पानी भी अब दूब बन गया। उसने एक बेड़ा बनाया और उस पर वह मांस रख दिया और वह बक्सा भी, जिसमें उसने डेव को रखा था तथा डेव के कुत्ता भी और वे टेली नदी में नीचे की ओर जाने लगे।
उनका बजरा एक लकड़ी के लट्ठों के जाम में फँस गया। गरमी बहुत तेज हो गई थी और उसका गोश्त तो खराब हो गया था। जब खाली बंदरगाह पहुँचा तो उसने सोचा कि अब वह डेव वाले बक्से को स्टीमर में ले जाए तो बेहतर होगा। और उसको गोल्डन 'रॉकेट' में शिफ्ट कर दिया- डेव से 4 मंजिल नीचे वाली जगह पर । उसी जहाज पर फ्लश ऑफ गोल्ड की शादी हो रही थी और डेव वाल्स के शव वाले बक्से की उनपर छाया पड़ रही थी। एक बात तो मैं बिल्कुल ही भूल गया कि डेव वाल्श का प्रिय कुत्ता पी लैट, जो उसका लीड कुत्ता था टीली बंदरगाह से परिचित था, वह भी उस बोट पर चढ़ आया था। वह डेव के बक्से के बगल में आकर लेट गया था।
फ्लश ऑफ गोल्ड ने मुझे देखा और अपने पास बुलाया। मुझसे हाथ मिलाया और काउंट से मेरा परिचय कराया। वह बहुत सुंदर थी। मैं उसके लिए तब भी उतना ही दीवाना था, जितना पहले था वह मुसकराई और फिर बोली, “आपको एक गवाह के रूप में हस्ताक्षर (Sign) करना पड़ेगा।" उसको मना नहीं किया जा सकता था। वह हमेशा एक बच्चे की भाँति थी और उतनी ही निर्दयी भी, जैसे बच्चे होते हैं। उसने मुझे यह भी बताया कि उसके पास केवल दो ही बोतल शैंपेन की थी, वही जो डासन में पिछली रात को थीं। मुझे पता था मुझे उसकी और काउंट की स्वास्थ्य के लिए उसे पीना ही पड़ेगा। सब आदमी उस बोट में, कैप्टन के इर्द-गिर्द इकट्ठा हो गए थे। जो लोग बहुत खास थे, वे चाहते थे कि उन्हें भी कुछ वाइन मिल जाए। और उसी वक्त कुत्तों का झगड़ा शुरू हो गया। वे निर्दयी कुत्ते एक-दूसरे के ऊपर गुर्रा रहे थे । मेरा खयाल था । यह बहुत मजेदार शादी थी ऊपर की डेव पर से अस्पताल के तमाम बीमार, जिनमें से कई के पैर कब्र में लटक रहे थे। यहाँ पर तमाम देसी लोग थे और उन्होंने उसके चारों और जाम कर दिया था, दो बड़े-बड़े आदमी अपनी देसी पत्नियों और बच्चों के साथ थे। मिशनरी ने उन दोनों को लाइन में खड़ा कर दिया तथा शादी की रस्में शुरू हुईं। उसी वक्त कुत्तों की लड़ाई शुरू हो गई। माल के डिब्बों के ऊपर पी-लैट अभी भी बड़े बक्से के साथ लेटा हुआ था और एक सफेद बालोंवाला बड़ा कुत्ता, जो उन्हीं देसी लोगों के साथ था । यह लड़ाई बहत ज्यादा उग्र नहीं हुई, बस, दूर से वे एक-दूसरे पर गुर्रा रहे थे, भौंक रहे थे, डरा रहे थे। उससे जो शोर हो रहा था, वह वहाँ की शांति भंग कर रहे थे। पर इन सबके ऊपर मिशनरी की आवाज सुनाई पड़ रही थी। इसी वक्त कैप्टन ने परेशान होकर उसके ऊपर एक छोटा डंडा फेंका। उसने सब चीज गड़बड़ा दी। जैसा कि मैं कह रहा हूँ, यदि कैप्टन ने डंडा नहीं फेंका होता तो कुछ भी नहीं होता ।
मिशनरी ने अभी-अभी विवाह के वचनों में यह कहना शुरू ही किया था, 'बीमारी में और स्वस्थ रहने में' “In Sickness and death" and till death do us part और जब तक मृत्यु हमें अलग नहीं कर देती है कि तभी कैप्टन ने बाहर कुत्तों पर बल्ब फेंक दिया था। वह पूरा का पूरा पी - लैट के ऊपर आकर गिरा और उसी वक्त वह सफेद भयानक कुत्ता उसके ऊपर कूद पड़ा। यह सब क्लब की वजह से हुआ था। उनके दोनों के शरीर उस बॉक्स से टकरा गए और वह धीरे-धीरे फिसलने लगा। वह आयताकार बक्सा था और फिर वह तेजी से फिसलने लगा तथा एक खड़ी दीवार से टकरा गया। जो लोग उसके रास्ते में थे, वे इधर-उधर हो गए। फ्लश ऑफ गोल्ड और काउंट उस गोल घेरे के दूसरी तरफ थे तथा उस बक्से की ओर ही उनका चेहरा था, मिशनरी की पीठ उसकी तरफ थी । बक्सा कम - से-कम दस फीट सरककर नीचे जा टकराया।
