भूरा भेडि़या (अमेरिकी कहानी) : जैक लण्‍डन

Bhura Bhedia (American Story) : Jack London

ओस से भीगी हुई घास पर चलने के लिए अपने ओवरशूज पहनने के कारण उसने देर कर दी थी और फिर जब वह घर से बाहर निकलकर आई तो उसे अपने पति को उसकी प्रतीक्षा में बादाम की कलियाँ फूटते हुए देखकर उनपर चकित हो रहा था। उसने लंबी घास पर एक जिज्ञासा भरी नजर डाली। बगीचे के पेड़ों को भी निहारा।

“वूल्फ कहाँ हैं?” उसने पूछा।

“एक मिनट पहले तो वह यहीं था।” वाल्टर इरविन में स्फूटित होते हुए चमत्कार की ताविक और कवितामयी चमत्कार से अलग खींच लिया।

“जब मैंने उसे पिछली बार देखा तो वह एक खरगोश के पीछे भाग रहा था।”

“वोल्फ...वोल्फ! यहाँ आओ!” उसने फिर पुकारा, जब उन्होंने जंगल वाली जगह छोड़ी और वह रास्ता पकड़ लिया, जोकि वैक्शेन घंटीवाले मैजेंटा रास्ते से गाँव की सड़क पर ले जाता था।

इरविन ने अपने दोनों हाथ की छोटी उँगलियों को होंठों के बीच दबाकर तीखी सी सीटी बजाने की कोशिश की।

उसकी पत्नी ने अपने कानों में उँगलियाँ ठूँस लीं। “मेरे कानों के परदों में छेद हो जाएँगे। तुम बहुत जोर से सीटी बजाते हो।”

“ऑरफियस।”

“मैं कहनेवाली थी, सड़कों पर घूमनेवाला एक अरब।”

“कवि होना किसी को व्यावहारिक होने से नहीं रोकता है—कम-से-कम यह मुझे तो नहीं रोकता है। मेरी बुद्धि इतनी बेकार भी नहीं है कि वह किसी पत्रिका को जवाहरात (Gems) तक न बेच सके।”

उसने एक तरह की नकली अमीरी ओढ़ ली।

न तो मैं कोई दुछत्ती में गानेवाला गायक हूँ और न ही बालरूम में चहचहानेवाली चिडि़या हूँ। मेरा कोई गंदा गीत नहीं है कि उसके रूपांतरण के लिए एक अच्छे एक्सचेंज वैल्यू पर फूलों से ढका कॉटेज, एक मधुर पर्वतीय-वीडो, रेडवुड का एक बगीचा या सैंतीस पेड़ों का एक बाग, ब्लैक-बेरी के वृक्षों की कतार या स्ट्रॉबेरीज के पेड़ों की दो कतार छोटी-छोटी और उसके क्या कहने की बात यदि चौथाई मील लंबा झर-झर करता झरना। मैं सुंदरता का व्यापारी हूँ, मीलों का भी और मैं उपयोगिता की चीजें चाहता हूँ। मैं एक गीत गाता हूँ और मैगजीन के संपादकों का शुक्रिया कि मैं उस गीत को रेडवुड के जंगलों में से आते हुए झोंकों में बदल देता हूँ, उस पानी की आवाज हूँ, जो पत्थरों के बीच से गुजर रहा है, वह मेरे लिए एक और गीत बनाता है, फिर भी वही गीत आश्चर्यजनक रूप से रूपांतरित हो जाता है।”

“ओह, तुम्हारा गीत-परिवर्तन सब क्या सफल था?”

“हाँ, वह गीत, जिसे तुमने गाया, मैंने रूपांतरित कर दिया था।”

“हाँ, वह सुंदर गीत था।” उसने कहना शुरू किया, पर वह सबसे बुरा था।

“हाँ, पर वह दूध तो नहीं देती।” मैजी फिर बीच में बोली।

“हाँ, वह सुंदर थी, है न?”

“हाँ, यहीं पर सुंदरता और उपयोगिता दोनों अलग-अलग हो जाते हैं।” वह उसका उत्तर था और वह रहा उल्फ।”

झाडि़यों से ढकी हुई पहाडि़यों से किसी चीज के क्रैश होने की आवाज आई और फिर उनसे 40 फीट ऊपर एक पत्थर की रॉक के किनारे उल्फ खड़ा था। झाडि़यों के बीच में एक भेडि़ए (Wolf) का सिर और कंधे की झलक मिली। उसके अगले पंजों ने एक पत्थर को अपनी जगह से हटा दिया और उसके अपने तेज कानों और आँखों से वह उसे तब तक देखता रहा, जब तक कि वह पत्थर का टुकड़ा उनके पाँव के पास नीचे आकर गिर नहीं गया। फिर उनको देखते हुए खुले मुँह से हँसने लगा।

और “तुम वोल्फ और तुम ब्लेसड उल्फ,” वे पति-पत्नी एक साथ चिल्लाए, उसे बुलाते हुए।

उन्होंने देखा कि वे फिर से घनी झाडि़यों में छुप गया। कई मिनट बाद वह एक जगह जब फिर मुड़े तो वह ऊपर से कूदते-फाँदते पत्थरों को गिराते हुए उनसे आ मिला। वह बहुत ज्यादा प्रदर्शन नहीं करता था। आदमी ने उसको थपथपाया और कान के पास थोड़ा सा सहलाया, फिर स्त्री ने कुछ ज्यादा देर तक सहलाया। और संरक्षण में ही वह उनके सामने (एक नोट करनेवाली बात थी कि उसकी गति जिससे वह दौड़ता था, अब वह पेटभर खाना खा चुका था) से नीचे जानेवाले रास्ते पर फिसलते हुए चला गया, बिल्कुल एक असली भेडि़ए की भाँति।

