ड्यूक का पुनः आविर्भाव एक पारिवारिक परंपरा (कहानी) : थॉमस हार्डी
Duke Ka Pun: Aavirbhav Ek Parivarik Parampara (English Story in Hindi) : Thomas Hardy
एक रिश्तेदार के अनुसार, जिसने मुझे यह कहानी सुनाई थी, किंग्सहिंटोक गाँव के उपकंठ में उन दिनों क्रिस्टोफर स्वेटमैन का घर उस समय से कहीं बड़ा था और व्यवस्थित था, जब कई वर्षों बाद स्वेटमैन के परिवार का होने के कारण उसे सटी हुई जागीर के सामंत को बेच दिया गया था; जैसा कि कहा जाता है— विजय के बाद से।
कुछ लोगों का यह भी कहना था कि सामनेवाले घर में, जो एक बच्चे का था, जिसके परिवार के साथ स्वेटमैन ने बाद में अंतर्विवाह किया था, चीजें घटी थीं। पर स्वेटमैन के मूल क्षेत्र में इसे विभिन्न तरीकों से दरशाया जा सकता है; मुख्यतया परिवार की अटूट परंपरा के द्वारा और अप्रत्यक्ष रूप से दीवारों के साक्ष्य द्वारा, जो एलिजाबेथ के ढंग में खिड़कियों के साथ वहाँ छड़ के रूप में लगी हुई हैं और स्पष्टतया घटना के पूर्व की तारीख के रूप में; जबकि अन्य घर शायद पचास या अस्सी वर्ष बाद खड़े किए गए हों और हो सकता है कि चूँकि स्वेटमैन को घर का चयन भगोड़ों के द्वारा निस्संदेह किसी परिस्थिति द्वारा चालित होने के बजाय उपयुक्त अकेलेपन के अधीन हो।
भोर से पहले जुलाई के बादलोंवाली सुबह थी। दो बजे का घंटा सीढ़ियों पर लगी स्वेटमैन की एक सुईवाली घड़ी में बजा, जिसे अभी तक परिवार में सँभालकर रखा गया था। क्रिस्टोफर ने सीढ़ियों के ऊपर बने अपने कक्ष में घंटे की आवाज सुनी, जो घर के सामनेवाले भाग में था। उसे इस बात से आश्चर्य नहीं हुआ कि वह अभी तक सोया नहीं था। जिन अफवाहों और उत्तेजना ने हाल ही में आसपास में सबको चौंका दिया था और जिसका प्रभाव इतना हुआ था कि इंग्लैंड का वैध सम्राट् हॉलैंड से उस बंदरगाह में पहुँच गया था, जो स्वेटमैन के घर के दक्षिण-पश्चिम से केवल अठारह मील था, उसके जैसे संतुष्ट छोटे जमींदार को जगाने और चिंतित बनाने के लिए पर्याप्त था। कुछ गाँववाले, जो खबर सुनकर मदहोश हो गए थे, वे अपनी दराँतियों को फेंक हमलावर की ओर भागे। क्रिस्टोफर स्टेनमैन ने दो पक्षों के प्रश्नों पर विचार तथा और घर में ही रहा।
अब, जब वह इन सबके तथा अन्य चीजों के बारे में सोच रहा था तो वह कल्पना करने लगा कि उसे एक व्यक्ति के कदमों की आवाज उस सड़क पर सुनाई दे रही है, जो उसके घर की ओर आती है—एक उपमार्ग, जो शायद ही कहीं और ले जाता हो— और इसलिए अगर वह वहाँ खड़ा हो तो उसके बजाय उस क्षेत्र के निवासियों को चौंकाने के लिए चलना किसी समय भी अधिक उपयुक्त होगा।
कदमों की आवाज गेट के पीछे तक आई और वहीं रुक गई। एक मिनट फिर दो मिनट गुजरे और पैदल चलनेवाला आगे नहीं बढ़ा। क्रिस्टोफर स्टैनमैन पलंग से उठा और खिड़की को खोला।
‘‘कौन है वहाँ?’’ वह चिल्लाया।
‘‘एक मित्र।’’ अँधेरे में से आवाज आई।
‘‘और रात के इस समय में तुम क्या चाहते हो?’’ स्टैनमैन ने कहा।
‘‘आश्रय! मैं रास्ता भटक गया हूँ।’’
‘‘तुम्हारा नाम क्या है?’’