अब आप लोग यह समझ लीजिए कि किसी को पता नहीं था कि डेव वाल्श की मृत्यु हो गई थी। हम लोग सोच रहे थे कि वह डासन जानेवाली बोट ग्लेनडेल में सवार था । मिशनरी एक तरफ को सरक गया था, अतएव, उस समय फ्लश ऑफ गोल्ड ही उसके सामने थी, जब वह टकराया था। इससे बेहतर योजना बनाई ही नहीं जा सकती थी। उससे आखिर में टकराया था और समकोण ( 90 डिग्री) पर । अब यह हुआ कि टकराने से बक्सा खुल गया और डेव का शरीर भी उसके साथ, उसके पैर पर अभी भी कंबल में लिपटा हुआ था, पर सिर खुला हुआ, उसके पीले बाल सूर्य की रोशनी में चमकने लगे थे। उसको (फ्लश ऑफ गोल्ड) यह नहीं पता था कि वह मर चुका था, पर यह असाधारण बात थी कि दो दिन लट्ठों के जाम में (Timber Jam) में फँसे रहने के बाद, वह मृत होने के बावजूद उसे पाने के लिए उठ खड़ा हुआ था। संभवतया यही उसने सोचा कि शायद वह मृत्यु पश्चात् भी उसे पाने के लिए सीधा खड़ा होकर आ गया था, कम-से-कम उसने शायद यही सोचा था। वह अपनी जगह से हिल नहीं सकी । वह इस दृश्य से अपनी जगह से बिल्कुल हिल नहीं पाई। डेव वाल्श उसके लिए आया था और वह उसे पा गया था । ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसने उसको अपनी बाँहों में भर लिया था, पर ऐसा हुआ था कि नहीं, पता नहीं, पर वे दोनों इस वक्त डेव पर इकट्ठे हो गए थे। हमने डेव के शरीर को खींचकर अलग करना था, इससे पहले कि हम डेव फ्लश ऑफ गोल्ड को पकड़ सकते। वह बेहोश हो गई थी, पर यह बेहतर होता कि वह कभी भी मूच्छावस्था से वापस नहीं आ पाती। वह अब चिल्लाने लगी थी, जैसे कि घायल लोग करते हैं। वह घंटों ऐसे करती रही थी, जब तक कि वह थककर चूर नहीं हो गई। पर बाद में वह इससे बाहर निकल आई थी। वह अब चीखती-चिल्लाती नहीं है, पर एक अँधेरे में चली गई है। उसका विश्वास है कि वह डेव वाल्श का इंतजार कर रही है । अतः वह उसी केबिन में उसका इंतजार कर रही है, जो डेव वाल्श ने उसके लिए बनाया था, वह कमजोर दिमागवाली नहीं है। वह पिछले नौ साल से डेव का इंतजार कर रही है और इसी तरह से शायद वह सारी उम्र इंतजार करती रहेगी।"
लोन मैकफेन ने अपना कंबल ऊपर खींचा और उसमें घुसने की तैयारी करने लगा ।
"हम उसके लिए भोजन की सामग्री हर साल मुहैया कराते हैं और उसके ऊपर नजर बनाए रखते हैं। यह ही कल की रात पहली रात थी, जब उसने मुझे पहचाना।"
'यह हम कौन लोग हैं?" मैंने पूछा।
'ओह!" उसका जवाब था, "मैं, काउंट और वृद्ध विक्टर शावेट। मेरे खयाल से विक्टर उसके लिए वास्तव में बहुत दुःखी है, क्योंकि डेविड वाल्श के प्रति वह झूठी थी। पर वह कष्ट नहीं उठा रही है। उसका अँधेरापन उसके लिए दयापूर्ण है।"
मैं अपने कंबल में लगभग एक मिनट चुपचाप लेटा रहा।
"क्या काउंट अभी भी इस देश में है?" मैंने पूछा, परंतु उसके सोने की भारी साँस की आवाज आ रही थी और मुझे पता चल गया कि लोन मैकफेन सो गया था।