उसकी शारीरिक बनावट, कोट और ब्रश बिल्कुल एक विशाल जंगली भेडि़ए की तरह थे। वह एक भेडि़ए की तरह अपने रंग की वजह से लगता था। इस चीज को वह कुत्ता भली-भाँति से प्रदर्शित करता था। कोई भी भेडि़या उस रंग का नहीं होता था। वह कहीं-कहीं पर गहरा भूरा, कहीं पर ललछौंहा भूरा था। भूरे रंगों की एक छटा। पीठ और कंधे एक गुनगुनाहट भूरे-भूरे रंग के थे, जो कि धीरे-धीरे पीले भूरे रंग की ओर जाती थी। गरदन के नीचे का हिस्सा धुँधले सफेद-पीले-भूरे रंग का था, पैरों के पंजे पर भी वैसा ही था। जबकि आँखें जुड़वाँ पुखराज की तरह थीं सुनहरी और भूरी। वे आदमी-औरत उस कुत्ते को बहुत प्यार करते थे; ऐसा शायद इसलिए था, क्योंकि उस कुत्ते को लाइन पर लाने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी थी। यह कोई आसान काम नहीं था, जब वह इधर-उधर से घूमते-फिरते हुए उनके पहाड़ी कॉटेज पर आ पहुँचा था। उसके पाँव थके-फटे हुए थे और वह भूख की वजह से बहुत दुबला-पतला हो गया था। उस दिन उसने उनकी भारी खिड़की के नीचे से ही एक खरगोश मारकर पेट भर लिया था तथा वहीं पर काली बेरी के झाड़ के पास बहते हुए झरने के पास ही सो गया था। जब वाल्टर इरविन उसे देखने के लिए गया तो वह गुर्राया था। इसी तरह जब मैं उसके पास एक बड़े बरतन में दूध-ब्रेड लेकर गया तो वह उसे देखकर भी गुर्राया।

वह एक सबसे ज्यादा असामाजिक कुत्ता साबित हुआ और वे लोग जब उसको प्यार करने, पुचकारने के लिए जाते तो उसे यह बात अच्छी नहीं लगती। वह उनको अपने ऊपर हाथ नहीं रखने देता था तथा उनको अपने खुले हुए दाँतों से मुँह फैलाकर डराता था तथा बालों को खड़ा करके। फिर भी वह लोग जो खाना उसे देते, उसे खाकर उसी पेड़ के नीचे और सोफे के पास सोता रहता था—वह लोग कुछ सुरक्षित दूरी पर उसका खाना रख देते थे। उसकी जो खराब सेहत थी, उसके कारण वह संभवतः वहाँ रुका हुआ था और काफी दिनों बाद उसकी सेहत काफी ठीक हो गई थी। उसके बाद वह वहाँ से फिर गायब हो गया था तथा इसके बाद इरविन और उसकी पत्नी के लिए उसकी खाने की कहानी खत्म हो जाती। पर हुआ यों कि इरविन को किसी काम से उस राज्य के उत्तरी हिस्से में जाना पड़ा। “ट्रेन में सफर करते समय मैंने देखा कि कैलिफोर्निया और ऑरगन के बीच यों ही बाहर देखा तो पाया कि वह असमाजिक तत्त्व (श्वान) रेल रोड के रास्ते के साथ-साथ भाग रहा था। भूरा और भेड़िए की तरह, थका हुआ, फिर भी अनथका, धूल-मिट्टी से ढका हुआ—200 मील की यात्रा के बाद।

अब इरविन एक कवि हृदय का इनसान था। वह अगले स्टेशन पर उतर गया और कसाई के यहाँ से गोश्त का एक टुकड़ा खरीदा तथा उस आदम कुत्ते को शहर के बाहर जाकर पकड़ा। वापसी का उसका सफर एक सामान वाले डिब्बे में हुआ और वुल्फ की दूसरी बार घर वापसी हुई। यहाँ पर उसे एक हफ्ते तक बाँधकर रखा गया और उसने अपना प्यार उस आदमी और औरत के प्रति जताया। पर इस प्यार पर संदेह था, क्योंकि वह उनके प्यार भरे शब्दों पर गुर्राता था। लगता था, जैसे वह यात्री किसी और नक्षत्र से आया था। वह कभी भौंकता नहीं था, जितने समय भी वह उनके पास रहा, वह कभी भौंका नहीं था।

उसके ऊपर विजय पाना एक चुनौती थी। इरविन को समस्याएँ पसंद थीं। उसने धातु की एक प्लेट बनवाई, जिस पर उसने लिखवाया ‘वाल्श इरविन, ग्लेन एलेन, सोनोमा काउंटी कैलिफोर्निया को वापस करें।’ इस पट्टे को उसने उसके गले में बाँध दिया। उसको फिर छोड़ दिया। जैसे ही उसको आजादी मिली, वह दुबारा भाग गया। हमेशा ही वह उत्तर की ओर जाता था। एक दिन बाद फिर एक तार आया—मेडोसिनो काउंटी से—वह सौ मील से ऊपर चला गया था, जब वह पकड़ा गया था।

वह वेल्स वार्गो एक्सप्रेस से वापस आया। तीन दिनों तक वह बँधा रहा, फिर चौथे दिन उसे जैसे ही खोला गया—वह फिर भाग गया। इस बार वह साउथ ओरेगन में पकड़ा गया और वापस किया गया। हमेशा ही, जैसे वह आजाद होता था, वह भाग जाता था और सदैव उत्तर की ओर। वह उत्तर की ओर जाने को जैसे विवश था—जैसे उसका घर वहीं था।

इरविन ने इसे इसकी घर वापस पहुँचने की अंतर्निहित नैसर्गिक इच्छा कहा था। एक बार उसने अपनी कविता से मिली राशि को उसे उत्तरी ऑरगन से वापस लाने में खर्च की।

एक और बार उस घुमक्कड़ ने आधी कैलिफोर्निया, सारा ऑरगन तथा वाशिंगटन का ज्यादातर हिस्सा घूम डाला था। एक नोट करनेवाली बात उसकी स्पीड या गति थी, जिससे वह भागता था। जब वह श्वास लेता था और विश्राम कर लेने के बाद जैसे ही उसे आजादी मिलती, वह अपनी सारी शक्ति जमीन नापने में खर्च कर देता था। पहले दिन तो वह लगभग 150 मील दौड़ लेता था और फिर औसतन 100 मील प्रतिदिन, जब तक कि वह पकड़ न लिया। वह हमेशा दुबला-पतला, भूखा और जंगली हो जाता था। और फिर उसके बाद वह तरोताजा होकर स्फूर्ति से भरा हुआ भाग लेता था—उत्तर की ओर अपना रास्ता बनाता, जैसे वहाँ जाने के लिए उसे शक्ति प्रेरित कर रही हो—जो कोई समझ नहीं पाता था।

पर अंत में, एक साल की निरर्थक भागम-भाग के बाद उसे उस कॉटेज पर ही रहना उचित लगा, जहाँ वह पहले-पहल आया था और खरगोश मारकर अपनी क्षुधा-पूर्ति की थी तथा सोते वक्त पास सोया था। उसके बाद भी तमाम समय निकल जाने के बाद पति-पत्नी ने उसे थपथपाने में सफलता पाई। वह बहुत ही अलग-थलग रहनेवाला कुत्ता था और कॉटेज में आए किसी भी मेहमान को अपने पास आकर दोस्ती करने की चेष्टा पर वह हलके से गुर्राता था तथा यदि कोई उसके होंठों के पास तक अपना हाथ लाता तो वह अपना मुँह फाड़कर दाँत दिखाता था तथा एक ऐसी गुर्राहट जो सामनेवाले को डरा दे। इसी तरह से वह किसानों के कुत्ते भी डरा देता था, जिन्हें केवल साधारण श्वास की गुर्राहट का पता था। उन्हें किसी भेडि़ए की गुर्राहट का पता ही नहीं।