कोई उत्तर नहीं आया।
‘‘सम्राट् मौनमाउथ के आदमी हो?’’
‘‘वह मुझसे कोई प्रश्न नहीं पूछता और मेरी तरफ से उसे कोई झूठ सुनने को नहीं मिलता। मैं एक अजनबी हूँ और थका हुआ तथा भूखा हूँ। क्या आज रात तुम मुझे अपने साथ रहने दोगे?’’
मुश्किल में पड़े लोगों के प्रति स्वेटमैन दयालु था और उसका कमरा भी काफी बड़ा था।
‘‘रुको,’’ वह बोला, ‘‘मैं नीचे आता हूँ और देखता हूँ।’’
उसने लाइट जलाई, अपने कपड़े पहने और मैं कील पर टँगी अपनी लालटेन लेकर नीचे उतरा तथा दरवाजा खोलने से पहले उसे जला दिया।
उसकी किरणें एक लंबे च काले रंग के व्यक्ति पर पड़ी, जो अश्वारोही सेना की सज्जा में था और एक तलवार लटकीहुई थी। थकावट की वजह से वह निस्तेज लग रहा था और मिट्टी से सना था; हालाँकि मौसम खुश्क था।
"मेरे रूप-रंग पर ध्यान मत देना।" वह अजनबी बोला, “पर मुझे अंदर आने दो।"
निस्संदेह उसका आगंतुक अत्यंत परेशानी में था और छोटे जमींदार की स्वाभाविक मानवता ने उसके दुःखद आग्रह और विनम्र स्वर की सहायता की। स्वैटमैन उसे अंदर ले गया, लेकिन इस संदेह के साथ कि किसी-न-किसी तरह से वह व्यक्ति मोनमाउथ के उददेश्य में शामिल है, जिसके प्रति वह मन-ही-मन विरोधी नहीं था। उसके निवेदन पर नवागंतुक को उसके अपने कपड़ों के बदले में छोटे जमींदार के पुराने कपड़ों में से एक सूट दिया गया, जिन्हें उसकी तलवार के साथ स्वैटमैन के कमरे की एक अलमारी में छिपाकर रख दिया गया; फिर उसके सामने खाना रखा गया और पीछे के कमरे में उसके रहने की व्यवस्था की गई।
यहाँ वह अगले दिन बहुत देर तक सोता रहा, जो रविवार था और तारीख थी 6 जुलाई। जब वह उन कपड़ों में नीचे आया, जो उसने उनसे लिये थे तो पाया कि परिवार के लोगों के चेहरों पर एक उदास मुसकान छाईहुई है। स्वेटमैन के अलावा वहाँ उसकी दो बेटियाँ थीं— ग्रेस और लियोनार्ड। अजीब बात है कि लियोनार्ड यहाँ महिलाओं का नाम होता है और दोनों को ही गोपनीयता बनाए रखने का आदेश दिया गया था। उन्होंने कोई प्रश्न नहीं पूछा और उन्हें कोई जानकारी व दिलचस्प बहुत गहन लगी। उनके रोजमर्रा के सूअर के सूखे मांस और सेब के आसव का नाश्ता करने के बाद उसने कहा कि उसे थकान महसूस हो रही है और जिस कमरे से वह आया था, उसमें वापस चला गया।
कुछ घंटे के बाद वह दुबारा नीचे आया। तब तक दोनों युवतियाँ सुबह की उपासना के लिए चली गई थीं। बिना किसी सहायता के क्रिस्टोफर को घर में दौड़धूप करते देख उसने पूछा कि क्या वह उसकी कुछ मदद कर सकता है?
