Rajinder Singh Bedi
राजिन्दर सिंह बेदी

राजिन्दर सिंह बेदी (1915 -1984) का जन्म ज़िला सियालकोट में हुआ, लेकिन उनका पालन पोषण और शिक्षा लाहौर में हुई। डी.ए.वी. कालेज लाहौर से 1933 में ऐफ.ए. करने के बाद उसी साल पोस्ट आफिस में सर्विस करने लग गए। नौ साल के बाद इस पोस्ट से इस्तीफ़ा दे कर 1943 में रेडियो स्टेशन दिल्ली के साथ संपर्क कायम कर लिया। आखिरकार 1949 में बम्बई आ गए और फ़िल्मी जीवन का आरंभ किया। बेदी साहिब सारी उम्र तरक्की-पसंद लहर के साथ जुड़े रहे। उन्होंने कहानियाँ और नाटक लिखे, लेकिन उनके उपन्यास 'एक चादर मैली सी' का उर्दू अदब में विलक्षण स्थान है। उनकी रचनायें हैं ; कहानी संग्रह: दाना ओ दाम, ग्रहण, कोख जली, अपने दुख मुझे दे दो, हाथ हमारे कलम हैं, मुक्ति बोध; नाटक: सात खेल, बेजान चीज़ें; उपन्यास: एक चादर मैली सी ।

राजिन्दर सिंह बेदी कहानियाँ हिन्दी में

Rajinder Singh Bedi Stories in Hindi

  • लाजवंती : राजिन्दर सिंह बेदी
  • भोला : राजिन्दर सिंह बेदी
  • तुलादान : राजिन्दर सिंह बेदी
  • ग्रहण : राजिन्दर सिंह बेदी
  • अपने दुख मुझे दे दो : राजिन्दर सिंह बेदी
  • लक्षमण : राजिन्दर सिंह बेदी
  • दस मिनट बारिश में : राजिन्दर सिंह बेदी
  • एक बाप बिकाऊ है : राजिन्दर सिंह बेदी
  • गरम कोट : राजिन्दर सिंह बेदी
  • घर में बाज़ार में : राजिन्दर सिंह बेदी
  • पान शॉप : राजिन्दर सिंह बेदी
  • क्वारंटीन! : राजिन्दर सिंह बेदी
  • छोकरी की लूट : राजिन्दर सिंह बेदी
  • हमदोश : राजिन्दर सिंह बेदी
  • कोख जली : राजिन्दर सिंह बेदी
  • मौत का राज़ : राजिन्दर सिंह बेदी
  • मुक्ति बोध : राजिन्दर सिंह बेदी
  • रहमान के जूते : राजिन्दर सिंह बेदी
  • वो बुढ्ढा : राजिन्दर सिंह बेदी