उसके माँ-बाप या पूर्वजों का कोई अता-पता नहीं था। उसका इतिहास वाल्ट और मेज के साथ। वह शायद दक्षिण से आया था। पर उसके पहले वाले मालिक का कुछ अता-पता नहीं चल पाया। मिसेज जॉनसन, जो उनकी सबसे नजदीकी पड़ोसी और जो उन्हें दूध सप्लाई करती थी, उन्होंने बताया कि वह क्लोंडाइक प्रजाति का हो सकता है। उसका भाई उस दूर-दराज देश में फ्रोजेन पे-स्ट्रीक्स के लिए बिलों में खोज कर रहा था, अतः वह इस विषय पर एक राय की अधिकारिणी थी।

परंतु उन लोगों ने उससे अलग कोई राय नहीं रखी। उसके कान वगैरह भेडि़ए जैसे थे, कहीं पर बर्फ से इतने जमे हुए कि कभी ठीक नहीं हो सकते थे। इसके अलावा भी वह अलास्का के कुत्तों की तरह लगते थे, जिसकी फोटो उन्होंने पत्रिकाओं, अखबारों आदि में देखी थी। वे अकसर उसके पिछले समय के बारे में सोचते थे और यह अंदाजा लगाते थे, जो उन्होंने पढ़ा और सुना था कि उसका नॉर्थलैंड का जीवन कैसा रहा होगा! नॉर्थलैंड उसको अभी भी खींचता था, यह इस बात से पता चलता था कि रात में अकसर वह धीरे-धीरे रोता रहता था और जब उत्तरी हवाएँ चलती थीं और पाला पड़ने के आसार होते थे, तब उसके अंदर एक बेचैनी सी पैदा हो जाती थी। फिर भी वह कभी भौंकता न था। किसी भी प्रकार की उत्तेजना, उसको रोने से रोकने के लिए पर्याप्त होती थी।

उसको अपना बनाने के वक्त, उन दोनों पति-पत्नी में लंबे-लंबे विवाद चलते थे कि वह उनको प्यार करता था। पति कहता कि उसने इस प्रकार से अपना प्यार जताया। पर आदमी को ही इसमें विजय मिलती, क्योंकि वह आदमी था। यह साफ था कि उल्फ का इन स्त्रियों का कोई अनुभव नहीं था। मैज की स्कर्ट उसको कभी पसंद नहीं थी। उसके चलने से जो सरसराहट होती थी तो संदेह में उसके रोंगटे खड़े हो जाते थे और जिस दिन हवाएँ चलती थीं, तब तो वह उसके पास भी नहीं जा सकती थी।

दूसरी तरफ यह मैज ही थी, जो उसको खाना देती थी। यही कारण और केवल यही कारण था, जिससे वह उसके नजदीक आता था। वाल्ट अपनी ही कोशिश में था कि वह उससे हिल जाए और जब वह लिख-पढ़ रहा था तो वह उसके पैरों के पास लेटा-बैठा रहे—और वह उसको सहला सके, थपथपा सके। यद्यपि वह इस बात को जोर देकर कहती कि यदि वह अपनी शक्तियाँ गीतों को परिवर्तित कराने में लगाते तो उनके पास चौथाई मील लंबी और रेडवुड्स के बीच में से आती पश्चिमी हवाएँ मिलतीं और उल्फ को प्राकृतिक खाद बिना किसी पूर्वग्रह के न्याय मिलता।

“यह समय हो रहा है कि उस अष्टपदी से कोई जवाब आता।” वाल्ट ने 5 मिनट की खामोशी के बाद कहा, “वे इस मैदान से नीचे जा रहे पगडंडी/रास्ते पर चले जा रहे थे। पोस्ट ऑफिस में एक चेक हो सकती है और हम उसे कूटू के आटे में, एक गैलन में पल-सीरप और तुम्हारे लिए एक और शूज के नए जोड़े में।”

“और मिसेज जॉनसन की नई सुंदर गाय से बढि़या दूध। पता है, कल महीने की पहली तारीख है।”

“कोई बात नहीं। मेरे पास कैलिफोर्निया की सबसे सुंदर गाय है। जो कैलिफोर्निया में सबसे ज्यादा दूध देती है।”

“तुमने इसको कब लिखा?” उसने उत्सुकता से जानना चाहा, फिर जरा फटकारते हुए उसने कहा, “तुमने इसे कभी दिखाया नहीं।”

“मैंने इसे बचाकर रखा था कि पोस्ट-ऑफिस के रास्ते में जाते हुए सुनाऊँगा, जैसे कि यह स्थान है।” इशारे से एक सूखे लट्ठे को दिखाया, जिस पर बैठना था। चीड़ के पेड़ों के बीच से एक पतली सी नदी की धारा उनके पैरों को स्पर्श करती हुई जा रही थी। घाटी में से एक लार्क के गाने की आवाज आ रही थी, जबकि उनके बीच से, धूप और छाँव के बीच एक बड़ी सी पीली तितली चक्कर लगा रही थी।

नीचे से ऊपर को एक और आवाज आ रही थी, जिससे उसका ध्यान भंग हो गया, कविता-पाठ बीच में ही क गया। निस्संदेह यह किसी के पाँवों की भारी पदचाप थी, जिससे छोटे-छोटे पत्थर इधर-उधर खिसक रहे थे। जैसे ही वाल्ट ने अपना पाठ खत्म किया, उसने अपनी पत्नी की ओर अनुमोदन के लिए देखा, तब उन्हें पगडंडी के मोड़ पर एक आदमी दिखा, जिसका सिर नंगा था तथा एक हाथ में एक हैट था, दूसरे में एक रूमाल और वह अपना चेहरा पोंछ रहा था। गले से उसने अपना कलफ लगा कॉलर भी निकाल लिया था। उसकी कद-काठी पुष्ट थी और उसके बाजुओं के मसल्स, लगता था उसके नए रेडीमेड काले कपड़ों से फूटकर बाहर निकली आ रही है।