जैसा कि प्रतीत हो रहा था कि वह सारे अंतर को छिपाकर उनमें से एक लगना चाहता है स्टैनमैन उसे बगीचे से सब्जियाँ लाने और घर के पास बनी ढलान पर स्थित बट्टक स्प्रिंग से पानी लाने का काम सौंपा (हालाँकि बाद में इस स्प्रिंग को इस नाम से नहीं बुलाया जाता था)।
"और मैं क्या कर सकता हूँ?” इन सारे कामों को करने के बाद उस अजनबी ने पूछा।
उसकी विनम्रता ने स्टैनमैन को छ लिया और उसका दिल जीत लिया।
“चूँकि तुम भी प्रवण हो, इसलिए तुम प्लेटें निकालकर रात के भोजन के लिए मेज लगा सकते हो। अपने लिए जस्ते की प्लेट ले लो। हमारा लकड़ी की प्लेटों से काम चल जाएगा।"
लेकिन उसने नहीं किया, बल्कि स्वयं के लिए लकड़ी की प्लेट ले ली और ऐसा करते समय उसने दोनों लड़कियों के बारे में बात की और कहा कि वे कितनी मनोरम हैं।
बाहर दरवाजे पर चलने-फिरने की आवाज को सुन बातचीत थम गई, जो स्वैटमैन का ध्यान खींचने के लिए भी पर्याप्त थी और वह बाहर चला गया। खेलों पर काम करनेवाले लोग, जो ड्यूक के आगमन पर उसके साथ सम्मिलित हो गए थे, वे इस खबर के साथ वापस आने शुरू हो गए थे कि उत्तर की बंजर भूमि पर अर्धरात्रि युद्ध लड़ा गया था। इयूक की सेना पर आक्रमण हुआ और वह बुरी तरह से हार गई तथा ड्यूक स्वयं एक-दो सामंतों एवं अन्य मित्रों के साथ भाग गया। किसी को नहीं पता कि कहाँ गया।
“युद्ध हुआ था।" इन खबरों के बाद अंदर आते हुए और अजनबी की ओर गंभीरता से देखते हुए स्वेटमैन ने कहा।
"अब मुद्दा जो भी हो, काश, जीत अंत में न्यायपूर्ण की हो।” अन्य व्यक्ति ने एक दुःखद उसाँस भरते हुए कहा।
“सचमुच इसके बारे में कुछ नहीं पता?" क्रिस्टोफर ने कहा, “मैंने तुम्हें उसी यदध का कोई व्यक्ति समझा था।"
"मैं यहाँ सुबह के तीन बजे से भी पहले से हैं और ये लोग अभी आए हैं।"
"सही कहाँ।" छोटा जमींदार बोला, “पर फिर भी मुझे लगता है-"
“अपने प्रश्न को दबाओ नहीं।” अजनबी ने आग्रह किया, “मैं तकलीफ में हूँ और अपनी मदद करनेवाले को किसी बात से इनकार नहीं कर सकता हूँ। इसलिए इस प्रकार की पूछताछ अनुचित है।"
"फिर से सही कहा।” स्वेटमैन बोला और फिर चुप हो गया। घर की बेटियाँ चर्च। से लौट आई थीं। इस उत्तेजना की वजह से उपासना को जल्दी खत्म कर दिया गया था। उनके पिता के पूछने पर कि क्या उन्होंने उसके बारे में कोई बात की है, जो यहाँ ठहरा हुआ है? उन्होंने जवाब दिया कि उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा, जो वस्तुतः सच थो, जैसा कि घटनाओं ने भी सिद्ध कर दिया था।
उसने उन्हें रात्रि का भोजन परोसने को कहा और युद्ध की खबर सुनने के बाद से आगंतुक ने स्वयं को कमरे में बंद कर लिया था। उसके लिए ऊपर ही खाना ले जाने की तैयारी करने लगे। पर उसने नीचे आकर परिवार के साथ ही भोजन करना पसंद किया।
दोपहर में और भगोड़े गाँव से निकले, पर क्रिस्टोफर स्वेटमैन, उसका, आगंतुक और उसका परिवार घर के अंदर ही रहा। हालाँकि शाम को अपने गेट से बाहर आया और इन खबरों की ओर ध्यान से सुनता रहा और सोचने लगा कि उसके पिछली रात के कार्य का क्या परिणाम निकलेगा।
वह घर की ओर मध्वासव को पार करता हुआ, जो उसके अपने बागान के किनारे पर ही था, लौट आया। वहाँ से गुजरते हुए उसने अपनी बेटी लियोनार्ड की आवाज सुनी, जो बाड़ के अंदर विरोध प्रकट कर रही थी। उसके शब्द थे-
"ऐसा न करें, सर! कृपया मुझे जाने दें!"
