बिखरे मोती (कहानी संग्रह) सुभद्रा कुमारी चौहान
Bikhre Moti (Stories) Subhadra Kumari Chauhan
सुभद्रा कुमारी चौहान जी का 'बिखरे मोती' पहला कहानी संग्रह है। यह कहानी संग्रह १९३२ में छपा। इसमें भग्नावशेष, होली,
पापीपेट, मंझली रानी, परिवर्तन, दृष्टिकोण, कदम्ब के फूल, किस्मत, मछुए की बेटी, एकादशी, आहुति,
थाती, अमराई, अनुरोध, व ग्रामीणा कुल १५ कहानियां हैं । इन कहानियों की भाषा सरल बोलचाल की
भाषा है । अधिकांश कहानियां नारी विमर्श पर केंद्रित हैं।