“वार्म (गरम) डे।” वाल्ट ने उसका अभिवादन किया। वाल्ट देश के गणतंत्र में विश्वास रखता था और कभी भी उसे इस्तेमाल करने का कोई मौका चूकना नहीं चाहता था।

उस आदमी ने थोड़ा रुककर अपना सिर हिलाया।

“मैं शायद गरमी का ज्यादा अभ्यस्त नहीं हूँ।” उसने लगभग क्षमा माँगते हुए कहा, “मैं जीरो तापमान में रहने का आदी हूँ।”

“आप इस प्रकार का मौसम इस इलाके में नहीं पाएँगे।”

“कहना नहीं चाहिए”, उस आदमी ने जवाब दिया, “और मैं इसके लिए यहाँ नहीं आया हूँ। मैं अपनी बहिन को ढूँढ़ने की कोशिश कर रहा हूँ। हो सकता है, आप जानते हों, वह कहाँ रहती है? उसका नाम जॉनसन है—मिसेज विलियम जॉनसन।”

“आप उसके क्लोंडाइक (Klondike) भाई तो नहीं हैं?” मैज, जरा चिल्लाकर दिलचस्पी लेते हुए बोली, “जिसके बारे में हमने इतना कुछ सुना है?”

“हाँ मैडम, मैं वही हूँ,” उसने मृदुलता से उत्तर दिया, “मेरा नाम मिलर है, स्किफ मिलर है।”

“तब आप सही रास्ते पर हैं।” मैंने सोचा कि उसे आश्चर्यचकित कर दूँ।

“तब आप सही रास्ते पर हैं। केवल यह बात है कि आप पगडंडियों से चलकर आए हैं।” मैज उसे दिशा-निर्देश देने के लिए खड़ी रही। उसने चौथाई मील दूर कैन्यॉन (Canyon) की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप उस रेड-वुड को देख पा रहे हैं? वहाँ दाहिने से एक छोटा रास्ता जा रहा है। वहीं उसके घर का छोटा रास्ता है। आप उसको मिस नहीं करेंगे।”

“यस, थैंक्यू मैडम।” उसने कहा तथा जाने के लिए एक कोशिश की, पर कुछ दुविधा में वहीं जड़वत् खड़ा रह गया। वह उसको (मैज) घूर-घूरकर देख रहा था और मन-ही-मन उसकी सुंदरता से चिढ़ते हुए मुग्ध था। पर वह इस चीज से बेखबर था और लज्जा के समुद्र में डूब रहा था, ऐसी लज्जा, जैसे कि दलदल में फँस गया आदमी उसमें से निकलने की कोशिश कर रहा हो!

“हम आपसे क्लोंडाइक के बारे में जानना चाहेंगे,” मैज ने कहा, “हो सकता है, जब आप अपनी बहिन के घर हैं तो हम लोग आपके घर आएँगे। या बेहतर होगा, आप एक दिन हमारे यहाँ डिनर पर आ जाइए।”

“यस मैम, थैंक्यू मैम!” उसने यंत्रवत् उत्तर दिया, फिर उसने अपने आपको संयत करते हुए बोला, मैं यहाँ ज्यादा देर नहीं ठहर पाऊँगा, आज रात की ट्रेन से फिर मुझे उत्तर को वापस जाना है। आप समझिए, मेरा सरकार के साथ मेल कॉण्ट्रैक्ट (डाक का ठेका) है।

जब मैज ने कहा कि यह बहुत ठीक नहीं था, तब भी उसने वहाँ से खिसकने का नाम नहीं लिया और जड़वत् वहीं खड़ा रहा। उसने अपनी आँखें उसके चेहरे पर गड़ाए रखीं और उसकी खूबसूरती को निहारे जा रहा था। उसकी सुंदरता को निहारने में वह जो लज्जा महसूस कर रहा था, उसे भूल गया, पर मैज का गाल लज्जा से लाल हो गया।

और इस बिंदु पर वाल्टा ने निश्चय किया कि तनाव को दूर करने के लिए कुछ कहना चाहिए। पर उसी समय उल्फ, जो झाडि़यों में कुछ खोज-बीन कर रहा था, कूदता-फिरता उनकी दृष्टि में आ गया।

स्किफ मिलर का अनमनापन गायब हो गया। उसके सामने जो खूबसूरत युवती खड़ी थी, वह उसके दृष्टि-क्षेत्र से बाहर जा चुकी थी। उसकी आँखें अब केवल उस श्वान की ओर अचरज से भरी हुई उस पर लगी हुई थीं।

“वेल, मेरा भला हो।” उसने धीरे से, पर थोड़ी गंभीरता से कहा।

वह वहीं पड़े सूखे तने पर कुछ सोचते हुए बैठ गया। मैज वहीं खड़ी रही। उसकी आवाज सुनकर उल्फ के कान कुछ चपटे होकर नीचे गिरे और उसका मुँह हँसने की तरह खुला। वह धीरे-धीरे चलकर उस अजनबी के पास गया। पहले उसके हाथों को चूमा और उसको जीभ से चाटने लगा।

स्किफ मिलर ने कुत्ते के सिर को बार-बार थपथपाया, “वेल, आई विल बी डैम्नड।”

“मैडम, मुझे माफ करें, मैं कुछ अचंभे में पड़ गया था, बस और कोई बात नहीं।” उसने एक क्षण बाद कहा।

“हम भी आश्चर्यचकित हैं।” उसने हलके से जवाब दिया।

“इसके पहले हमने उल्फ को किसी अजनबी के साथ घुलते-मिलते नहीं देखा।”

“क्या आप इसे उल्फ कहते हैं?”

मैज ने हामी में सिर हिलाया, “पर मैं आपके प्रति दोस्ताना व्यवहार नहीं समझ पाई, जब तक कि आप क्लोंडाइक से न हो। यह एक क्लोंडाइक कुत्ता है, आपको पता नहीं?”

“यस मैम।” मिलर ने रुटीन जवाब दिया। मिलर ने उसके अगले पैरों को उठाकर देखा, उसके पंजों के नीचे पैड को छूकर, अपने अँगूठों से दबाकर देखा। “मुलायम है। ऐसा लगता है वह बहुत दिनों से इधर-उधर भटक नहीं रहा है।”

मैंने कहा, वाल्ट बीच में ही बोल उठा, “यह बहुत ही असाधरण बात है, जिस प्रकार से आप उसे हैंडल कर लेते हैं।”

स्किफ मिलर उठा, अब उस फूहड़ ढंग से नहीं, जबकि वह मैज को निहार रहा था और तेज, एक बिजनेसमैन के तौर-तरीके से पूछा, “आपके पास यह कितने दिनों से है?”