"क्यों, प्रिय?"
"क्योंकि मैंने किसी और से वादा किया है।"
अंदर झाँकते हुए क्योंकि वह स्वयं करने से रोक नहीं पाया, उसने देखा कि लड़की अजनबी थी। बाँहों से छुटने की कोशिश कर रही है, जो उसका चुंबन लेने का प्रयास कर रहा था; पर उसके विरोध को सही पाते हुए और उसके दुःख को सच्चा महसूस करते हुए उसने बेमन से उसे छोड़ दिया।
स्वेटमैन के चेहरे पर उदासी छा गई, क्योंकि उसकी बेटियाँ उसके लिए सबसे बढ़कर थीं। वह पूरे रास्ते खिन्नता से चिंतन-मनन करते हुए जल्दी-जल्दी चलता गया। वह गेट के अंदर घुसा और सीधे बागान की ओर बढ़ा। वह वहाँ पहुँचा। उसकी बेटी वहाँ नहीं थी, पर अजनबी अभी भी वहाँ खड़ा था।
“सर!” छोटा जमींदार बोला। उसके क्रोध की कोई सीमा नहीं थी, “जो भी एक पुरुष और एक स्त्री की आकृति, पुरुष का चेहरा पहले सम्राट् चार्ल्स का था और स्त्री शायद उसकी महारानी थी।"
बहुत हैरान और अचंभित स्वेटमैन ने चीजें अलमारी में वापस रख दी और सोचता हुआ नीचे चला गया। अपने अंदाजे के बारे में उसने अपनी बेटियों से कुछ नहीं कहाँ। केवल इतना बताया कि वह व्यक्ति चला गया है और कभी नहीं बताया कि बागान में जो दुःखद घटना घटी थी, उसको उसने अपनी आँखों से देखा था और उसके जाने का यही मुख्य कारण है।
आनेवाले हफ्ते में हिंटोक में कुछ भी नहीं घटा, सिवाय ड्यूक की सेना की हार से और उसके खुद के युद्ध के आरंभिक चरण में गायब होने से संबंधित और निश्चित खबरों के अनियमित आगमन को फिर यह बताया गया कि मौनमाउथ को पकड़ लिया गया— उसके अपने कपड़ों में नहीं, बल्कि एक देशवासी के छदम वेश में। उसे लंदन भेज दिया गया और टॉवर में कैद कर रखा गया।
यह संभावना कि उसका मेहमान इयूक के सिवाय और कोई नहीं था, स्टेनमैन को अत्यधिक ग्लानि से भर दिया। उसका हृदय उसे इस खयाल पर धिक्कारने लगा कि उसने अच्छे विश्वास के छोटे से धोखे के लिए इतना कठोर कदम उठाया। हो सकता है कि वह उपलब्ध भगोड़ों को पकड़वाने का माध्यम बन सकता था। लडकियों के उसके पास आने पर वह बोला, "व्यभिचार बंद करो! मुझे डर है कि तुम एक अभागे आदमी की बरबादी का कारण बन सकती हो।"