पर उसी समय उल्फ अँगड़ाई लेते हुए उठा और उसके पैरों से लिपटता हुआ, अपना मुँह खोला और एक छोटा सा, पर खुशी में भरकर भौंका।

“यह तो एक नई बात है।” स्किफ मिलर ने रिमार्क किया। वाल्ट और मैज दोनों ने एक-दूसरे की ओर देखा। “चमत्कार हो गया। उल्फ भौंका।”

“यह पहली बार है, जब वह भौंका है।” मैज ने कहा।

“हाँ, पहली बार है, जब मैंने भी उसे भौंकते हुए सुना।” मिलर भी बोले। मैज उसकी ओर देखकर मुसकराई। इस आदमी ने जरूर मजाक किया था। ‘बेशक’ उसने कहा, “तुमने उसे केवल 5 मिनट के लिए देखा है।” स्किफ मिलर ने उसके चेहरे की ओर तीखी निगाह से देखा, यह जानने के लिए उसमें क्या छल छिपा था!

“मैंने सोचा, आप समझेंगी” उसने धीरे-धीरे कहा, “जिस प्रकार से वह लड़खड़ाते हुए मेरे पास आया और पहचानने की खुशी जताई, वह मेरा कुत्ता है। उसका नाम उल्फ न होकर ब्राउन (Brown) है।”

“ओह”, वाल्ट मैज अपने पति की ओर देखकर चिल्लाई। वाल्ट अब रक्षात्मक नीति पर आ गया।

“आपको कैसे पता कि यह आपका कुत्ता है?” उसने जानना चाहा।

“क्योंकि यह है।” मिलर ने जोर देकर कहा, “यह केवल आपका हठ है।”

अपने धीरे-धीरे और सोचकर बोलने के तरीके से स्किफ मिलर ने पहले वाल्ट की तरफ और फिर मैज की ओर देखकर बोला, “आपको कैसे पता कि यह (मैज) आपकी पत्नी है? क्योंकि वह है। और यह मेरा कुत्ता है। मैंने उसको पाल-पोसकर बड़ा किया है और मुझे पता होना चाहिए। देखिए, मैं आपको साबित करके दिखाऊँगा।”

स्किफ मिलर उस कुत्ते की ओर मुड़ा, ‘ब्राउन!’ उसकी तीखी आवाज सारे वातावरण में फैल गई। उसकी आवाज सुनकर उसके कान चपटे होकर नीचे गिर गए और उसकी इच्छा हुई कि उसे कोई सहलाए। कुत्ता झूले की तरह दाएँ को घूम गया। “अब मुश-ऑन (Now Mush on)” कुत्ते ने अपना झूलना रोक दिया और सीधे चलने लगा और आदेश देने पर फिर रुक गया, आज्ञाकारी की तरह।

“मैं यह इसको सीटियों के साथ भी करवा सकता हूँ।”

“पर आप उसको अपने साथ वापस तो नहीं ले जा रहे हैं?” मैज ने कुछ काँपते हुए पूछा।

उस आदमी ने अपना सिर हिला दिया।

“वापस, उस क्लोंडाइक मौसम में?”

उसने सिर हिलाया और बोला, “अरे, वहाँ इतना बुरा भी नहीं है। मेरी ओर देखिए, मैं वहाँ का एक खूबसूरत नमूना हूँ।”

" पर कुत्ते ! इतनी कठिनाइयाँ, दिल तोड़नेवाली मेहनत और भूखा रहना ! ओह, मैंने इन सबके बारे में पढ़ा है और सब समझती हूँ। "

“एक बार मैं उसको लगभग खा ही गया था, छोटी फिश नहीं (Little Fish River) के ऊपर । " मिलर ने स्वतः ही कहा, "यदि मुझे उस दिन एक हिरन न मिल गया होता ! उसी ने उसको बचा लिया था।"

"मैं तो पहले मर जाती । " मैज चिल्लाई ।

“यहाँ पर नीचे चीजें अलग तरह से हैं । " मिलर ने समझाते हुए कहा, “आपको कुत्ते खाने की जरूरत नहीं है । जिस समय में हम हैं, उसमें अलग तरीके से सोचते हैं। आप लोग कभी भी इतने थके- हारे नहीं हुए, इसलिए आप इसे समझाते नहीं हैं। "

“यही मेरा मुद्दा है, " उसने जरा गर्मजोशी से कहा, "कैलिफोर्निया में कुत्ते खाए नहीं जाते हैं। क्यों न आप उसे यहीं छोड़ दें ? वह खुश है। उसके कभी भी खाने की कमी नहीं रहेगी। यहाँ पर सब मुलामियत है, मृदुलता है । न मानव ही और न ही प्रकृति इतनी मुश्किल भरी है । उसको कभी भी चाबुक पड़ने की नौबत नहीं लगेगी। और जहाँ तक मौसम का सवाल है, यहाँ कभी भी बर्फ नहीं गिरती । "

“पर गरमी में तो यह जगह भट्ठी बन जाती है । आपसे क्षमा चाहता हूँ। " मिलर हँसकर बोला।

“पर तुम कोई जवाब नहीं दे रहे हो ।" मैज बहुत आवेश में बोली, “तुम्हारे पास उस नॉर्थलैंड में क्या है उसे देने के लिए ?"

“सूंडी, जब होता है और अधिकतर समय वह मिल ही जाता है। "

" और शेष समय ?"

"कोई Gruts (सूंडी) नहीं। "

"और काम ?"

“हाँ, काम तो काफी रहता है, " मिलर एकदम से अधीर होकर बोला, “काम जिसका कोई अंत नहीं और दुर्भिक्ष तथा बर्फ और तमाम तरह के दुःख, जब वे हमारे साथ आएगा। पर यह सब उसे पसंद है। वह उस जीवन को जानता है । वह इसी सब में पैदा हुआ था और वह इसका अभ्यस्त है और तुम्हें उसके बारे में कुछ पता नहीं। आपको पता नहीं आप किस बारे में बात कर रही हैं। "

“ यह कुत्ता उसी जगह का है और वहाँ पर वह सबसे ज्यादा खुश रहेगा।"

“ यह कुत्ता कहीं नहीं जाएगा, " वाल्ट ने अपना फैसला सुना दिया, "अतः आगे इस विषय पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है।"

“यह क्या बात हुई?” स्किफ मिलर ने जानना चाहा, उसकी भँवें नीचे को आ गईं और माथे पर तेजी से खून आ गया, जिससे वह लाल हो गया था ।

“मैंने कहा कि यह कुत्ता नहीं जाएगा और मामला यहीं पर खत्म हो जाता है । हो सकता है, आपने इसकी कुछ दिनों देखभाल की हो। हो सकता है, इसके मालिक के लिए कुछ दिन उसको स्लेज में जोता है। पर उसका साधारण अलास्कान कमांड (आदेश) मानते हो, अलास्का के पगडंडियों को जानते हो, पर यह इस चीज को नहीं दरशाता कि वह तुम्हारा है । अलास्का का कोई भी कुत्ता तुम्हारे आदेश मानेगा, जैसे कि उसने किया । निस्संदेह यह एक बहुमूल्य कुत्ता है, जैसा कि अलास्का के कुत्ते होते हैं । और यही वजह है कि तुम उसे पाना चाहते हो। कुछ भी हो, तुम्हें यह सिद्ध करना होगा कि यह तुम्हारा है। "

स्किफ मिलर अब भी शांत था । माथे के अंदर नसों में खून आ जाने से अब वह गहरे लाल रंग का हो गया था। उसके विशाल पुट्ठे, उसके विशाल पुट्ठों की मांसपेशियाँ तन गई थीं और कपड़ों में से फूट-फूटकर बाहर आ रही थीं। उसने उस कवि की दुबली-पतली काया को ऊपर से नीचे देखा, उसका जायजा लेते हुए ।

क्लोंडाइक के चेहरे पर वाल्ट के प्रति एक तिरस्कार का भाव आ गया और बोला, “मुझे ऐसी कोई भी चीज नहीं दिख रही है, जो मुझे इस बात से रोक सके कि मैं इस कुत्ते को अभी इसी वक्त यहाँ से लेकर न चला जाऊँ !"

वाल्ट का चेहरा भी लाल हो गया और उसके बाजुओं की मांसपेशियाँ तथा कंधे भी कड़े हो रहे थे। उसकी पत्नी किसी अनहोनी के भय से इधर-उधर कर रही थी। फिर इस झगड़े के बीच बोली, “हो सकता है, मि. मिलर सही कह रहे हों,” उसने कहा, “मुझे लगता है कि वुल्फ उसको जानता है और निश्चय ही वह 'ब्राउन' नाम से रिस्पॉन्स देता है। उसने मिलर से एक ही क्षण में दोस्ती कर ली और तुम्हें पता है, उसने ऐसा पहले कभी किसी के साथ नहीं किया। इसके अलावा आप देखिए कि उन्हें देखकर कैसे हँसा ! वह खुशी के मारे फूला नहीं समा रहा था । खुशी किस बात की, निस्संदेह मि. मिलर को पाने की।"

" मेरा खयाल है कि तुम सही कह रही हो", उसने कहा, "उल्फ, 'उल्फ' नहीं है, उल्फ ब्राउन है और वह मि. मिलर का ही होगा।"

" शायद मि. मिलर उसे बेच दें, " उसने सुझाव दिया, “ और हम उसे खरीद लेंगे।"

स्किफ मिलर ने अपना सिर हिलाया, अब उनमें शत्रुता का भाव नहीं था। उसने उदारता का उदारता से उत्तर दिया।

“मेरे पास पाँच कुत्ते थे और उनको सीधा करने के लिए यह ब्राउन था, जो उनका लीडर नेता था । वे अलास्का की क्रैक टीम थी । उनको कोई छू नहीं सकता था । 1898 में मैंने उस झुंड के लिए 5000 डॉलर भी मना कर दिए थे। कुत्ते के दाम भी उन दिनों ऊँचे थे, पर वह बात नहीं थी। वह टीम ही ऐसी थी । ब्राउन उसमें सबसे बढिया था । उस जोड़े में मैंने उसके लिए बारह सौ डॉलर को भी मना कर दिया था। मैंने उसको तब नहीं बेचा और मैं उसको अब भी बेच नहीं रहा हूँ। इसके अलावा मैं इस कुत्ते के बारे में बहुत सोचता रहता हूँ। मैं उसको पिछले 3 सालों से ढूँढ़ रहा हूँ। यह मुझको बुरा लगा, जब मुझे पता चला कि उसे चुरा लिया गया है। यह उसके दाम की बात नहीं थी - पर मैं उसको बेइंतहा प्यार करता था। यही बात है, आपसे क्षमा चाहता हूँ। मैं अपनी आँखों पर विश्वास नहीं कर पाया। यह इतना अच्छा है कि सच नहीं हो सकता है। मैंने सोचा कि शायद मैं सपना देख रहा था ! मैं उसका वेटनर्स भी था । यह मेरे साथ बिस्तर में सोता था। उसकी माँ मर गई थी। मैंने उसको कंडेस्ड मिल्क पर पाला, 2 डॉलर प्रति डिब्बा, जोकि मैं अपनी कॉफी में भी कभी डाल नहीं पाया था। वह कभी किसी माँ को नहीं जानता था, केवल मुझे ही। वह मेरी उँगली बराबर चूसता रहता था । बेचारी छोटी उँगली, वह उँगली देखिए! "

वह अभी भी अपनी छोटी उँगली की तरफ देख रहा था, जब मैज ने बोलना शुरू कर दिया, " पर वह कुत्ता", उसने कहा, “आपने अभी भी कुत्ते के बारे में विचार नहीं किया।"

स्किफ मिलर के समझ में नहीं आया कि क्या कहे !

"क्या आपने उसके बारे में सोचा है ?" उसने पूछा।

"मेरी समझ में नहीं आया कि आप क्या कहना चाह रही हैं ?" उसका जवाब था ।

" हो सकता है कि कुत्ते की कोई सोच हो इस मामले में! हो सकता है, उसकी भी कुछ पसंद हो, इच्छा हो । आपने उसका कोई विचार नहीं किया। आपने उसको चुनने का कोई मौका नहीं दिया। आपके दिमाग में कभी यह नहीं आया कि संभवतः अलास्का की जगह कैलिफोर्निया को चुने। आप वही करना चाहते हैं, जो आप चाहते हैं । आप उसके साथ ऐसा बरताव करना चाह रहे हैं, जैसे वह एक आलू का बोरा हो या घास का बंडल हो।"

यह एक नया दृष्टिकोण था देखने का । देखने से ही प्रतीत हो रहा था कि मिलर इससे प्रभावित था और मन-ही- मन उस पर विचार कर रहा था। मैज ने उसकी इस अनिश्चतता का फायदा उठाते हुए कहा, “यदि आप उसको वास्तव में प्यार करते हैं तो उसकी खुशी आपकी भी खुशी होगी। "

स्किफ मिलर अपने आप से विवाद कर रहा था और इस पर कुछ खुशी के मारे मैज ने अपने पति की ओर, जिसने गर्मजोशी से अनुमोदन स्वरूप अपनी बीवी की ओर देखा ।

"आप क्या सोचते हैं ?" क्लोंडाइकर ने जानना चाहा।

अब वह थोड़ा सोच में पड़ गई, " आपके कहने का मतलब ?" उसने पूछा, "क्या आप यह सोचती हैं कि वह कैलिफोर्निया में रहना चाहेगा ?"