अगले दिन वीरवार की सुबह, जब जमींदार हमेशा की तरह अपने कक्ष में सो रहा था, उसने कहा कि किसी के अंदर आने का उसे आभास हुआ था। अपनी आँखें खोलते हुए उसने चाँद की रोशनी में, जो उसके घर के सामने दिख रहा था, एक आदमी की आकृति देखी, जो अजनबी लग रहा था और जो दरवाजे से अलमारी की ओर जाता प्रतीत हो रहा था। उस समय उसने कुछ अलग ही तरह के कपड़े पहने हुए थे; लेकिन उसका चेहरा आपके पूर्व मेहमान जैसा ही विषादग्रस्त था और आकृति की लंबाई भी वैसी ही थी। वह अलमारी के पास गया। अपने आगंतुक को अपने अधिकारों का प्रयोग करते देख क्रिस्टोफर हिला तक नहीं।
व्यक्ति ने अपनी बड़ी, थकी-थकी आँखें स्टेनमैन के पलंग की ओर घुमाईं, “मेरे लिए यही ठीक होगा," अजनबी ने दखी स्वर में कहा।
"हालाँकि वे जितने मेरे लिए अनुपयुक्त हैं, वे अब मेरे दुर्भाग्यपूर्ण भाग्य के लिए अनुपयुक्त नहीं हैं।"
"बल्कि," क्रिस्टोफर ने अनिच्छा से कहा, “मैंने ही काफी जल्दबाजी की। प्रतीक्षा करते हैं!"
लेकिन वह करने को तैयार नहीं था और उसने कहा कि अच्छा यही होगा कि चीजें समय के अनुसार हों। इसके बावजूद कि स्टेनमैन ने उससे आग्रह किया था, उसने केवल इतना ही कहा, “अगर मैं कभी वापस नहीं आया तो मेरी चीजों के साथ वही करना, जो आपने तय किया है। जेब में आपको सोने की एक सँघनीदानी मिलेगी और उस सँघनीदानी में सोने के पचास टुकड़े मिलेंगे।"
"लेकिन उन्हें अपने इस्तेमाल के लिए रख लो।” छोटे जमींदार ने कहा।
"नहीं,” जानेवाले मेहमान ने कहा, “वे विदेशी टुकड़े हैं और अगर मैं उन्हें ले जाऊँगा तो मुझे नुकसान पहुंचाएँगे। जैसा कि मैंने कहा है, वैसा ही करें। उन चीजों को फिर से रख दें और तलवार का विशेष ध्यान रखें। मेरे पिता के पिता की है और मेरे लिए बहुत कीमती है। लेकिन अब मेरे लिए कुछ और ज्यादा आम बन गया है।"
ऐसा कहकर जैसे ही वह नीचे गया, उसने एक छड़ी उठा ली, जिसका प्रयोग स्टेनमैन चलने के दौरान करता था। जमींदार उसे बगीचे के दरवाजे तक ले गया, जहाँ से वह सड़क किनारे बने क्लैमर्स गेट के दवारा गायब हो गया, जो किंग्स हिंटोक पार्क से स्वरशेड तक जाती है।
क्रिस्टोफर ऊपर बने अपने कमरे में लौट आया और विचार करते हुए अपने पलंग पर बैठ गया। फिर उसने पीछे छटी चीजों को देखा और यकीनन एक जेब में सोने की एक सँघनीदानी मिली और उसमें सोने के पचास टुकड़े थे, जैसा कि भगोड़े ने बताया था। फिर जमींदार तलवार को देखा, जिसके बारे में उसके मालिक ने कहा था कि वह उसके दादा की है। वह दो धारवाली थी, इसलिए उसे पकड़ने में उसे डर लग रहा था। उसके ब्लेड पर अंकित था ‘एंडरिया फेरेरा' और अनेक उत्कृष्ट नक्काशियों में एक गुलाब व मुकुट बना हुआ था, प्रिंस वेल्स का पंख था और दो आकृतियाँ। वह सब मैंने देखा!