उसने हामी में अपना सिर हिलाया, “हाँ, इस बात का मुझे पक्का विश्वास है । "

स्किफ मिलर अपने आप से ही बातें करने लगा, यद्यपि इस बार थोड़ा जोर-जोर से, उसी वक्त वह उस चुपचाप पशु कुत्ते को भी न्यायपूर्वक देख रहा था ।

"वह बहुत बढ़िया काम करनेवाला था। उसने मेरे लिए तमाम काम किए हैं। वह मेरा समय बरबाद नहीं करता था। और अन्य नए कुत्तों को ट्रेंड करने में वह मास्टर था । वह सबकुछ कर सकता है। उसके पास बुद्धि है, पर वह बोल नहीं सकता। आप उससे क्या कह रहे हैं, समझ जाता है। आप उसकी ओर देखिए, उसे पता है कि हम उसके बारे में बात कर रहे हैं। "

" वह कुत्ता स्किफ मिलर के पैरों में लेटा हुआ था - सिर पंजों पर था, कान सीधे खड़े थे और सुन रहे थे और आँखें तेजी से उनकी आँखों को फॉलो कर रही थीं, पहले एक के होंठों को और फिर दूसरे की । और उसके अंदर अभी बहुत काम करने की ताकत बनी हुई है। अगले कई सालों तक वह अच्छा रहेगा और मैं उसको बहुत पसंद करता हूँ।"

मिलर ने एक-दो बार अपना मुँह खोला कुछ कहने के लिए, पर बिना कुछ कहे ही चुप हो गया ।

"मैं आपको बताऊँगा कि मैं क्या करूँगा मैडम, आपकी बातों में कुछ वजन है। कुत्ते ने बहुत मेहनत से काम किया और अब कुछ आराम की जरूरत है और उसको इस बात का हक है कि वह अपने रहने की जगह चुने। हम यह बात उसी पर छोड़ देते हैं। जो वह कहेगा, वही होगा । आप लोग यहीं पर रहिए बैठे हुए। मैं आपको गुड बाय कहकर, नॉर्मल तरीके से यहाँ से पैदल चला जाऊँगा । यदि वह यहाँ रहना चाहता है तो रुक सकता है, यदि वह मेरे साथ जाता है तो आप जाने देंगे। पीछे से आवाज देकर उसे वापस नहीं बुलाएँगे। "

अचानक उसने मैजी की ओर संदेह से देखा और बोला, “आप लोग ईमानदारी से खेलेंगे, उम्मीद है; उसको मनाना नहीं है, जब मेरी पीठ दिखाई देगी। "हाँ, हम लोग ईमानदारी से यह खेल खेलें?" मैजी बोली, मैजी ने कहना शुरू किया, पर स्किफ मिलर ने उसे बीच में ही रोका और बोला-

“मुझे स्त्रियों के तौर-तरीके पता हैं।" उसने घोषणा की कि उनका दिल बहुत मुलायम होता है। जब उनका दिल मुलायम होता है, वे ताश की गड्डी बना देती हैं और उसी गड्डी के नीचे कौन सा पत्ता है, चुपके से देख लेती हैं और वह शैतान को पसंद करता है- आपसे क्षमा चाहता हूँ मैडम, मैं औरतों के बारे में एक आम बात कह रहा हूँ। "

“मुझे नहीं पता कि मैं आपका कैसे धन्यवाद करूँ ?" मैज ने कहा, “आपको जरूरत नहीं कि मुझे पीछे से बुलाकर शुक्रिया करें।" मिलर ने कहा, “ब्राउन ने अभी फैसला नहीं किया है। अब आप इस बात का बुरा नहीं मानेंगे कि मैं धीरे-धीरे निकल लूँ ।" वह ईमानदारी है, मैं 100 गज के अंदर ही आपकी आँखों से ओझल हो जाऊँगा । "

मैजी ने सहमति जताई और बोली, " और हम भी उल्फ को प्रभावित नहीं करेंगे।"

"ठीक है, फिर मैं चल पड़ता हूँ।" मिलर ने विदाई लेते हुए कहा ।

उसकी आवाज में ऐसा बदलाव देखकर, उल्फ ने जल्दी से अपना सिर उठाया और अपने पैरों पर खड़ा हो गया, जब वे स्त्री-पुरुष हाथ मिला रहे थे। वह एकदम से स्त्रियों की तरह पीछे वाले पैरों पर खड़ा हो गया। अपने सामनेवाले पंजे उसने मैज के हिप्स पर रखे और उसी वक्त स्किफ मिलर के हाथों को चाटने लगा। जब मिलर नेवाल्ट से हाथ मिलाया तो फिर उसने वही क्रिया दोहराई, अपने पंजों को वाल्ट के ऊपर रखकर मिलर ने दोनों के हाथों को चाटा ।

“ यह कोई पिकनिक नहीं है, मैं यह कह सकता हूँ ।" यह क्लोंडाइक से आए आगंतुक के आखिरी शब्द थे और फिर वह अपने रास्ते पर चल पड़ा।

लगभग 20 फीट तक वुल्फ ने मिलर को जाते हुए देखा। अपने आप में उसे तीव्र इच्छा थी और आशा थी कि मिलर वापस लौट आएगा। फिर एकदम से वह थोड़ी सी आवाज निकलकर वहाँ दौड़कर गया और मिलर का हाथ मुलायमियत से पकड़कर उसको रोकना चाहा तथा उसमें जब असफल रहा तो उसने वापस लौटकर वाल्ट की बाँह पकड़कर उसे व्यर्थ ही मिलर के पीछे ले जाना चाहा।

एक ही समय उसका क्रोधित होना धीमा पड़ गया था । वह दोनों जगह पर रहना चाहता था। पुराने मालिक के साथ और नए मालिक के साथ भी और धीरे-धीरे उन दोनों के बीच फासला बढ़ता जा रहा था। अब वह नर्वस होकर कूदने लगा, कभी उन लोगों की ओर देखकर तो कभी मिलर की ओर देखकर। एक दर्दभरी अनिश्चितता से । उसको यही नहीं पता चल पा रहा था कि वह क्या करे, दोनों चाहिए थे और वह चुनने में असमर्थ था । वह बार-बार धीरे-धीरे चिल्ला रहा था तथा हाँफने लगा था । वह अपने नितंबों पर बैठ गया अचानक और नाक ऊपर करके तथा मुँह को धीरे-धीरे ऊपर खोलते हुए हर झटके के साथ मुँह ज्यादा खुलता बंद होता जा रहा था। उसके मुँह के जर्की मूवमेंट, यह झटके वाले दोलन उसके गले की ऐंठन के साथ-साथ होते थे, जो उस पर हमला किया करते थे। हर गरदन की ऐंठन पहले से ज्यादा गंभीर और गहरी होती थी तथा उसी अनुपात से उसके गले की बोलनेवाली पाइप भी खुलती हुई कंपन कर रही थी। इसके साथ-ही-साथ उसके फेफड़ों से भी हो रही थी, साथ ही एक हलकी आवाज गहरे सेट के साथ इतनी कम, जो मानव - कानों से शायद ही सुनी जा सके। यह सब जोर-जोर से भौंकने की प्रक्रिया की शुरुआत थी ।

पर इससे पहले कि वह पूरा गला खोलकर चिल्लाता, उसके दौरे (Paraysm) बंद हो गए थे और मुँह अचानक बंद हो गया था। उसने अब वापस जाते हुए आदमी की ओर लंबे समय और स्थिर होकर देखा। अचानक वह मुड़ा और ध्यान से वाल्ट की ओर देखा । उसकी अपील पर कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। कोई शब्द नहीं, कोई इशारा नहीं, कोई सुझाव नहीं, कोई सुराग नहीं कि वह क्या करे ?

उसने अपने पुराने मालिक की ओर देखा । उसने उसको मुड़ते हुए देखा और उसकी पूँछ ने फिर से उसको उत्तेजित कर दिया । वह अपने पाँवों पर थोड़ी चिल्लाहट के साथ खड़ा हुआ, फिर उसको एक नया आइडिया आया। उसने मैजी की ओर ध्यान से देखा, जिसने उसकी अब तक अवहेलना की थी। वह उसके पास गया और अपना सिर उसकी गोद में सहलाया तथा उसके हाथ को अपनी नाक से सहलाया, जो उसकी एक पुरानी ट्रिक थी, जब उसे उससे कुछ चाहिए होता था। अब वह उससे हारकर अपने शरीर से लौट-पोट होकर खेलने लगा - वह थोड़ा पीछे हटा और फिर अपने सामनेवाले पंजों से जमीन खोदने लगा—अपने सारे शरीर से संघर्ष करते हुए, बहलानेवाली आँखों से, चपटे कानों से और पूछ हिलाते हुए उसने अपनी सोच को अभिव्यक्त किया और यह कि उसको कुछ बोलकर मनाया नहीं गया।

उसने इस खेल-कूद को भी जल्द ही बंद कर दिया। वह इन इनसानों की इतने ठंडेपन से बहुत आहत हुआ—वे पहले तो ऐसे नहीं थे ! उसे कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला था । उसे कोई मदद नहीं मिली थी। वे उसको कुछ समझ ही नहीं रहे थे । वे जैसे मृत हो गए थे।

वह मुड़ा और अपने पुराने मालिक की ओर देखा । स्किफ मिलर अब घुमावदार सड़क पर चल रहा था। एक ही मिनट में वह उसकी दृष्टि से ओझल हो जाएगा। फिर भी उसने मुड़कर कभी पीछे नहीं देखा, सीधा सामने चलता जा रहा था धीरे-धीरे और तरीके से, जैसे कि उसके पीछे क्या घटित हो रहा था, उसमें उसकी कोई दिलचस्पी नहीं थी ।

और इस तरह से वह उसकी दृष्टि से ओझल हो गया । उल्फ ने इंतजार किया कुछ एक मिनट तक चुपचाप, बिना हिले-डुले पत्थर की तरह, फिर वह पीछे मुड़ा आतुरता तथा इच्छा से भरपूर । वह एक बार भौंका, फिर चुप हो गया । फिर वह वाल्ट इरविन के पास गया। उसने उसकी हथेली को चाटा तथा उसके पैरों पर गिर पड़ा, उस खाली वाले रास्ते को देखता हुआ जहाँ से वह मुड़ रही थी ।

एक छोटी सी नदी (जल की धारा) कोई भरे पर्वतों से होती हुई फिसलती हुई उस ओर ही आ रही थी, जिसकी गड़गड़ाहट की आवाज अचानक बढ़ गई थी। बड़ी-बड़ी पीली तितलियाँ छुपके बीच से इधर-उधर उड़ रही थीं तथा उनींदी छाया में गुम हो जाती थीं । मीडोज (जंगलों) से लार्क चिड़ियों के चहचहाने का शोर आ रहा था। मैजी ने विजयी भाव से अपने पति की ओर देखा ।

कुछ मिनटों बाद उल्फ अपने पैरों पर खड़ा हो गया - कुछ सोच-विचार और एक फैसला उसके चलने-फिरने में लग रहा था। उसने उस पुरुष - स्त्री की ओर नहीं देखा । उसकी आँखें उस रास्ते पर टिकी हुई थीं । उसने अपना मन बना लिया था । उनको यह चीज पता चल गई थी । उनको यह पता चल गया कि उनका कटु या दुःखद समय अब आरंभ हो गया था।

वह कूदने के पोज में आ गया था और मैज ने अपने होंठों को दबाकर - मुँह से प्यार भरी आवाज निकालनी चाही, पर ऐसी आवाज नहीं निकली। वह अपने पति की ओर देखने के लिए विवश हुई, पर उसने पाया कि वह उसकी ओर बड़ी कड़ाई से देख रहे थे। उसके होंठ फिर खुल गए और उसने एक आह भरी ।

वुल्फ का कूद-कूदकर भागना अब एक दौड़ में बदल गया था । उसकी हर छलाँग पहले से ज्यादा लंबी होती थी। उसने एक बार भी मुड़कर पीछे नहीं देखा। उसकी भेडियों वाली पूँछ उसके पीछे खड़ी थी। वह तेजी से ट्रेल का मोड़ मुड़ा और फिर चला गया।

  • मुख्य पृष्ठ : जैक लण्‍डन की कहानियाँ हिन्दी में
  • अमेरिका की कहानियां और लोक कथाएं
  • भारतीय भाषाओं तथा विदेशी भाषाओं की लोक कथाएं
  • मुख्य पृष्ठ : संपूर्ण हिंदी कहानियां, नाटक, उपन्यास और अन्य गद्य कृतियां