“मैं स्वयं को खतरे में डालकर तुम्हें अपने घर के अंदर ले गया और तुम चाहे जो भी हो, मैं कम-से-कम इतनी तो तुमसे अपेक्षा रखता हूँ कि घर की लड़कियों के साथ तुम भद्रता से पेश आओ। तुमने ऐसा नहीं किया और अब मैं तुम पर विश्वास नहीं करता हैं। उनकी माँ नहीं है, इसलिए मैं उनका ज्यादा ही खयाल रखता हूँ और आपसे कहना चाहँगा कि इस रात अँधेरा होने पर यहाँ से चले जाओ।"
अजनबी उस बात का पता चल जाने पर स्तब्ध रह गया, जो उसके क्षणिक आवेश ने उससे करवाई थी। उसका निस्तेज चेहरा और निस्तेज हो गया। कुछ समय तक उसने कोई उत्तर नहीं दिया। जब वह बोला तो उसकी नरम आवाज भावनाओं से भारी हो रही थी।
“सर!” वह बोला, “अगर आप इस मामले को गंभीरता से लेते हैं तो 'मैं मानता हूँ कि मैंने गलत किया। हम जो करते हैं, वह नहीं करना चाहिए; बल्कि जो करनी चाहिए, वह करना चाहिए। हालांकि मैंने आपकी बेटी को एक औरत की तरह चोट नहीं पहुंचाई है, एक मेहमानदारिन और जरूरत के समय एक मित्र की तरह मैंने उसके साथ विश्वासघात किया है। जैसा कि आपने कहा, मैं चला जाऊँगा। मुझे यकीन है कि मुझे कहीं और रहने की जगह मिल जाएगी।"
वे एकदम चुपचाप घर की ओर चलने लगे, जहाँ स्वेटमैन ने जोर देकर कहा कि जाने से पहले उसके मेहमान को खाना खाकर जाना चाहिए। जब उन्होंने खाना खत्म किया, तब तक झुटपुटा छा गया था और अजनबी ने घोषणा की कि वह जाने को तैयार है।
वे ऊपर गए, जहाँ कपड़े व तलवार छिपाकर रखी गई थी। घिर जानेवाले व्यक्ति ने कहा कि वह उनका एक और एहसान चाहता है, कि उन कपड़ों को उसके पास रहने दिया जाए, जिन्हें उसने पहना था और तब तक उसका मेहमाननवाज अन्य कपड़ों व तलवार को अपने पास रखे, जब तक कि वह, जो बोल रहा है, वापस आए या उन्हें लाने के लिए किसी को भेजे।
“जैसी आपकी इच्छा।" स्वेटमैन ने कहा “फायदा तो मुझे ही होगा, क्योंकि इन कपड़ों को अगली शरद में बिजूका को पहनाने के लिए रख लेंगे।" स्वेटमैन लेटा हुआ था और फिर उन चीजों को वहाँ से निकाला, जहाँ वे छिपाकर रखी हुई थीं, जो उसकी थीं।
फिर से क्रिस्टोफर पर एक गहरी दृष्टि डालते हुए वह बिना कोई आवाज किए अपनी बाँह में अपनी चीजों को थामे कक्ष से बाहर निकल गया। सीढ़ियों से बाहर जाने की आवाज सुनाई दे रही थी, साथ ही बगलवाले दरवाजे से उसका निकलना, जिसके द्वारा उनके लिए आना और जाना आसान था, जो उस जगह को जानते थे।
इसके आगे और कुछ नहीं हुआ और सुबह तक स्वेटमैन सोता रहा। हर तरह के जोखिम से बचने के लिए उसने लड़कियों से रात की उस भेंट के बारे में कुछ नहीं कहा और घर के बाहर तो बिल्कुल भी किसी को नहीं बताया, क्योंकि उस समय खुलेआम कुछ भी कहना खतरनाक था।
विरोध करते समय जो लोग मरे थे, उसमें जागीर के सामंत का भाई भी था, जो किंग्स-हिंटोक कोर्ट के पास रहता था। अगले दिन शोक के कपड़ों में उसे वहाँ से गुजरते देख स्वेटमैन भी उसके साथ सांत्वना देने के लिए चल पड़ा।
"उसका वहाँ कोई काम नहीं है।” दूसरे ने उत्तर दिया। उसके शब्दों व व्यवहार में कटूता थी, जिसमें उसका पछतावा भी मिला हुआ था।
"लेकिन उसके बारे में और कुछ न कहो। मेरे खयाल से तुम्हें पता है, तब से क्या हुआ है?"
'मैं जानता हूँ। वे कहते हैं कि मौनमाउथ को ले जाया गया है, सर थॉमस; पर मुझे वह सच नहीं लगता।" स्वैटमैन ने उत्तर दिया।
"अरे, नहीं! यह काफी हद तक सच है।” सामंत चिल्लाया, “और बात केवल इतनी ही नहीं है, इयूक को दो दिन पहले टावर हिल पर फाँसी दी गई है।"
"क्या वास्तव में ऐसा हुआ है?" स्वेटमैन ने कहा।
"हाँ, उसने बहुत ही कठोर मृत्यु पाई है। उसका दुर्भाग्य।", थॉमस ने कहा। "उसके लिए सबकुछ खत्म हो गया और मेरे भाई के लिए भी। लेकिन बाकियों के लिए नहीं। यहाँ शीघ्र ही खोजबीन और जाँच-पड़ताल होने वाली है। वह व्यक्ति ही चैन से रह पाएगा, जिसका इस मामले से कोई मतलब नहीं है!"
स्वैटमैन उसके आखिरी शब्दों को ठीक से नहीं सुन पाया, क्योंकि वह खबरों की विलक्षणताओं के दवारा हैरान था कि पिछले मंगलवार को इयूक की मौत हो गई। क्योंकि आज के दिन जो शुक्रवार था, उससे एक रात पहले ही उसने पूर्व मेहमान को देखा था, जिस पर उसने यह संदेह करना छोड़ दिया था कि ड्यूक के अलावा और कोई उसके कमरे में आया था और जैसा कि उसने वादा किया था, अपना साजो-सामान ले गया था।
'वह सपना नहीं हो सकता।' जब सामंत चला गया तो क्रिस्टोफर ने स्वयं से कहा। लेकिन मैं पीछे जाऊँगा और देखेंगा कि क्या चीजें अभी भी अलमारी में हैं; और फिर मुझे अवश्य पता चल जाएगा कि वह कोई सपना था या नहीं।'
वह उस अलमारी के पास गया, जिसे उसने अजनबी के जाने के बाद से देखा तक नहीं था। और चीजों को छिपाने के लिए रखी गई जगह पर ढूँढ़ने पर उसने पाया, जैसा कि उसने कभी संशय नहीं किया था, वे वहाँ नहीं थीं।
जब पेस्ट में विदेश में यह अफवाह फैली कि टावर में जिस व्यक्ति का सिर काटा गया था, वह वस्तुतः ड्यूक नहीं था, बल्कि उसका एक अफसर था, जिसे युद्ध के बाद पकड़कर ले जाया गया था और यह कि ड्यूक की देश से बाहर जाने में मदद की गई थी, स्वैटमैन को एक स्पष्टीकरण में यह पता चला, जिसे उसने इतनी बुरी तरह से घबरा दिया था। यह कि उसका आगंतुक शायद ड्यूक का मित्र हो, जिसे ड्यूक ने चीजें लाने भेजा हो, स्वेटमैन इस बात को कभी नहीं स्वीकारेगा। उसका इस अफवाह में विश्वास अन्य तमाम लोगों की तरह कि मौनमाउथ था, उसके अंतिम दिनों तक कायम रहा।
संक्षेप में, इस तरह मेरे बंधु, यह ऐसी परंपरा है, जो पिछले दो सौ वर्षों से क्रिस्टोफर स्टैवमैन के परिवार को सौंपी जाती रही है।